मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
These articles, the information therein and their other contents are for information purposes only. All views and/or recommendations are those of the concerned author personally and made purely for information purposes. Nothing contained in the articles should be construed as business, legal, tax, accounting, investment or other advice or as an advertisement or promotion of any project or developer or locality. Housing.com does not offer any such advice. No warranties, guarantees, promises and/or representations of any kind, express or implied, are given as to (a) the nature, standard, quality, reliability, accuracy or otherwise of the information and views provided in (and other contents of) the articles or (b) the suitability, applicability or otherwise of such information, views, or other contents for any person’s circumstances.
Housing.com shall not be liable in any manner (whether in law, contract, tort, by negligence, products liability or otherwise) for any losses, injury or damage (whether direct or indirect, special, incidental or consequential) suffered by such person as a result of anyone applying the information (or any other contents) in these articles or making any investment decision on the basis of such information (or any such contents), or otherwise. The users should exercise due caution and/or seek independent advice before they make any decision or take any action on the basis of such information or other contents.
मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड
मनी मार्केट फंड क्या है? और इनके विभिन्न प्रकार
- Post author: धन महोत्सव
- Post category: म्यूचुअल फंड
- Reading time: 3 mins read
Money Market Fund में निवेश करने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि मनी मार्केट फंड क्या हैं, मनी मार्केट फंड कैसे काम करते है और मनी मार्केट म्यूचुअल फंड के विभिन्न प्रकार कौन-कौन से हैं?, यह आपको बेहतर आउटपुट और रिटर्न के लिए सही निवेश निर्णय लेने में मदद करेगा।
छोटी अवधि में पैसा कमाने के लिए मनी मार्केट म्यूचुअल फंड (money market fund) सबसे अच्छा विकल्प माने जाते है। उनकी त्वरित तरलता सुविधा कम जोखिम में इष्टतम रिटर्न उत्पन्न करने के लिए अधिक निवेशकों को आकर्षित करती है। आप अपने नॉलेज को बढ़ाने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने की प्रक्रिया को जान सकते हैं।
मनी मार्केट फंड क्या है? या Money Market Fund kya hote hai
मनी मार्केट फंड अल्पकालिक डेट फंड (short-term debt funds) हैं। ये विभिन्न मुद्रा बाजार साधनों में निवेश करते हैं जैसे जमा प्रमाणपत्र (सीडी), ट्रेजरी बिल (टी-बिल), वाणिज्यिक पत्र (सीपी) आदि। मनी मार्केट म्यूचुअल फंड की औसत परिपक्वता अवधि एक वर्ष होती है।
मनी मार्केट फंड की परिभाषा (Definition of Money Market Fund)
मनी मार्केट फंड वे फंड हैं जिनकी अधिकतम परिपक्वता अवधि 1 वर्ष है, जो निवेशकों को सावधि जमा और बैंक बचत खातों की तुलना में 7 दिनों से 365 दिनों के भीतर अधिक रिटर्न देते है।
मनी मार्केट फंड निश्चित आय वाले म्यूचुअल फंड हैं जो कम परिपक्वता और न्यूनतम क्रेडिट जोखिम की विशेषता वाली ऋण प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले, आपको विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड के बारे में पता होना चाहिए।
इन फंडों को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड कि फंड मैनेजर को उधार अवधि के समायोजन के माध्यम से जोखिम को नियंत्रण में रखते हुए उच्च रिटर्न उत्पन्न करने की अनुमति मिलती है।
मनी मार्केट फंड म्यूचुअल फंड के सबसे कम-अस्थिरता वाले प्रकारों में से हैं। ये तरलता के उच्च स्तर को बनाए रखते हुए एक वर्ष तक की अवधि में अच्छा रिटर्न देने का प्रयास करते है।
मनी मार्केट म्यूचुअल फंड द्वारा उत्पन्न आय या तो कर योग्य या कर-मुक्त होती है, जो प्रतिभूतियों के प्रकार पर निर्भर करती है। आप फॉरेक्स कार्ड क्या होता है और बेस्ट भारतीय फॉरेक्स कार्ड के बारे में भी जाने।
मनी मार्केट म्यूचुअल फंड में कौन निवेश मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड कर सकता है?
