निवेश करने का परिचय

संकेतकों का उपयोग कैसे करें

संकेतकों का उपयोग कैसे करें
For the first time, the @NASA_SLS rocket and @NASA_Orion fly together. #Artemis I begins a new chapter in human lunar exploration. pic.twitter.com/vmC64Qgft9— NASA (@NASA) November 16, 2022 NASA’s Tweet

कमाल का है ये डिवाइस, मिनटों में नहाने वाली बाल्टी को बना देगा गीजर, 5 मिनट में खौलने लगेगा पानी..

Geyser will make bath bucket in minutes

मिनटों में नहाने वाली बाल्टी को बना देगा गीजर– सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है, अब उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में सर्दी बढ़ गई है। सभी के घरों में स्वेटर, शॉल और गर्म कपड़े खत्म हो गए हैं। ठंड शुरू होते ही लोग ठंड से बचने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करते हैं, चाहे बात नहाने की हो या बर्तन धोने की, लोग गर्म पानी का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं.

कई लोग गर्म पानी के लिए गीजर नहीं खरीद पाते क्योंकि यह उनके बजट से बाहर होता है। ऐसे में वे उनकी इस परेशानी का हल लेकर आए हैं।

बाजार में ऐसी हीटिंग डिवाइस उपलब्ध है जिसे आप आसानी से ऑनलाइन खरीद सकते हैं और यह गीजर की तुलना में काफी सस्ती पोर्टेबल वॉटर हीटिंग मशीन है।

यह वह उपकरण है जिसका उपयोग हम पानी गर्म करने के लिए करेंगे। अमेज़न इसे उचित मूल्य पर बेचता है, जिससे ग्राहक इसे आसानी से खरीद सकें। इसे भी पढ़ेंअगर 50 के नोट पर लिखा है 786 नंबर तो फिर आराम से 56 लाख रुपये में करें सेल..

इस डिवाइस का नाम Havells Villa Flat Auto संकेतकों का उपयोग कैसे करें Rotation Rod है जो बहुत जल्दी 20 से 25 लीटर तक गर्म हो जाता है। जब आप इस डिवाइस को ऑनलाइन खरीदते हैं तो अमेज़न भारी छूट और अच्छी गुणवत्ता प्रदान करता है।

इस डिवाइस के कीमत और खासियत के बारे में

इस डिवाइस की एक ही कीमत है जो ₹1049 है। एक बार खरीदने के बाद यह डिवाइस सालों तक खराब नहीं होती है क्योंकि यह बहुत मजबूत और किफायती है। इसे भी पढ़ें- Airtel ग्राहकों की बल्ले बल्ले , अब मिलेगा 84 दिन का फ्री रिचार्ज, जानिए कैसे मिलेगा..

डिवाइस में एक फाइबर टच प्रोटेक्शन जोड़ा गया है, ताकि आप इसे सुरक्षित रूप से उपयोग कर सकें, साथ ही उपयोग के बाद इसे आसानी से स्टोर कर सकें, ताकि इस पर धूल और मिट्टी जमा न हो। हीटिंग का एक संकेतक है, साथ ही एक ऑटो-कट फीचर भी है जो बिजली की बर्बादी को रोकता है।

आर्टेमिस मिशन (NASA)

Artemis Mission rocket ready to launch

नासा के प्रसिद्ध मिशन अपोलो (Apollo Missions) अंतरिक्ष, के अगली पीढ़ी के रूप संकेतकों का उपयोग कैसे करें में आर्टेमिस मिशन (Artemis Mission) को जाना जायेगा। इसका प्रमुख उद्देश्य होगा 2025 तक मनुष्य को चंद्रमा पर भेजना और सुरक्षित वापस लाना, यह मंगल ग्रह जाने के लिए एक आधार स्तंभ की तरह कार्य कर सकता है।

आर्टेमिस मिशन (Artemis Mission) – चर्चा में क्यों

नासा के द्वारा 16 नवंबर को आर्टेमिस 1 का परीक्षण किया गया जो सफल रहा या मिशन 2 महीने की देरी से शुरू हुआ है इसे फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center) से लॉन्च किया गया है।

Artemis 1 (आर्टेमिस 1)

  • यह मिशन 25 दिन के लिए परीक्षण उड़ान पूरी करेगा यह चंद्रमा की सतह से 97 किलोमीटर दूर ओरियन कैप्सूल की सहायता से जाएगा।
  • यह मिशन नासा का एक मानवरहित मिशन है यह चंद्रमा की सतह छूने के क्रम में पहला कदम होगा इसे स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट से भेजा जाएगा और यह ओरियन कैप्सूल में जाएगा।
  • Space Launch System Rocket, 1960 के बाद से बनाई गया सबसे बड़ा वर्टिकल लॉन्च सिस्टम (Vertical Launch System) होगा। (It will be the संकेतकों का उपयोग कैसे करें most powerful rocket NASA has ever built)
  • यह चंद्रमा पर लंबे समय तक रुकने के क्रम में पहला प्रयास होगा, इसके सफल हो जाने के बाद आर्टेमिस ट्रू को टेस्ट किया जाएगा ।

artemis mission path diagram

Artemis 2 (आर्टेमिस 2)

  • यह मिशन 2024 में शुरू किया जाएगा इस मिशन में चंद्रमा की सतह को छुआ नहीं जाएगा बल्कि चंद्रमा की कक्षा में ही 3 लोगों का दल लेकर जाएगा ।
  • यह केवल मून आर्बिटर मिशन (Moon Orbiter Mission)है इसका मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की कक्षा में जाना और पुनः पृथ्वी पर वापस आना है।

Artemis 3 (आर्टेमिस 3)

  • यह मिशन 2025 में पूरा किया जाएगा यह अपोलो मिशन के बाद पहली बार ऐसा होगा कि कोई भी अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा की सतह को छुए गा और यह मिशन ऐतिहासिक बताया जा रहा है

Importance Of Artemis Mission -मिशन का महत्व

  • यह नए अंतरिक्ष युग (Space Age )का पहला कदम है यह मनुष्य को पुनः चंद्रमा और मंगल ग्रह पर जाने के लिए तैयार करेगा
  • यह जिस तकनीक और उपकरणों से लैस है उसमें यह चंद्रमा पर हाइड्रोजन के गा एवं ने ऊर्जा स्रोत भी प्राप्त कर सकेगा
    इस मिशन में बायोलॉजी के प्रयोग भी किए जाएंगे ओरियन पर कुछ डमी संकेतकों का उपयोग कैसे करें यात्रियों को भी ले जाया जाएगा जिससे उनके ऊपर पड़ने वाले प्रभावों को जांचा जाएगा।

भारत के द्वारा अब तक चंद्रमा पर जाने के लिए किए गए प्रयास

  • चंद्रयान प्रथम चंद्रमा पर जाने वाला भारत का पहला मिशन था या सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच किया गया था 2009 में इसके साथ कनेक्शन टूट गया था
  • Chandrayaan-2 भारत का चंद्रमा पर जाने वाला दूसरा मिशन था यह स्वदेशी आर्बिटर, लैंडर और रोवर का उपयोग कर रहा था।
  • हाल ही में chandrayaan-3 की घोषणा कर दी गई है इसमें एक लैंडर और एक रोवर भी शामिल होगा।

For the first time, the @NASA_SLS rocket and @NASA_Orion fly together. #Artemis संकेतकों का उपयोग कैसे करें I begins a new chapter in human lunar exploration. pic.twitter.com/vmC64Qgft9— NASA (@NASA) November 16, 2022

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