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लंबी अवधि के लिए निवेश करें

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Photo:INDIA TV म्यूचुअल फंड

Mutual Funds में निवेश करना ही काफी नहीं! शानदार रिटर्न के लिए इस तरह करें सही फंड का चुनाव

बाजार के जानकारों का कहना है कि किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करते वक्त निवेशकों को पता होना चाहिये की वह किस फंड में निवश कर रहा है।

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: November 13, 2022 6:56 IST

म्यूचुअल फंड- India TV Hindi

Photo:INDIA TV म्यूचुअल फंड

Mutual Funds में ज्यादातर निवशक बिना सोचे-समझे निवेश कर देते हैं। वो मानकर चलते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश कर दिया है तो शानदार रिटर्न मिलेगा। हालांकि, ऐसा नहीं है। बेहतर रिटर्न के लिए सही म्यूचुअल फंड का चुनाव करना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर फायदे की जगह नुकसान होने का भी खतरा रहता है। बाजार के जानकारों का कहना है कि किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करते वक्त निवेशकों को पता होना चाहिये की वह किस फंड में निवश कर रहा है। क्योंकि इसी के आधार पर तय होगा निवेश पर कितना जोखिम है और रिटर्न कितना मिलेगा। तो आइए, जानते हैं कि म्यूचुअल फंड में कौन-कौन से फंड और किसमें निवेश करना सबसे सही।

Equity Funds

इक्विटी फंड स्कीम का कम से कम 65 प्रतिशत निवेश शेयरों में होता है, जिसे 100 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है। उच्च इक्विटी एक्सपोजर के कारण, ऐसे फंड बाजार के उतार-चढ़ाव से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और जोखिम अधिक होता है। हालांकि, लंबी अवधि में निवेशकों को सबसे शानदार रिटर्न मिलता है।

इक्विटी फंड क्यों: म्यूचुअल फंड की इक्विटी ही एकमात्र स्कीम जिसमें महंगाई को मात देने की क्षमता है।

कितने साल के लिए करें निवेश: इक्विटी फंडों पर बाजार के उतार-चढ़ाव का सबसे ज्यादा असर होता है। ऐसे में आपको कम से कम 3 साल से ज्यादा समय के लिए निवेश करना चाहिए। निवेश की अवधि जितनी अधिक होगी, जोखिम कम होगा और बेहतर रिटर्न मिलेगा।

ELSS

इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) म्यूचुअल फंड की विशेष स्कीम हैं, जिसमें निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स की धरा 80सी के तहत कर छूट मिलती है। लेकिन इसमें 3 साल की लॉक इन अवधि होती है। ईएलएसएस की अन्य विशेषताएं इक्विटी फंड के समान हैं।

Debt Funds

डेट स्कीम फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटी में निवेश करते हैं,जैसे बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड, गर्वनमेंट सिक्योरिटी, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स आदि। इस स्कीम का लक्ष्य निवेशकों को एक स्थिर और नियमित आय देना होता है। इसमें जोखिम कम लिया जाता है और रिटर्न भी सीमित होता है।

क्यों करें निवेश: कम जोखिम लेने वाले निवेशक इस स्कीम का चुनाव कर सकते हैं। इसमें कम जोखिम पर एफडी से ज्यादा रिटर्न मिलता है।

निवेश की अवधि: निवेश की अवधि विभिन्न डेट फंडों के लिए अलग-अलग हो सकती है। 1-3 साल के लिए पैसा लगाना बेहतर होगा।

Liquid Funds

लिक्विड फंड भी डेट फंड श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। इसके पोर्टफोलियो में बहुत कम परिपक्वता अवधि वाले उत्पाद होते हैं। इस तरह के फंड 1-60 दिनों की निवेश अवधि के लिए आदर्श होते हैं। ऐसे फंड का नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) शनिवार और रविवार को भी निर्धारित किया जाता है। इसलिए, छुट्टियों में भी इससे निकासी संभव है।

Hybrid Funds

कम जोखिम के साथ इक्विटी रिटर्न प्रदान करने के उद्देश्य से हाइब्रिड फंड इक्विटी और डेट इंस्ट्रूमेंट दोनों में निवेश करते हैं।

हाइब्रिड स्कीम क्यों: बाजार में तेजी का फायदा उठाने के लिए यह फंड बेहतर है। इसके साथ ही आप निश्चित आय के लिए भी इसका चुनाव कर सकते हैं। यह आपको बाजार में तेज उतार-चढ़ाव से भी सुरक्षा देता है।

म्यूचुल फंड हो तो ऐसा: ₹10 हजार के SIP को बना दिया सीधे 13 करोड़ करोड़, आपका भी है निवेश?

फंड को 08 अक्टूबर 1995 को लॉन्च किया गया था और इसलिए फंड ने अपनी स्थापना के 27 साल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। स्थापना के बाद से फंड ने 22.29% का सीएजीआर दिया है।

म्यूचुल फंड हो तो ऐसा: ₹10 हजार के SIP को बना दिया सीधे 13 करोड़ करोड़, आपका भी है निवेश?

