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शेयरों का तकनीकी विश्लेषण

शेयरों का तकनीकी विश्लेषण

शेयरों का तकनीकी विश्लेषण

बाजार के क्षेत्र में तकनीकी विश्लेषण या टेक्निकल एनालिसिस (टीए) का मतलब चार्टों का अध्ययन कर प्रतिभूति की दिशा के बारे में जानना होता है।

अगर आप दिशा जानते हैं तो उसी दिशा में कारोबार कर लाभ कमा सकते हैं। कीमत ही सबकुछ है, टीए के मूल में यही बात है। अगर आप कीमत जानते हैं तो आपको फंडामेंटल के बारे में जानने या भेदिए, बैंकरों, विश्लेषकों, मौसम विज्ञानियों और नियामकों की बातें सुनने की जरूरत नहीं है।

अगर आप किसी तकनीकी विश्लेषक को कालेपानी की सजा देकर उसे अंडमान निकोबार द्वीप पर भेज देते हैं, जिसके पास अच्छी बैटरी बैक अप वाला कंप्यूटर और इंटरनेट का कनेक्शन है तो वह वहां बैठे-बैठे भी चार्ट का ही अध्ययन करेगा और उसका प्रदर्शन भी वैसे फंडामेंटल विश्लेषक से बेहतर होगा जो जीजीभाय टावर में बैठा ब्लूमबर्ग टर्मिनल, टेलीविजन, कई तरह के आर्थिक अखबारों के ढेर, ज्यादा स्पीड वाले इंटरनेट और टेलीफोनों का इस्तेमाल कर रहा है।

हालांकि एफएमसीजी शेयरों की जांच करने वाला बुनियादी विश्लेषक के पास इस बात का कोई आइडिया नहीं होगा कि उत्तरी अटलांटिक में उठा तूफान किस तरह से वेस्ट टेक्सास की कीमतों को प्रभावित कर सकता है लेकिन एक तकनीकी विश्लेषक सभी शेयरों, कमोडिटीज और मुद्राओं की समान योजनाओं की एक साथ जांच कर सकता है।

आखिर यह कैसे संभव है? इसका उत्तर इस बात में निहित है कि कीमतें रुझान में चलती हैं और इतिहास अपने आप को दोहराता रहता है। जब बुनियादी विश्लेषक बाजार में कारोबार की स्थिति को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दे पाते है तो उस स्थिति में टेकि्कल्स से बहुत हद तक सहायता मिलती है।

जब कोई शुरुआती रुझान आ रहे होते हैं तो तकनीकी विश्लेषक ही इसकी दिशा के बारे में सही-सही पता लगाने में सक्षम होते हैं। बुनियादी विश्लेषक बाजार में कारोबार की बेहतर या बदतर हालात की शुरुआत के बहुत पहले या बहुत बाद में घोषणा करते हैं। अगर कोई बुनियादी ज्ञान के साथ तालिका पढने की क्षमता भी विकसित कर लेता है तो फिर इस सम्मिश्रण को पछाड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है।

लेकिन इस समय तक जब तक आपने इसमें महारथ हासिल कर ली है तब तक टीए स्टेंडएलोन आधार पर बेहतर परिणाम देगा और कम से कम संसाधनों का इस्तेमाल करेगा। हालांकि शुरू में तालिका तैयार करने वालों को ग्राफ पेपर पर अपनी तालिका तैयार करनी होती थी लेकिन अब सॉफ्टवेयर तकनीक के उपलब्ध हो जाने से तालिका तैयार करना काफी आसान हो गया है।

काफी मात्रा में पिछले आंक ड़े और पिछली जानकारियां प्राप्त करने की ढेरों संभावनाएं और उन पैटर्नों का अनुभव विश्लेषकों को वास्तविक अनुभूति प्रदान करता है और इसमें किसी तरह का जोखिम लेने की बात भी नहीं होती है। किसी तालिका में तारीख एक्स अक्ष पर रहता है जबकि कीमतों वाई अक्ष पर होती हैं।

रैखीय तालिका में किसी खास तारीख को बंद होने वाली कीमतों को नुख्ते से दिखाया जाता है और इसे उपयुक्त एक्स-वाई ग्राफ में दिखाया जाता है। इन सभी नुख्तों को बाद में शेयरों का तकनीकी विश्लेषण जोड़कर रैखीय ग्राफ बनाया जाता है। इसके बाद चीजें असानी से दिखने लगती हैं और शेयरों की दिशा के बारे में जानने में काफी आसानी होती है।

हालांकि रैखीय तालिका से प्रत्येक बात की शेयरों का तकनीकी विश्लेषण जानकारी नहीं मिलती है क्योंकि ये सिर्फ बंद होने वाली कीमतों को ही ध्यान में रखती हैं। कारोबार के संपूर्ण आयामों को जानने के लिए हमें बंद होने के समय कीमतों के अलावा खुलने के समय कीमत के साथ अधिकतम और न्यूनतम कीमतों को भी ध्यान में रखने की जरूरत होती है।

मौलिक और तकनीकी विश्लेषण के बीच अंतर क्या है?