शॉर्ट-टर्म डेट फंड होने के नाते, ये फंड कम अवधि के लिए कम जोखिम वाले निवेश की तलाश करने वाले निवेशकों के लिए अत्यधिक उपयुक्त हैं।
ये फंड कम से कम 3-6 महीने के निवेश क्षितिज के लिए आदर्श माने जाते है। ये योजनाएं समान अवधि के बैंक सावधि जमा (Fixed deposit) की तुलना में बेहतर रिटर्न देती हैं।
मनी मार्केट एक एक्सचेंज है जहां नकद और नकद समकक्ष उपकरणों का व्यापार होता है। मुद्रा बाजारों में कारोबार किए जाने वाले उपकरणों की परिपक्वता अवधि एक दिन से लेकर एक वर्ष तक हो सकती है।
मुद्रा बाजार में लेन-देन आमतौर पर संस्थागत खरीदारों और विक्रेताओं द्वारा थोक में किया जाता है। इसलिए, खुदरा निवेशक मुद्रा बाजार यानी money market के साधनों का लाभ नहीं उठा सकते। खुदरा निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से उनमें निवेश करने का एकमात्र तरीका है।
ये फंड पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं, फिर भी इन फंडों में इक्विटी और डेट फंडों की तुलना में सबसे कम जोखिम होता है। इन निधियों का उपयोग अस्थायी रूप से धन संचय करने और अल्पकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए किया जाना चाहिए।
ये लंबी अवधि के निवेश लक्ष्यों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। लेकिन, आप लॉन्ग टर्म उद्देश्य को पूरा करने के लिए इक्विटी फंड के विभिन्न प्रकार में निवेश कर सकते हैं।
मनी मार्केट फंड के विभिन्न प्रकार (Types of Money Market Funds)
जोखिम लेने की क्षमता, समय अवधि और तरलता की आवश्यकता के अनुसार निवेशकों के लिए कई प्रकार के मुद्रा बाजार साधन उपलब्ध हैं। मनी मार्केट फंड उच्च गुणवत्ता वाले अल्पकालिक ऋण उपकरणों, नकद और नकद समकक्षों में निवेश करते है। म्यूचुअल फंड उद्योग में मुख्य रूप से तीन प्रकार के मनी मार्केट फंड उपलब्ध हैं।
मनी मार्केट फंड के प्रकार जिनमें म्यूचुअल फंड कंपनियां ज्यादातर पैसा निवेश करती हैं – 1. ट्रेजरी बिल या टी-बिल, 2. जमा प्रमाणपत्र या सीडी, 3. वाणिज्यिक पत्र या सीपी। हम इनके विभिन्न प्रकारों के बारे में चर्चा कर रहे हैं:
ट्रेजरी बिल (Treasury Bills or T-Bills)
ट्रेजरी बिल या टी-बिल सरकार द्वारा 365 दिनों तक की अल्पावधि के लिए धन जुटाने के लिए जारी किए जाते हैं। चूंकि ये सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं, इसलिए इन्हें बहुत सुरक्षित माना जाता है।
ट्रेजरी बिल मूल मूल्य से छूट पर जारी किए जाते हैं और खरीदार को परिपक्वता पर मूल मूल्य मिलता है। उदाहरण के लिए, ₹ 100 के ट्रेजरी बिल को ₹ 95 पर खरीद सकते है, लेकिन खरीदार को परिपक्वता तिथि पर ₹ 100 मिलते हैं।
ट्रेजरी बिल पर रिटर्न अर्थव्यवस्था में तरलता की स्थिति पर निर्भर करता है। जब तरलता (liquidity) संकट होता है, तो रिटर्न अधिक होता है और इसके विपरीत।
जमा प्रमाणपत्र (Certificate of Deposit or CD)
जमा प्रमाणपत्र या सीडी एक मुद्रा बाजार साधन है जो विशिष्ट बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा व्यक्तियों, कंपनियों और अन्य संस्थाओं को जारी किया जाता है। यह एक सावधि जमा की तरह है जो निवेशित राशि पर एक निश्चित ब्याज दर की पेशकश करता है।