Mutual Fund Investment: मिड-कैप फंड (mid cap fund) निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड (Nippon India Growth Fund) मुख्य रूप से मिड-कैप शेयरों में निवेश करता है। लंबी अवधि की पूंजी वृद्धि के लिए निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड उन हाई रेटेड कंपनियों में निवेश करता है जिनमें लार्ज कैप (Large cap) बनने की क्षमता है। फंड को मॉर्निंगस्टार द्वारा 3-स्टार और वैल्यू रिसर्च द्वारा 4-स्टार रेटिंग दी गई है।

27 साल का धांसू रिटर्न
फंड को 08 अक्टूबर 1995 को लॉन्च किया गया था और इसलिए फंड ने अपनी स्थापना के 27 साल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। स्थापना के बाद से फंड ने 22.29% का सीएजीआर दिया है, आइए अब देखें कि कैसे फंड ने 27 सालों की अवधि में ₹10,000 के मासिक एसआईपी को ₹13 करोड़ में बदल दिया है।

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड का प्रदर्शन (डेटा 31 अक्टूबर, 2022 तक)
पिछले साल की तुलना में फंड के 11.89% के प्रदर्शन को देखते हुए ₹10,000 के मासिक एसआईपी की बदौलत निवेशकों के ₹1.20 लाख बढ़कर ₹1.27 लाख हो गया होता। फंड ने पिछले तीन सालों में 27.53% का सालाना एसआईपी रिटर्न दिया है। ऐसे में ₹10,000 के लंबी अवधि के लिए निवेश करें मासिक एसआईपी कुल निवेश ₹3.60 लाख बढ़कर ₹5.31 लाख हो जाता। पिछले पांच सालों में 21.10% के सालाना एसआईपी रिटर्न मिला है, इसके बाद ₹10,000 का मासिक एसआईपी अब यानी कुल निवेश ₹6 लाख से बढ़कर ₹10.08 लाख हो गया होता।

13 करोड़ रुपये कैसे हुआ?
चूंकि फंड ने पिछले दस सालों में 17.37% रिटर्न दिया है, ऐसे में ₹10,000 के मासिक एसआईपी यानी कुल निवेश ₹12 लाख से बढ़कर ₹29.77 लाख हो जाता। पिछले 15 सालों में 15.71% के सालाना SIP रिटर्न को देखते हुए ₹10,000 के मासिक SIP की बदौलत ₹18 लाख का संपूर्ण निवेश अब बढ़कर ₹65.35 लाख हो गया होता। चूंकि, फंड ने पिछले 20 सालों में 18.99% का सालाना एसआईपी रिटर्न दिया है। यानी ₹10,000 मासिक एसआईपी अब ₹24 लाख के कुल निवेश को बढ़ाकर ₹2.17 करोड़ कर दिया।
चूंकि, फंड ने पिछले 25 सालों में 22.12% रिटर्न दिया है। ₹10,000 का मासिक एसआईपी अब निवेश को ₹30 लाख से बढ़ाकर ₹8.87 करोड़ कर देता। यदि किसी निवेशक ने इस फंड के शुरू होने के दौरान ₹10,000 का मासिक एसआईपी किया होता जिसमें 22.29% का सालाना रिटर्न है, तो अब तक यह बढ़कर ₹32.40 लाख का कुल निवेश ₹13.67 करोड़ हो गया होता।

Investment Tips: क्या है 15x15x15 का फ़ॉर्मूला, जो बना सकता है आपको अमीर

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डीएनए हिंदी: रुपये से रुपये कमाना एक कला है. इसके लिए स्मार्ट इन्वेस्टमेंट प्लानिंग का होना बेहद जरूरी है. अब स्मार्ट इन्वेस्टमेंट प्लानिंग क्या है इसमें लोग उलझ जाते हैं. निवेश की हमेशा सुरक्षित और लंबी अवधि के लिए होना चाहिए. साथ ही यह भी पता करना बेहद जरूरी है कि कौन से निवेश स्कीम में कितना मुनाफा मिलेगा. जितनी कम उम्र में आप निवेश करेंगे आपको उतना ज्यादा रिटर्न मिलेगा. लेकिन अगर आप निवेश के 15X15X15 के फॉर्मूले को अपनाएंगे तो आप करोड़पति भी बन सकते हैं. इस फॉर्मूले के पीछे पॉवर ऑफ कम्पाउंडिंग काम करता है. इस फॉर्मूले के तहत लंबी अवधि के लिए निवेश करें इन्वेस्टमेंट लंबे वक्त के लिए होना चाहिए.