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मौलिक और तकनीकी विश्लेषण के बीच अंतर क्या है?

ये शब्द शेयरों के भविष्य के विकास के रुझानों के शोध और पूर्वानुमान के लिए उपयोग किए गए दो अलग-अलग स्टॉक-पैकिंग पद्धतियों का संदर्भ देते हैं। किसी भी निवेश की रणनीति या दर्शन की तरह, दोनों के पास उनके समर्थकों और प्रतिद्वंद्वियों हैं स्टॉक विश्लेषण के इन तरीकों में से प्रत्येक के परिभाषित सिद्धांत यहां दिए गए हैं:

  • मौलिक विश्लेषण एक स्टॉक के आंतरिक मूल्य को मापने का प्रयास करके प्रतिभूतियों का मूल्यांकन करने का एक तरीका है। मौलिक विश्लेषक समग्र अर्थव्यवस्था और उद्योग की स्थितियों से वित्तीय स्थिति और कंपनियों के प्रबंधन तक सब कुछ का अध्ययन करते हैं।
  • तकनीकी विश्लेषण बाजार की गतिविधियों से उत्पन्न आंकड़ों के अध्ययन के माध्यम से प्रतिभूतियों का मूल्यांकन है, जैसे पिछले कीमतों और मात्रा तकनीकी विश्लेषक किसी सुरक्षा के आंतरिक मूल्य को मापने का प्रयास नहीं करते बल्कि बदले में पैटर्न और प्रवृत्तियों की पहचान करने के लिए स्टॉक चार्ट का उपयोग करते हैं जो भविष्य में किसी शेयर के बारे में बताएंगे।

[यदि आप सीखने में दिलचस्पी रखते हैं कि अपनी खुद की क्रियाशील व्यापार योजना बनाने के लिए तह्कनिक विश्लेषण का उपयोग कैसे करना है, तो निवेशक शेयरों का तकनीकी विश्लेषण अकादमी के तकनीकी विश्लेषण पाठ्यक्रम आपको इन उपकरणों को सीखने के लिए मांग पर वीडियो प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिसमें चार्ट विश्लेषण शामिल हैं और तकनीकी संकेतक।]

स्टॉक विश्लेषण की दुनिया में, मौलिक और तकनीकी विश्लेषण स्पेक्ट्रम के पूरी तरह से विपरीत दिशा में हैं। कमाई, व्यय, परिसंपत्तियां और देनदारियां मौलिक विश्लेषकों के लिए सभी महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं, जबकि तकनीकी विश्लेषक इन संख्याओं के बारे में कम परवाह नहीं कर सके। कौन सा रणनीति सबसे अच्छा काम करती है हमेशा बहस होती है, और इन दोनों तरीकों पर पाठ्य पुस्तकों के कई खंड लिखे गए हैं। तो, कुछ पढ़ने और खुद का फैसला करें जो आपके निवेश के दर्शन के साथ सबसे अच्छा काम करता है

(अतिरिक्त पढ़ने के लिए, देखें मूल विश्लेषण का परिचय और तकनीकी विश्लेषण का परिचय ।)

तकनीकी विश्लेषण में तेज और धीमी स्टेचैस्टिक्स के बीच अंतर क्या है?

तकनीकी विश्लेषण में तेज और धीमी स्टेचैस्टिक्स के बीच अंतर क्या है?

