क्या आप Plus500 पर पैसा खो सकते हैं?

Login करने के बाद कुछ ऐसा डैश्बॉर्ड खुलेगा
फोन पे अकाउंट कैसे बनाएं, जानिए। फोन पे से कितना पैसा भेजा जा सकता है
क्या आप भी डिजिटल ट्रांजेक्शन और पैसों के लेनदेन के लिए फोन पे का उपयोग करना चाहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फोन पे अकाउंट कैसे बनाएं का जवाब क्या है। अगर नहीं तो चलिए जानते हैं, Phone Pe Account Kaise Banaye का जवाब। साथ ही आपको फोन पे पर अकाउंट सेट करने से लेकर, हम आपको यह भी बताएंगे कि फोन पे से कितना पैसा भेजा जा सकता है। आइए जानते है फोन पे डाउनलोड करने से इससे जुड़ी तमाम जानकारियों के बारे में।
आज का समय डिजिटल है, हमारे सारे काम काज डिजिटल तरीके से होने लगे हैं। ऐसे में अगर आप हार्ड कौर कैश का इस्तेमाल करते हैं तो यह थोड़ा रिस्की है। वहीं डिजिटल होने के फायदे यह हैं कि आपको किसी तरह का रिस्क नहीं उठाना पड़ता और फोन पे जैसे ऐप्स आपको डिजिटल पेमेंट करने का विकल्प तो देती हैं। साथ ही पेमेंट करने पर आपको ढेर सारे कूपन्स और कैशबैक मिलता है। इसके अलावा जब आप कैश इस्तेमाल करते हैं, तो इसके गिरने का खतरा रहता है।
क्या है फोन पे – What is Phonepe in Hindi
दोस्तों आज के समय में डिजिटल ट्रांजेक्शन करने के लिए कई ऐप्स इस्तेमाल की जाती हैं। इनमें से एक है फोन पे। फोन पे जैसी ऐप के जरिए न केवल आप अकाउंट का बैलेंस चेक कर सकते हैं। बल्कि महज कुछ ही सेकंड में पैसे का आदान प्रदान भी कर सकते हैं। इसके अलावा फोन पे के जरिए आप इंश्योरेंस से लेकर फोन के रिचार्ज तक आसानी से कर सकते हैं। फोन पे की ऐप यूपीआई के जरिए कार्य करती है। आपको बता दें कि युपीआई भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक सेवा है जिसका मकसद डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना है।
फोन पे डाउनलोड कैसे करें
दोस्तों अगर आप फोन पे को डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप एंड्रॉयड फोन में इसे प्ले स्टोर के जरिए हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आईओएस यूजर इसे ऐपल स्टोर के जरिए डाउनलोड करना है। आपने सही ऐप डाउनलोड किया है या नहीं यह देखने के लिए आप रिव्यू भी पढ़ सकते हैं। इसके अलावा प्ले स्टोर और ऐपल स्टोर पर मौजूद फोन पे ऐप का लिंक हम नीचे दे रहे हैं जिन पर क्लिक करके आप आसानी से इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
फोन पे अकाउंट कैसे बनाएं – Phone Pe Account Kaise Banaye
दोस्तों जब एक बार आपने अपने स्मार्टफोन के अंदर इस ऐप को डाउनलोड कर लिया हो, तो आप फोन पे पर अकाउंट बनाने की बारी है। आप आसानी से इस पर अकाउंट बना सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
- अगर आपने फोन पे ऐप को डाउनलोड कर लिया है तो अब आपको इस पर अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। ध्यान रहे क्या आप Plus500 पर पैसा खो सकते हैं? कि मोबाइल नंबर वही डालना होगा जो बैंक खाते से लिंक है।
- एक बार जब आप अपना नंबर डाल देंगे तो इसके बाद आपके पास एक ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड आएगा। इसे डालकर आप फोन पे अकाउंट कैसे बनाएं के जवाब जानने के लिए एक कदम आगे चुके होंगे।
- इसके बाद आपको अपनी तमाम जानकारियां फोन पर साझा करनी होगी, जैसे ईमेल एड्रेस, 4 डिजिट पासवर्ड, अपना नाम, आधार कार्ड, और पैन कार्ड आदि की जानकारी भी डालनी होगी। आपसे फॉर्म में जो भी जानकारी मांगी जाए उसे सही – सही भरें।
- एक बार जब आप यह जानकारी भर चुके होंगे, तो आपको अपने बैंक अकाउंट को इस ऐप से लिंक करना होगा।
