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ईटीएफ की लागत क्या है?

ईटीएफ की लागत क्या है?
हिन्दुस्तान 20-11-2022 लाइव हिन्दुस्तान

क्या ETF से करोडपती Retirement ले सकते है?

अगर बात करे ETF के साथ करोड़पति बनके Retirement ले सकते है? तो जवाब है ‘हाँ’ आप ETF से करोड़पति बन सकते है.

ETF ईटीएफ की लागत क्या है? क्या है और कैसे काम करता है?

ETF का फुल फॉर्म ‘Exchange Traded Fund‘ एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) एक प्रकार का फंड है जो Underlying Asset जैसे (स्टॉक, बॉन्ड, सोना, आदि के शेयर) मे निवेश करता है जो फंड बनाते हैं। ईटीएफ के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर कीमतों पर व्यापार करते हैं जो अंतर्निहित परिसंपत्तियों के शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य से भिन्न हो सकते हैं।

म्यूचुअल फंड की तुलना में ईटीएफ का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इनका एक्सपेंस रेशियो कम होता है, जिसका मतलब है कि निवेशक अपने रिटर्न को ज्यादा रखते हैं। मुख्य नुकसान यह है कि म्यूचुअल फंड की तुलना में उनकी ट्रेडिंग लागत अधिक होती है।

क्या ETF से करोडपती Retirement ले सकते है?

ETF ठीक उसी तरह से कार्य करते जिस तरह से शेअर मार्केट ईटीएफ की लागत क्या है? मे स्टॉक काम करते है. इंडिया मे ETF जैसे “HDFC Sensex ETF” मौजूद है. ETF यह कई अलग- अलग तरह के शेअर का एक बास्केट है जिसमे अलग तरह के शेअर होते है, ETF मे निवेश मतलब अलग तरह कंपनी और बिजनेस में निवेश करना जो की नया रोमांचक अनुभव देता है. और यह आपके निवेश को Million-Dollar Retirement मे बदल सकता है.

मार्केट तेजी से बढ़ रहा है

बहुत से निवेशकों का यह मानना है “etf के नाम” ‘Sensex’ और ‘Nifty 50’ के प्रदर्शन को दिखाते है. और बाजार के बेहतर प्रदर्शन को दिखाने के बजाय उसे हराने के लिए है. बस एक चीज का अंदाज नही लगा सकते और वह है बाजार भविष्य मे किस तरह Return देगा या कितना अच्छा प्रदर्शित होगा.

पिछले पाँच साल की तुलना मे Nifty 50 इस साल 50% से अधिक है और दस साल की तुलना मे देखे तो 180% से ज्यादा की बढ़ोत्रि हुई है. और पिछले कुछ दशकों की रिपोर्ट देखे तो यह 300% से भी ज्यादा है.

अगर कुछ और सालों का इंडेक्स का अध्ययन देखे तो इसमे कुछ बेहतर साल रहे जिनमे लोगों को निवेश अच्छे प्राप्त हुए और कुछ निराश जनक साल रहे जिनमे काफी कम Return मिले. इस सभी का औसत निकले तो आप मान सकते है निवेशकों को हर साल 10%-12% से थोड़ा उपर के चक्रवृद्धि वार्षिक लाभ प्राप्त हुए है.

इस दरम्यान निवेशकों को कुछ अच्छे और कुछ बदतर सालों को भी देखना पड़ा. Market को और थोड़ा समय दिये जाने पर आप मान सकते हो की शेअरो के अलग पोर्टफोलियो मे 10% के लाभ की उम्मीद की जा सकती है.

Nifty 50 मे ₹5 लाख का वार्षिक निवेश करते है तो चक्रवृद्धि ब्याज से आपकी मूल राशि एक वर्ष बाद ₹7 Crore से अधिक की ईटीएफ की लागत क्या है? हो जायेगी. हालांकि यह संभव है कि आपके Retirement तक आप करोड़पति बन सकते है.

बेहतर Return के लिए स्टॉक चुनना आसान है

चाहे कितने भी पेशेवर निवेशक क्यों न हो, उन्होंने कितने ही सालों स्टॉक पीकिंग मे लगाए हो लेकिन वह कभी सक्रिय रूप से बेंचमार्क जैसे Nifty 50 और Sensex से बेहतर निवेश पर Return शायद दे पाए.

अगर पीछले 5 सालों के फंड की तुलना करे तो 84% से ज्यादा फंड Sensex और Nifty से कम का प्रदर्शन किया और पिछले 10 वर्षों के Record देखे तो 90% ऐसे mutual Fund जिनकी खरेदी-बिक्री हुए वे Benchmark के Pure Return से पीछे थे.