क्या होता है पावर ऑफ कम्पाउंडिंग

ओरिजिनल इन्वेस्टमेंट पर ब्याज
दोनों रकम पर दुबारा ब्याज का मुनाफा
इन्वेस्टमेंट+इंटरेस्ट+इंटरेस्ट+इंटरेस्ट= कम्पाउंडिंग

15x15x15 का फॉर्मूला

उदाहरण के तौर पर मान लीजिये आपने 15 साल के लिए 15 हजार रुपये प्रति महीने का निवेश (Monthly Investment) किया. इस निवेश पर आपको 15 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है. आपने इस दौरान कुल 27 लाख रुपये का निवेश किया. इसके अलावा कम्पाउंडिंग के जरिए 73 लाख रुपये की ब्याज से कमाई हुई. यानी 15 साल बाद आपको 1 करोड़ रुपये का रिटर्न मिलेगा.

10 साल के लिए इन्वेस्टमेंट

    10 हजार रुपये
  • अनुमानित रिटर्न: 12 प्रतिशत सालाना
  • निवेश की अवधि: 10 साल
  • आपका कुल निवेश: 12 लाख रुपये
  • SIP की कुल वैल्यू: 23 लाख रुपये
  • फायदा: 11 लाख रुपये

15 साल का निवेश

    मंथली SIP: 10 हजार रुपये


20 साल के लिए निवेश

  • मंथली SIP: 10 हजार रुपये
  • अनुमानित रिटर्न: 12 प्रतिशत सालाना
  • आपका कुल निवेश: 24 लाख रुपये
  • SIP की कुल वैल्यू: 98.93 लाख रुपये
  • फायदा: लंबी अवधि के लिए निवेश करें 74.93 लाख रुपये


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Post Office Scheme: इस योजना में अभी करें निवेश, मिलेगा दोगुना मुनाफा

Post Office Scheme: इस योजना में अभी करें निवेश, मिलेगा दोगुना मुनाफा

डीएनए हिंदी: Post Office की योजनाएं उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प हैं जो सुरक्षित और लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं. हालांकि पोस्ट ऑफिस की स्कीमें शेयर बाजार की तुलना में कम रिटर्न देती हैं लेकिन यह कम जोखिम भरी होती हैं. ऐसे में पोस्ट ऑफिस में निवेश करना आपके लिए लगभग जीरो रिस्क के साथ प्रॉफिट कमाने का जरिया हो सकता है. बहरहाल अगर आपमें जोखिम लेने की क्षमता अधिक है तो आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) जैसे इक्विटी में निवेश कर सकते हैं, लेकिन अगर आप सुरक्षित और शून्य जोखिम वाले निवेश की तलाश में हैं तो पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम (Post Office Saving Scheme) एक बेहतर विकल्प हो सकता है. ऐसी ही एक डाकघर योजना है किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra). आइए जानते हैं कैसे आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.

किसान विकास पत्र (KVP) क्या होता है?

किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) योजना 1988 में शुरू की गई थी. उस समय इसका उद्देश्य किसानों के निवेश को दोगुना करना था, लेकिन अब इसे सभी के लिए खोल दिया गया है. किसान विकास पत्र एकमुश्त निवेश योजना है. इस योजना की अवधि 124 महीने यानी 10 साल 4 महीने है.

post office

अगर आपने 1 अप्रैल 2022 से 30 जून 2022 तक इस योजना में निवेश किया है, तो आपके द्वारा जमा की गई एकमुश्त राशि 10 साल 4 महीने में दोगुनी हो जाएगी. इस योजना के तहत आपको सालाना 6.9% का चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है.

असीमित निवेश करें (Unlimited Investment)

आप न्यूनतम 1,000 रुपये के निवेश के साथ किसान विकास पत्र प्रमाणपत्र खरीद सकते हैं. इस योजना में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. यानी आप इस योजना में जितना चाहें उतना पैसा लगा सकते हैं.

पैन और आधार अनिवार्य

असीमित निवेश की वजह से इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का भी खतरा है. सरकार ने लंबी अवधि के लिए निवेश करें इसको ध्यान में रखते हुए 2014 में 50,000 रुपये से अधिक के निवेश के लिए पैन कार्ड (PAN Card) अनिवार्य कर दिया है. इसके अलावा आपको अपना पहचान पत्र भी देना होगा.

अगर कोई 10 लाख रुपये या उससे अधिक का निवेश करता है तो आय प्रमाण (Income Proof) भी जमा करना होगा जैसे कि आईटीआर (ITR), सैलरी स्लिप (Salary Slip) और बैंक स्टेटमेंट (Bank Statement) आदि.

किसान विकास पत्र के तीन विकल्प

1. सिंगल होल्डर टाइप सर्टिफिकेट: इस तरह का सर्टिफिकेट खुद के लिए या नाबालिग के लिए खरीदा जाता है.

2. ज्वाइंट ए अकाउंट सर्टिफिकेट: यह दो वयस्कों को संयुक्त रूप से जारी किया जाता है. दोनों धारकों, या जो भी जीवित है को रिटर्न का भुगतान किया जाता है.

3. ज्वाइंट बी खाता प्रमाणपत्र: यह दो वयस्कों को संयुक्त रूप से जारी किया जाता है. इसके तहत केवल एक धारक को रिटर्न का भुगतान किया जाता है.

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