- इसके लिए आपको केवल अपने बैंक का नाम चुनना होगा और इसके बाद यह ऐप आपके मोबाइल नंबर के आधार पर आपके अकाउंट की पहचान कर लेगी।
- इसके बाद जब आप अपने अकाउंट को लिंक करना चाहेंगे तो आपको बैंक की तरफ से एक ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को आप जैसे ही डालेंगे आपका अकाउंट नंबर फोन पे से लिंक हो जाएगा।
- फोन पे से अकाउंट लिंक होने के बाद आप आसानी से किसी भी तरह की डिजिटल ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
- इस तरह आपको फोन पे अकाउंट कैसे बनाए का जवाब मिल गया होगा।
कैसे वापस आएंगे गलत यूपीआई एड्रेस पर भेजे गए पैसे? जानिए क्या कर सकते हैं आप
नई दिल्ली. यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) ने लोगों के लिए एक-दूसरे को पैसा ट्रांसफर करना काफी आसान कर दिया है. आपको हर जगह कैश या क्रेडिट/डेबिट कार्ड लेकर चलने की आवश्यकता नहीं है. आप अपने फोन के जरिए अपनी रोजमर्रा की छोटी-बड़ी जरूरतों के लिए भुगतान कर सकते हैं. कोविड-19 के दौरान यूपीआई का इस्तेमाल बहुत तेजी के साथ बढ़ा. पेटीएम, क्या आप Plus500 पर पैसा खो सकते हैं? गूगल पे, फोन पे व BHIM ऐप के रूप में लोगों को यूपीआई इस्तेमाल करने के लिए अलग-अलग विकल्प भी मिले.
हालांकि, कोई भी चीज परफेक्ट नहीं हो सकती है. इसलिए यूपीआई यूजर्स को भी एक परेशानी का सामना करना पड़ता है. यूपीआई ट्रांजेक्शन इतनी तेजी से बढ़ा है कि कई बार लोग गलत यूपीआई पते पर पैसा भेज देते है. अगर ऐसा होता है तो क्या आप अपना पैसा वापस प्राप्त कर सकते हैं?
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क्या आपको पता है आप अपने मोबाइल से टाइपिंग करके captcha भर कर ads देखकर ऑनलाइन बहुत आसानी से पैसा कमा सकते है दोस्तों आपको आज मै एक बहुत ही बेहतरीन यानी 100% Genuine work के बारे में बताने वाला हूँ जो 5 सालो से मार्केट में खूब ट्रेंडिंग में है और लगातार पैसा देती आ रही है जहाँ पर लाखों लोग यहाँ से ऑनलाइन कमायी कर पा रहे है।
यहाँ काम कौन कौन कर सकते है?
अगर आप दसवी पास है या आपकी उम्र 16+ है तो आप इस काम को कर सकते है और यहाँ कोई भी skilss की ज़रूरत नही है और तो और अगर आपकी उम्र 10+ या Martix Fail Students है तो भी आप इस काम को करने के लिए रेडी हो जाए।
पैसा कैसे निकाले?
पैसे निकालने के निम्न तरीक़े है :-
दोस्तों ये सारी Option Crepto ऑप्शन है अगर आपको ऑनलाइन Crepto Currency के बारे में नही मालूम है तो चलिए मै क्या आप Plus500 पर पैसा खो सकते हैं? आपको समझता हूँ जैसे हम सभी indian है और इंडिया में Rupees चलती है ठीक वैसे ही बहुत सारे country है जहाँ अलग अलग प्रकार के पैसे होते है जैसे नेपाल कि मुद्रा येन, usa में Usd ठीक वैसे ही इस वेब्सायट पे आपको International कमायी होती है ।
लेकिन हम इन कमाए हुए coin को कैसे अपने Indian रूपी में बदलेंगे चलिए यह जाने –
आपको सबसे पहले FAUCETPAY पर अपना अकाउंट बनाना होगा Click Here
जब आप click here पर press करोगे तो आप Faucetpay वेब्सायट पर चले जाएगे और वहाँ आपको sign up करके अपनी अकाउंट बना लेनी है और वहाँ आपको login करके अपने dashbord पर आनी है
इस विडीओ को पूरा देखे सब प्रॉसेस बताए गये है
माइक्रोप्रोसेसर के साथ आने वाले स्मार्ट कार्ड साधारण क्रेडिट कार्ड से कैसे हैं अलग, क्या है इनमें खास- समझें डीटेल में
क्रेडिट कार्ड और स्मार्ट कार्ड एक जैसे दिख सकते हैं. लेकिन स्मार्ट कार्ड अंदर से क्रेडिट कार्ड से अलग हैं. एक स्मार्ट कार्ड में एक एम्बेडेड माइक्रोप्रोसेसर होता है.