तेज और धीमी स्टेचैस्टिक्स के बीच मुख्य अंतर एक शब्द में अभिव्यक्त है: संवेदनशीलता फास्ट स्टोचस्टिक अंतर्निहित सुरक्षा की कीमत में बदलाव के लिए धीमी स्टोचस्टिक की तुलना में अधिक संवेदनशील होता है और संभावित रूप से कई लेनदेन संकेतों में परिणाम होगा।

क्या शेयर बाजार में लंबी अवधि के निवेश शेयरों का तकनीकी विश्लेषण निर्णयों का मूल्यांकन करने के लिए मौलिक विश्लेषण, तकनीकी विश्लेषण या मात्रात्मक विश्लेषण का उपयोग करना बेहतर है? | इन्वेस्टोपैडिया

क्या शेयर बाजार में लंबी अवधि के निवेश निर्णयों का मूल्यांकन करने के लिए मौलिक विश्लेषण, तकनीकी विश्लेषण या मात्रात्मक विश्लेषण का उपयोग करना बेहतर है? | इन्वेस्टोपैडिया

मूलभूत, तकनीकी और मात्रात्मक विश्लेषण के बीच के अंतर को समझते हैं, और प्रत्येक माप कैसे निवेशकों को दीर्घकालिक निवेश का मूल्यांकन करने में सहायता करता है।

मैं अपने स्टॉक पोर्टफोलियो में रिटर्न उत्पन्न करने के लिए मात्रात्मक विश्लेषण के साथ तकनीकी विश्लेषण और मौलिक विश्लेषण कैसे मर्ज कर सकता हूं? | इन्वेस्टोपैडिया

मैं अपने स्टॉक पोर्टफोलियो में रिटर्न उत्पन्न करने के लिए मात्रात्मक विश्लेषण के साथ तकनीकी विश्लेषण और मौलिक विश्लेषण कैसे मर्ज कर सकता हूं? | इन्वेस्टोपैडिया

जानें कि कैसे मौलिक विश्लेषण अनुपात मात्रात्मक स्टॉक स्क्रीनिंग विधियों के साथ जोड़ा जा सकता है और एल्गोरिदम में तकनीकी संकेतक कैसे उपयोग किए जा सकते हैं।

डी.शेयरों का तकनीकी विश्लेषण शेयरों का तकनीकी विश्लेषण ए.वी शताब्दी कॉलेज में शेयर बाजार का तकनीकी विश्लेषण विषय पर व्याख्यान का आयोजन

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डी.ए.वी शताब्दी कॉलेज में कार्यवाहक प्राधानाचार्या डॉ.सविता भगत के मार्गदर्शन में चल रही एलुमनस द्वारा व्याख्यान श्रृंख्ला को आगे बढ़ाते हुए पी.जी. कॉमर्स विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रुचि अरोड़ा के निर्देशन में लेक्चर-6 का आयोजन किया गया जिसकी कनवीनर डॉ.इमराना खान एवं श्रीमती रजनी टुटेजा थी। मुख्य वक्ता के रुप में एम.कॉम एलुमनस श्री अंशुल सुदर्शन को आंमत्रित किया गया था जो वर्तमान समय में ए.थ्री डी कैपिटल कंपनी में वैल्थ मैनेजमेंट एसोसिएट के पद पर कार्यरत है। व्याख्यान का मुख्य विषय था ’’तकनीकी विश्लेषण के आधार पर स्टॉक्स का चुनाव किस प्रकार किया जाना चाहिए।’’

श्रीमान अंशुल ने स्टॉक्स के विश्लेषण के लिए उपयोग में आने वाली आधारभूत सांकेतिक रणनीतियों तथा पेर्टनो पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार इन तकनीकों का प्रयोग करके शेयर बाजार की भविष्य की कीमतों के परिवर्तनों का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है तथा ये सूचनाये निवेशको का प्रदान कर उनकी निवेशित पूॅंजी को बढाया जा सकता है उन्होंने विभिन्न लाभकारी पेटर्नो जैसे कैंडिलस्टिक पेटर्न के विषय में महत्वपूर्ण ज्ञान से छात्रों को अवगत कराया तथा समकालीन ऑनलाइन व्यापर की एंट्री तथा एक्जिट गतिविधियों से संबंधित व्यावहारिक ज्ञान से छात्रों को लाभन्वित किया। बी.कॉम विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना भाटिया ने भी शेयर मार्किट से संबंधित व्यावहारिक तथ्य छात्रों के साथ सांझा किये तथा छात्रों के एवं श्री अंशुल के सुखद भविष्य के लिए शुभकामनायें दी।

किसी भी Shares का Technical Analysis कैसे करे Technical Analysis in Hindi

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Stock Market Technical Analysis Hindi- किसी भी कंपनी का शेयर्स का तकनीकी विश्लेषण (Stock Technical Analysis Hindi) उसके भविष्य में होने वाली गतिविधिओ को तय करता है और बताता है की कंपनी शेयरों का तकनीकी विश्लेषण अपने काम से किस मुकाम पर है कंपनी कितनी मजबूत है।

