कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम

चुनाव आयोग कार्यालय के बार धरने पर बैठे थे सिसोदिया
बता दें कि, इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर धरने पर भी बैठे थे। उनका आरोप था कि आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला को अगवा किया गया है। सिसोदिया ने कहा था कि उन्हें आखिरी बार कल आरओ ऑफिस में देखा गया था। सिसोदिया ने कहा, 500 से ज्यादा पुलिस वाले जबरन कंचन जरीवाला को रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर लेकर पहुंचे और बंदूक की नोक पर उनका नामांकन वापस कराया। सिसोदिया ने कहा, जो कुछ हो रहा है वह चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करता है।
Gujarat election 2022: नामांकन वापस लेने के बाद AAP उम्मीदवार आए सामने, बताई ये वजह
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है। ये सियासी सरगर्मी उस दौरान और बढ़ गई जब आम आमदी पार्टी के सूरत (पूर्व) से उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। उनके नामांकन वापस लेते ही आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बड़ा आरोप लगा दिया।
Gujarat election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है। ये सियासी सरगर्मी उस दौरान और बढ़ गई जब आम कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम आमदी पार्टी के सूरत (पूर्व) से उम्मीदवार कंचन जरीवाला (Kanchan Jariwala) ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। उनके नामांकन वापस लेते ही आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बड़ा आरोप लगा दिया। इसके साथ ही आप ने भाजपा पर जरीवाला को अगवा करने और जबरन नामांकन वापसी का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।
Full Gyan - आभासी मुद्रा या कूटमुद्रा (क्रिप्टो-करेंसी) - Cryptocurrency Va Unke Naam
कूटमुद्रा (Cryptocurrency) क्रिप्टोग्राफी प्रोग्राम पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी ( आभासी मुद्रा ) या ऑनलाइन मुद्रा है। यह पीयर-टू-पीयर कैश सिस्टम है। वास्तविक मुद्रा के विपरीत क्रिप्टो-करेंसी को केवल डिजिटल वालेट में ही रखा जा सकता है। और क्रिप्टो-करेंसी के इस्तेमाल के लिये बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्थान की आवश्यकता नहीं होती।
बीटकोइन को 2009 में बनाया गया, यह पहली विकेन्द्रीकृत क्रिप्टोक्यूर्निज था। तब से, कई अन्य क्रिप्टोकाउंक्चर बनाए गए हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के नाम :-
Ethereum (एथेरेम), Ripple(रिप्पल), Bitcoin Cash( बिटकॉइन कैश ), Cardano ( कारडानो ), Litecoin( लाइट कॉइन ), PotCoin( पॉट कॉइन ), Tether ( टेथर ), NEM, Monero(मोनेरो), MazaCoin, NEO, Dash, Coinye, Auroracoin, Nxt, Primecoin (प्राइम कॉइन)
, GridCoin (ग्रिड कॉइन), Feathercoin, Emercoin, Dogecoin, PreeCoin, कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम Bytecoin ( बाइट कॉइन ), SwiftCoin ( स्विफ्ट कॉइन ).
Top Five Crypto Apps 2022: जाने भारत की टॉप 5 क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स के नाम यहां
Top Five Crypto Apps 2022: क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) वर्तमान समय में लेन-देन और प्रॉपर्टी खरीदने-बेचने का एक जरिया सा बन गया है। जोकि डिजिटल ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल हो रहा है। क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) को डिजिटल करेंसी के नाम से भी जाना जाता है। अभी के समय में क्रिप्टोकरेंसी सबसे ज्यादा चर्चा में है। दुनियाभर कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम में जहां इसकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ है वही भारत में भी इसमें इन्वेस्ट करने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
टॉप 5 क्रिप्टो ट्रेडिंग एप (Crypto Trading Applications) –
- Unocoin Crypto Trading App
- WazirX
- CoinSwitch Kuber
- Coin DCX
- Zeb Pay
Unocoin Crypto Trading App –
Unocoin भारत में मौजूद सबसे पुराना क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। इसे 2013 में लॉन्च किया गया था। तब से इसने 11.7 मिलियन से अधिक लेनदेन प्रक्रिया की हैं। ये आपको इसके रीयल-टाइम मार्केट अपडेट के साथ ट्रेडिंग बॉट बनाकर अपने ट्रेडों को स्वचालित करने के लिए इसके ट्रेडिंग एपीआई तक पहुंचने की इजाजत भी देता है। साथ ही अपने साथी ट्रेडर्स पर बढ़त हासिल करता है। 2013 में अपने लॉन्च के बाद से, Unocoin ने न केवल क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग को आसान बनाने में बल्कि भारत में क्रिप्टो अधिकारों की लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम Unocoin में साइन अप में दस मिनट से भी कम समय लगता है जिसमें रजिस्ट्रेशन, बैंक डिटेल्स जोड़ना और केवल ट्रेडिंग शुरू करना शामिल है।
BREAKING : देश में बैन हो सकती हैं सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी! सरकार संसद में पेश करेगी बिल, लेकिन…
अधिकारों और सुरक्षा को लेकर नए सवाल भी खड़े कर रहा है. Cryptocurrency Bill: केंद्र सरकार (Central Government) क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर जल्द ही बिल लाने की तैयारी में है. 29 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र (Winter Session) में सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बिल को संसद में पेश करेगी. इस बिल का नाम ‘द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेनशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021’ है. न्यूज एजेंसी एएनआई में छपी खबर के मुताबिक देश में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने की मांग इस बिल में की गई है.
केवल गुजरात के किसानों के लिए योजना, खाते में पहुंचेंगे 1500 रुपये, पढ़ लें पूरा प्लान शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के अलावा 25 और बिल को पेश किया जाएगा. इस सत्र में कुल 26 बिल पेश होंगे, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार कानून लाने की बातें की जा रही थी. विधेयक के तहत क्रिप्टोकरेंसी की परिभाषा स्पष्ट होगी, यानी क्रिप्टो के दायरे में क्या होगा और क्या नहीं, लोगों को इसकी समझ होगी. हालांकि, कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम अभी यह भी साफ नहीं है कि क्रिप्टो को डिजिटल एसेट के तौर पर पेश किया जाएगा या कमोडिटी के तौर पर. लेकिन इस सत्र के बाद काफी चीजें क्लियर हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
Mudrex के CEO और को-फाउंडर एदुल पटेल ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “बिटकॉइन के प्राइस कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम एनालिसिस से पता चलता है कि पिछले एक महीने से इसका कारोबार लगातार नीचे की ओर जा रहा है. हालांकि, कुछ बड़े प्लेयर्स द्वारा भारी निवेश की वजह से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम बिटकॉइन बढ़ता रहा. जब ट्रेड वॉल्यूम कम होता है, तो कुछ बड़े प्लेयर बाजार को अपनी पसंद के हिसाब से दिशा दे सकते हैं. और जब बियर हावी होता है, तो रिटेल प्लेयर बाजार को और नीचे लाते हुए कवर के लिए दौड़ पड़ते हैं. यह ठीक वैसा ही था जैसा हमने पिछले 24 घंटों में देखा.”