Conclusion:

ETF मे निवेश करके भी करोड़पति बना जा सकता है और आप एक करोड़पति Retirement ले सकते है.

SBI में FD-RD की बजाए SBI ETF में निवेश कीजिए, दुगना ब्याज (9%) मिलेगा / INVESTMENT FUNDS

भारत के ज्यादातर लोगों के लिए उनकी जमा पूंजी का सबसे सुरक्षित स्थान यदि कोई है तो उसका नाम है भारतीय स्टेट बैंक। भारत के सबसे ज्यादा मध्यमवर्गीय परिवारों के बैंक अकाउंट एसबीआई में है। ज्यादातर लोग सेविंग अकाउंट से ज्यादा पैसा कमाने के लिए एसबीआई में फिक्स डिपॉजिट या रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम शुरू करते हैं लेकिन हम यहां आपको एसबीआई की एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं जो अब तक 9% से ज्यादा का ब्याज दे दिया रही है।

इंडेक्स फंड का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इनका एक्सपेंस रेश्यो कम होता है। ये पैसिवली मैनेज होते हैं, इसलिए सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले फंडों के मुकाबले इंडेक्स फंड पर कम खर्च आता है। इनका टोटल एक्सपेंस रेश्यो बहुत कम आता है।

इंडेक्स फंड का फायदा यह है कि इससे निवेशकों को अपना पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई करने का मौका मिल जाता है। इंडेक्स फंडों में ट्रैकिंग एरर कम होता है। इससे इंडेक्स को इमेज करने की एक्यूरेसी बढ़ जाती है. इस तरह रिटर्न का ईटीएफ की लागत क्या है? ज्यादा सटीक अनुमान लगाया जा सकता है। इंडेक्स फंड ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर है जो रिस्क कैलकुलेट कर चलना चाहते हैं, भले ही उन्हेें ठीक ठा​क रिटर्न मिले। यानी इंडेक्स फंड में पैसा डूबने का खतरा बहुत कम होता है।

(Disclaimer: हमने यहां सिर्फ इंडेक्स फंड के बारे में जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने स्तर पर सलाह जरूर लें.)

SBI में FD-RD की बजाए SBI ETF में निवेश कीजिए, दुगना ब्याज (9%) मिलेगा / INVESTMENT FUNDS

भारत के ज्यादातर लोगों के लिए उनकी जमा पूंजी का सबसे सुरक्षित स्थान यदि कोई है तो उसका नाम है भारतीय स्टेट बैंक। भारत के सबसे ज्यादा मध्यमवर्गीय परिवारों के बैंक अकाउंट एसबीआई में है। ज्यादातर लोग सेविंग अकाउंट से ज्यादा पैसा कमाने के लिए एसबीआई में फिक्स डिपॉजिट या रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम शुरू करते हैं लेकिन हम यहां आपको एसबीआई की एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं जो अब तक 9% से ज्यादा का ब्याज दे दिया रही है।

इंडेक्स फंड का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इनका एक्सपेंस रेश्यो कम होता है। ये पैसिवली मैनेज होते हैं, इसलिए सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले फंडों के मुकाबले इंडेक्स फंड पर कम खर्च आता है। इनका टोटल एक्सपेंस रेश्यो बहुत कम आता है।

इंडेक्स फंड का फायदा यह है कि इससे निवेशकों को अपना पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई करने का मौका मिल जाता है। इंडेक्स फंडों में ट्रैकिंग एरर कम होता है। इससे इंडेक्स को इमेज करने की एक्यूरेसी बढ़ जाती है. इस तरह रिटर्न का ज्यादा सटीक अनुमान लगाया जा सकता है। इंडेक्स फंड ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर है जो रिस्क कैलकुलेट कर चलना चाहते हैं, भले ही उन्हेें ठीक ठा​क रिटर्न मिले। यानी इंडेक्स फंड में पैसा डूबने का खतरा बहुत कम होता है।

(Disclaimer: हमने यहां सिर्फ इंडेक्स फंड के बारे में जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने स्तर पर सलाह जरूर लें.)