वाणिज्यिक बैंकों द्वारा जारी जमा प्रमाणपत्र की परिपक्वता अवधि 7 दिनों से लेकर 1 वर्ष तक हो सकती है। वित्तीय संस्थानों के लिए, यह 1 वर्ष से 3 वर्ष तक है। भारत के टॉप बैंक्स के माध्यम से आप सर्टिफिकेट आफ डिपॉजिट में निवेश कर सकते हैं।
निश्चित पूर्व-निर्धारित कार्यकाल यह सुनिश्चित करता है कि पूर्व-निर्धारित कार्यकाल के पूरा होने से पहले निवेश की गई राशि को पुनर्प्राप्त नहीं किया जा सकता है। इस इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट में निवेश राशि आसानी से नेगोशिएबल की जा सकती है।
वाणिज्यिक पत्र (Commercial Paper or CP)
कमर्शियल पेपर (CP) एक असुरक्षित और परक्राम्य (negotiable) money market instrument है, जो कंपनियों द्वारा आमतौर पर एक वर्ष तक की अवधि के लिए धन जुटाने के लिए जारी किए गए एक वचन पत्र के रूप में जारी किया जाता है।
सीपी आमतौर पर रियायती दर पर जारी किए जाते हैं जबकि मोचन (redemption) अंकित मूल्य पर किया जाता है। निवेशक रियायती दर और अंकित मूल्य के अंतर को आय के रूप में अर्जित कर सकते है।
सीपी न्यूनतम 7 दिनों और अधिकतम एक वर्ष तक की परिपक्वता अवधि के लिए जारी किया जा सकता है। हालांकि, सीपी की परिपक्वता तिथि उस तारीख तक रहती है जब तक जारीकर्ता की क्रेडिट रेटिंग वैध है।
हमने ऊपर तीन प्रकार के मनी मार्केट फंडों पर चर्चा की जो अल्पकालिक निवेश निर्णय लेने में सहायक हो सकते हैं। ये निवेश विकल्प ज्यादातर विभिन्न प्रतिभूतियों और परिसंपत्तियों में निवेश करते हैं, साथ ही उच्च रिटर्न का लक्ष्य रखते हैं।
मुद्रा बाजार निधि का प्राथमिक उद्देश्य निवेशकों को सुरक्षित और अत्यधिक तरल निवेश करने के लिए एक सुरक्षित अवसर प्रदान करना है।
मनी मार्केट फंड में निवेश करना लगभग सुरक्षित माना जाता है क्योंकि निवेशकों का पैसा 1 साल से कम समय के लिए निवेश किया जाता है।
इन फंडों को फिक्स्ड इनकम फंड, लो रिस्क फंड या शॉर्ट टर्म फंड भी कहा जाता है जो निवेशकों को न्यूनतम जोखिम के साथ 6-15% रिटर्न देते हैं। फिर भी, निवेश करने से पहले आपको कुछ बुनियादी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए ताकि आपको किसी भी प्रकार की अनावश्यक हानि या समस्या का सामना न करना पड़े।
क्या होते हैं मनी मार्केट फंड? जानिए निवेश से पहलें क्या ध्यान रखना जरूरी है
मनी मार्केट (Money Market) या मुद्रा बाजार वित्तीय बाजार का ही एक हिस्सा होता है जो बहुत शॉर्ट टर्म (Short Term Gain) के निश्चित आय वाले साधनों को डील करता है। मनी मार्केट साधनों की परिपक्वता अवधि 1 साल से कम होती है।
नई दिल्ली, वैभव शाह। मनी मार्केट (Money Market) या मुद्रा बाजार वित्तीय बाजार मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड का ही एक हिस्सा होता है जो बहुत शॉर्ट टर्म (Short Term Gain) के निश्चित आय वाले साधनों को डील करता है। मनी मार्केट साधनों की परिपक्वता अवधि 1 साल से कम होती है। मनी मार्केट साधनों में ओवरनाइट सिक्यूरिटीज (ऐसी प्रतिभूतियां जो एक रात में ही परिपक्व हो जाती हैं) शामिल होती हैं, जैसे कि ट्राई पार्टी रेपोज, कॉमर्शियल पेपर्स (CPs), सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट्स, ट्रेजरी बिल्स आदि। मनी मार्केट साधनों को सरकार (ट्रेजरी बिल), कंपनियां (CPs) और वित्तीय संस्थाएं जारी करती हैं।