क्रेडिट कार्ड हर किसी के जीवन का जरुरी हिस्सा बन गया है. बैंकों के पास अब सेविंग बैंक अकाउंट की तुलना में क्रेडिट कार्ड के कस्टमर्स ज्यादा हैं. नई टेक्नोलॅाजी आने के साथ ही क्या आप Plus500 पर पैसा खो सकते हैं? बैंक नए तरह के कार्ड भी देने लगे हैं. स्मार्ट कार्ड इसी क्रम में एक नया वेरिएंट है. स्मार्ट कार्ड क्रेडिट कार्ड से कई मायनों में अलग होते हैं. क्रेडिट कार्ड से अलग स्मार्ट कार्ड के माइक्रोप्रोसेसरों में मेमोरी स्टोरेज होता है. इसका उपयोग चिप में स्टोर डेटा तक पहुंचने के लिए किया जाता है. इनका उपयोग कैश कार्ड या क्रेडिट कार्ड के रूप में कर सकते हैं. ये एक स्पेसिफाइड क्रेडिट लिमिट के साथ आते हैं. साथ ही इसे स्टोर्ड पासवर्ड वाले आईडी कार्ड के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें एक गोल्ड पैड होता है. जिसके नीचे माइक्रोप्रोसेसर होता है. दूसरी तरफ एक क्रेडिट कार्ड में एक मेग्नेटिक स्ट्रिप होती है जिसके अंदर कुछ भी नहीं होता है.
स्मार्ट कार्ड, क्रेडिट कार्ड से कैसे है अलग
चिप और सिग्नेचर का यूज
स्मार्ट कार्ड में एक नई और बेहतर तकनीक का उपयोग होता है. इसे चिप और सिग्नेचर तकनीक कहा जाता है. इसका नाम यूरोपे मास्टर वीजा (Europay Master Visa) या ईएमवी है. जो इसे क्रेडिट कार्ड से अलग बनाता है. ये आमतौर पर यूरोपीय देशों में उपयोग किया जाता है. अभी अमेरिका सहित अन्य विकासशील और विकसित देश भी इस टेक्नोलॅाजी को अपनाने की प्रोसेस में लगे हुए हैं. स्मार्ट कार्ड में चिप और सिग्नेचर तकनीक का इस्तेमाल मेग्नेटिक स्ट्रिप की जगह होता है. इससे कार्ड के बारे में जानकारी कार्ड पर ही जमा हो जाती है. इसके अलावा, इसे "स्किमर" जैसे हार्डवेयर का उपयोग करके पढ़ा या चोरी नहीं किया जा सकता. मैग्नेटिक स्ट्रिप क्या आप Plus500 पर पैसा खो सकते हैं? वाले क्रेडिट कार्ड की तुलना में चिप वाले स्मार्ट कार्ड का क्लोन बनाना काफी मुश्किल होता है. इसके इस्तेमाल के लिए व्यापारी के पास एक टर्मिनल पॅाइंट होना जरुरी है जो चिप और पे कार्ड की इंफॅार्मेशन को रीड करता है. इसके बाद ट्रांजैक्शन को ऑथॅाराइज करने के लिए सिग्नेचर करना होता है.
स्मार्ट कार्ड, क्रेडिट कार्ड से कैसे है अलग
चिप और सिग्नेचर का यूज
स्मार्ट कार्ड में एक नई और बेहतर तकनीक का उपयोग होता है. इसे चिप और सिग्नेचर तकनीक कहा जाता है. इसका नाम यूरोपे मास्टर वीजा (Europay Master Visa) या ईएमवी है. जो इसे क्रेडिट कार्ड से अलग बनाता है. ये आमतौर पर यूरोपीय देशों में उपयोग किया जाता है. अभी अमेरिका सहित अन्य विकासशील और विकसित देश भी इस टेक्नोलॅाजी को अपनाने की प्रोसेस में लगे हुए हैं. स्मार्ट कार्ड में चिप और सिग्नेचर तकनीक का इस्तेमाल मेग्नेटिक स्ट्रिप की जगह होता है. इससे कार्ड के बारे में जानकारी कार्ड पर ही जमा हो जाती है. इसके अलावा, इसे "स्किमर" जैसे हार्डवेयर का उपयोग करके पढ़ा या चोरी नहीं किया जा सकता. मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले क्रेडिट कार्ड की तुलना में चिप वाले स्मार्ट कार्ड का क्लोन बनाना काफी मुश्किल होता है. इसके इस्तेमाल के लिए व्यापारी के पास एक टर्मिनल पॅाइंट होना जरुरी है जो चिप और पे कार्ड की इंफॅार्मेशन को रीड करता है. इसके बाद ट्रांजैक्शन को ऑथॅाराइज करने के लिए सिग्नेचर करना होता है.