निवेश का है प्लान? तो यहां कम से कम 100 रुपये लगाकर पाएं मोटा मुनाफा

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हिन्दुस्तान 20-11-2022 लाइव हिन्दुस्तान

अगर आप इक्विटी में नए हैं और सीधे शेयरों के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो निवेश करने के लिए सही कंपनी पर निर्णय लेना आसान नहीं है और इससे पहले आपको कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसकी व्यावसायिक संभावनाओं, वैल्यूएशन, उद्योग की गतिशीलता, बाजार की स्थितियों आदि को समझने की जरूरत है। यहां पर निफ्टी 50 ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) सामने आता है। ईटीएफ, जो एक खास इंडेक्स को ट्रैक करता है, इससे एक्सचेंजों पर स्टॉक की तरह कारोबार किया जाता है, लेकिन इसे एक म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा ऑफर किया जाता है।

100 रुपये में करें निवेश

ऐसे निवेशकों के लिए निफ्टी 50 ईटीएफ बहुत कम राशि में भी एक्सपोजर देगा। ईटीएफ की एक यूनिट को आप 100 रुपये में खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ एनएसई पर 185 रुपये की कीमत पर ट्रेड करता है। इस प्रकार आप 500-1000 रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और एक्सचेंज से निफ्टी 50 ईटीएफ की यूनिट खरीद सकते हैं। आप हर महीने व्यवस्थित निवेश भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आप बाजार के सभी स्तरों पर खरीदारी करेंगे और आपके निवेश की लागत औसत होगी। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ का ट्रैकिंग एरर, जो किसी अंतर्निहित इंडेक्स से फंड रिटर्न ईटीएफ की लागत क्या है? के विचलन (deviation) का एक पैमाना है - 0.03% है, जो निफ्टी 50 ईटीएफ यूनिवर्स में सबसे ईटीएफ की लागत क्या है? कम है। सीधे शब्दों में कहें तो यह संख्या जितना कम है, उतना बेहतर।

निफ्टी 50 इंडेक्स की डिटेल

निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण (market capitalization) के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इसलिए, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में उम्दा विविधीकरण (excellent diversification) प्रदान करता है क्योंकि यह सूचकांक की राह पर चलता है। आप बाजार समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ के यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं। इस संबंध में, निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए एक स्टार्टिंग पॉइंट में से एक है।

जोखिम का कम होता है खतरा

एक विविध पोर्टफोलियो (diversified portfolio) किसी निवेशक के लिए जोखिम को कम करता है, जो ईटीएफ की लागत क्या है? कि किसी स्टॉक में निवेश करने के मामले में नहीं होता है, क्योंकि यहां बाजार में आने वाला उतार-चढ़ाव कंपनियों के एक बास्केट की तुलना में किसी एक स्टॉक की कीमत को अधिक प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है। साथ ही, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश से मिलने वाला रिटर्न अंतर्निहित सूचकांक (underlying index) में उतार-चढ़ाव की नकल करेगा। केवल ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता पड़ती है। जिनके पास डीमैट खाता नहीं है वे निफ्टी 50 इंडेक्स फंड में निवेश करने पर विचार ईटीएफ की लागत क्या है? कर सकते हैं।

निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है। चूंकि ईटीएफ निफ्टी 50 इंडेक्स को निष्क्रिय रूप से (passively) ट्रैक करता है और इंडेक्स घटकों (constituents) में सीमित या कोई मंथन नहीं होता है, इसलिए लागत कम होती है। एक्सपेन्स रेशयो या दूसरे शब्दों में, जो फंड चार्ज करते हैं, वह सिर्फ 2 से 5 आधार अंक (0.02-0.05%) है। एक आधार अंक प्रतिशत अंक का सौवां हिस्सा होता है।

इक्विटी और स्टॉक में नए निवेशक के रूप में आपको कुछ कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी महंगी लग सकती हैं। निफ्टी बास्केट के भीतर ऐसे स्टॉक हैं जो 15,000 रुपये से 30,000 रुपये प्रति शेयर के बीच कहीं भी ट्रेड करते हैं। यह मानते हुए कि आप अपने स्वयं के विश्लेषण के बाद ऐसे शेयरों में निवेश करना चुनते हैं, इन कंपनियों में निवेश करने के लिए आपके पास पर्याप्त मात्रा में निवेश करने की आवश्यकता होगी। नए निवेशकों के लिए, विशेष रूप से उनके करियर के शुरुआती चरण में सीमित मासिक या पिरीआडिक सरप्लस के साथ यह राशि बहुत बड़ी और पहुंच से बाहर हो सकती है।

निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश करके, आप बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना, वर्षों तक बाजार की गतिशीलता ( market dynamics) को समझना शुरू कर सकते हैं। जब आप बाजारों को चलाने वाले विभिन्न कारकों से खुद से परिचय कराते हैं, तो आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता (risk appetite), लक्ष्य, समय सीमा और निवेश करने योग्य सरप्लस के आधार पर छोटे और मिडकैप शेयरों या म्यूचुअल फंड का पता लगा सकते हैं। इस प्रकार, जैसे ही आप अपनी निवेश की जर्नी शुरू करते हैं, निफ्टी 50 ईटीएफ आपका पहला निवेश हो सकता है।

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