मनी मार्केट फंड
मनी मार्केट फंड अन्य सभी डेट योजनाओ में यह घोषित लक्ष्य रखते हैं कि वे प्राथमिक रूप से मनी मार्केट साधनों में निवेश करेंगे। फंड मैनेजर 1 साल तक की परिपक्वता (Maturity) अवधि वाले साधनों में निवेश का लचीलापन रखते हैं, यह प्रचलित बाजार दर और क्रेडिट स्प्रेड के माहौल पर निर्भर करता है। अब चूंकि ये साधन 1 साल तक की परिपक्वता वाले साधनों में निवेश करते हैं, इसलिए आपको इन फंडों के लिए न्यूनतम एक साल की निवेश अवधि रखनी चाहिए।
मनी मार्केट साधनों में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड
सभी डेट म्यूचुअल फंड मनी मार्केट साधनों में निवेश करते हैं, लेकिन निम्न श्रेणी के डेट म्यूचुअल फंड प्राथमिक रूप से मनी मार्केट साधनों में निवेश करते हैं।
ओवरनाइट फंड: ये फंड ऐसे साधनों में निवेश करते हैं जो कि एक रात भर में परिपक्व हो जाते हैं।
लिक्विड फंड: लिक्विड फंड ऐसे साधनों में निवेश करते हैं मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड जो कि 91 दिन से कम में परिपक्व हो जाते हैं।
अल्ट्रा-शॉर्ट ड्यूरेशन फंड: ये फंड ऐसे साधनों में निवेश करते हैं जिससे उनके पोर्टफोलियो की अवधि 3 से 6 महीने रहती है।
मनी मार्केट फंड: ये फंड ऐसे साधनों में निवेश करते हैं जिनकी परिपक्वता अवधि 1 साल तक होती है।
मनी मार्केट फंडों में क्यों निवेश करें?
उच्च तरलता - इनमें निहित साधनों की परिपक्वता अवधि बहुत कम होती है. ये फंड आमतौर पर एग्जिट लोड चार्ज नहीं करते।
ब्याज दर से जुड़ा जोखिम कम- मनी मार्केट साधनों में लंबी अवधि के साधनों की तुलना में ब्याज दर की संवदेनशीलता (जोखिम) कम होती है।
ओवरनाइट और लिक्विड फंडों के मुकाबला ऊंचा यील्ड -मनी मार्केट फंडों का यील्ड ओवरनाइट और लिक्विड फंडों के मुकाबले ज्यादा होता है।
मौजूदा हालत में शॉर्ट टर्म निवेश के लिए उपयुक्त- कमोडिटी की कीमतों में अनिश्चितता की वजह से महंगाई की दिशा अनिश्चित ही रहती है। इसलिए लांग टर्म के यील्ड आगे और सख्त हो सकते हैं। लेकिन 1 दिन से 1 साल के भीतर के यील्ड तुलनात्मक रूप से कम जोखिम वाले और कम स्थायित्व वाले होते हैं।
मनी मार्केट फंड और डेट श्रेणी के अन्य फंडों के प्रदर्शन की तुलना
नीचे दिए गए चार्ट यह दर्शाते हैं कि मनी मार्केट फंडों की तुलना में अन्य लोकप्रिय फंडों की श्रेणियों में पिछले 5 साल में सालाना औसत रिटर्न कितना मिला है। इस दौरान हमने अलग-अलग ब्याज दरों (बढ़ते और घटते दोनों) का माहौल देखा है। मनी मार्केट फंड पिछले एक साल की निवेश अवधि के दौरान सबसे ज्यादा स्थायी प्रदर्शन वाले रहे हैं। कम अवधि वाले फंडों जैसे अन्य डेट श्रेणियों की तुलना में मनी मार्केट फंडों में उतार-चढ़ाव भी कम होता है। (स्रोत: Advisorkhoj Research)
किसी श्रेणी के औसत रिटर्न को हासिल करने के लिए विशिष्ट श्रेणियों में सभी फंडों के औसत सालाना रिटर्न देखा गया. साल 2021 का रिटर्न 20 जुलाई तक का है। (डिस्कलेमर: औसत रिटर्न किसी म्यूचुअल फंड की श्रेणियों का रिटर्न है और किसी भी तरह से यह किसी एक म्यूचुअल फंड योजना के रिटर्न का संकेत नहीं देता.)
एसेट के आवंटन में मनी मार्केट फंड की भूमिका
अपने फिक्स्ड इनकम वाले साधनों की विविधता के लिए आपको विभिन्न पोर्टफोलियो के सभी तरह के डेट फंडों में विवेकपूर्ण तरीके से एसेट आवंटन करना होगा। अलग-अलग अवधि में आवंटन आपके जोखिम प्रोफाइल और वित्तीय लक्ष्य पर निर्भर करेगा-शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म। मनी मार्केट फंड शॉर्ट टर्म के वित्तीय लक्ष्यों के लिए उपयुक्त होते हैं जैसे 1 या 2 साल की अवधि। कम जोखिम चाहने वाले निवेशक भी लंबी निवेश अवधि के साथ ऐसे फंडों में निवेश कर सकते हैं। निवेशक किसी मनी मार्केट फंड में सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के द्वारा भी निवेश कर सकते हैं। एसआईपी के द्वारा निवेश करने से आपको अपनी खरीद मूल्य को औसत करने (रूपी कॉस्ट एवरेजिंग) के लिए एनएवी में उतार-चढ़ाव का फायदा भी मिलता है।
मनी मार्केट फंड में निवेश करने से पहले इन बातों पर करें गौर
आपको हमेशा अपनी जोखिम ले सकने की क्षमता और वित्तीय जरूरतों के लिहाज से निवेश करना चाहिए।
मनी मार्केट फंड ऐसे निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं जो थोड़ा कम जोखिम चाहते हैं।
मनी मार्केट फंड में निवेश करते समय निवेशकों को रिटर्न के बारे में तार्किक उम्मीदें ही रखनी चाहिए।
वैसे तो ये फंड तुलनात्मक रूप से ब्याज दरों की कम जोखिम वाले होते हैं, लेकिन ब्याज दर की हालत के हिसाब से कुछ उतार-चढ़ाव हो सकता है। निवेशकों को किसी योजना की अवधि प्रोफाइल को देखना चाहिए और अपनी जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर निवेश करना चाहिए।
मनी मार्केट फंड में क्रेडिट का जोखिम हो सकता है। निवेशकों को निवेश करने से पहले उस योजना की क्रेडिट क्वालिटी पर गौर करना चाहिए। मनी मार्केट साधनों की रेटिंग A1 या A2 होती है और आमतौर पर ये कम मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड क्रेडिट जोखिम वाले होते हैं।
निवेशकों को मनी मार्केट फंड निवेश करने के लिए कम से कम 1 साल की तय निवेश अवधि रखनी चाहिए।
(लेखक मिरे एसेट इनवेस्टमेंट मैनेजर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में हेड- प्रोडक्ट, मार्केटिंग एवं कम्युनिकेशंस हैं। छपे विचार उनके निजी हैं।)
मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड
Q. Which of the following is/are part of the Organised Indian Money Market?1. Commercial papers.2. Treasury bills.3. Participatory notes.4. Mutual funds.5. Call money.Select the मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड correct answer using the codes given below:Q. निम्नलिखित में से कौन सा/से संगठित भारतीय मुद्रा बाजार का हिस्सा है/हैं?1. वाणिज्यिक पत्र2. ट्रेजरी बिल3. पार्टिसिपेटरी नोट4. म्यूचुअल फंड्स5. कॉल मनीनिम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चुनाव कीजिए:
Q. Which of the following is/are part of the Organised Indian Money Market?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. निम्नलिखित में से कौन सा/से संगठित भारतीय मुद्रा बाजार का हिस्सा है/हैं? निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चुनाव कीजिए:
मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड
Rewarded
Earn reward points on transactions made at POS and e-commerce outlets
Book your locker
Deposit lockers are available to keep your valuables in a stringent and safe environment
Financial Advice?
Connect to our financial advisors to seek assistance and meet set financial goals.