शेयर मार्किट में प्रॉफिट कमाने के लिए शेयर में निवेश करने से पहले उसके ऊपर रिसर्च करना बहुत जरूरी है स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण (Stock Technical Analysis Hindi) ) वॉल्यूम और कीमत सहित स्टॉक के ऐतिहासिक डेटा का अध्ययन कराता है।

Technical knowledge in hindi- कोई भी इन्वेस्टर जब किसी कंपनी के शेयर खरीदता है तो वह उस कंपनी से यही उम्मीद करता है की ये कंपनी आने वाले कुछ सालों के अंदर एक अच्छा Profit कमा कर दे शेयर खरीदने से पहले उस कंपनी पर संपूर्ण रिसर्च करनी होती है और ये रिसर्च किस प्रकार की जाती है इसकी पूरी जानकारी आप इस लेख के जरिये पढ़ सकते है। technical analysis investopedia

तकनीकी विश्लेषण क्या है? Technical Analysis in Hindi

What is Technical Analysis Hindi- Share Market में Investment करने के लिए जिस प्रकार हम अपने अच्छे शेयर को ढूढ़ते है उस शेयर्स को ढूढ़ने की प्रकिया को Technical Analysis कहते है।

Analyze meaning in शेयरों का तकनीकी विश्लेषण hindi- अगर आपको आसान शब्दो में समजाय की तकनीकी विश्लेषण क्या है तो आपको बता दे को ऐसा विश्लेषण वह है जो किसी भी शेयर की बाहर की स्थिति को देखकर किया जाता है जैसे शेयर का चार्ट शेयर के वॉल्यूम और पीछे आकड़ो को देखकर जब हम शेयर को खरीदते है उसे तकनीकी विश्लेषण कहा जाता है आमतौर पर ये विश्लेषण छोटे और नए निवशकों या शार्ट-र्टम ट्रेडर्स द्वारा उपयोग किया जाता है। technical meaning in hindi

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क्या तकनीकी विश्लेषण करने का बाद हमको मार्किट में निवेश करना चाहिए?

टेक्निकल एनालिसिस– Technical Analysis कंपनी के बाहरी साधनो से किया जा सकता है की कंपनी देखने में कैसी है मगर आपको टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद शेयर नहीं खरीदे है टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आपको फंडामेंटल एनालिसिस करने बहुत जरूरी होते है। technically meaning in hindi

किसी भी शेयर का Technical Analysis करने के बाद हम अपने प्रॉफिट को बुक नहीं कर सकते बल्कि नए निवेशकों को तो ये भी सलाह दे जाती है की आपको Technical Analysis के बाद सीधा स्टॉक मार्किट में निवेश नहीं करना है क्योकि इसमें आपको ज्यादा रिस्क है यह केवल एक्सपर्ट्स और जो लोग शेयर मार्किट के बारे में अच्छे से जानते है उनके लिए अच्छा है। किस प्रकार किया जाता है? investopedia technical analysis

तकनीकी विश्लेषण किस प्रकार किया जाता है?

जैसा की हमने आपको बताया की Technical Analysis कंपनी के बाहरी साधनो से किया जा सकता है की कंपनी देखने में कैसी है मगर आपको टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद शेयर नहीं खरीदे है टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आपको फंडामेंटल एनालिसिस करने बहुत जरूरी होते है।

How To Do Technical Analysis

1. Company के चार्ट (Chart) का उपयोग करना जिससे कंपनी के Share Price Movement के बारे में पता चलता है कंपनी की तरक्की भी उसका Share Market Graph (Chart) ही दर्शाता है।

2. Chart-Pattern को समझना की कंपनी का शेयर किस प्रकार निचे आता है और किस प्रकार ऊपर जाता है Chart-Pattern का Technical Analysis में काफी बड़ा रोल होता है।

3. इतिहास (Past) किसी कंपनी का इतिहास देखना की वो पीछे से कैसे परफॉर्म करती आ रही ये भी काफी जरूरी होता है।

4. Price-Range का Technical Analysis में भी काफी बड़ा रोल होता है इसलिए टेक्निकल एनालिसिस में आपको शेयर के मूलय का भी विश्लेषण करना चाहिए। meaning of technical analysis

तकनीकी विश्लेषण क्यों करना चाहिए?

जैसा की हम सबको पता है की शेयर्स मार्किट में Risk बहुत ज्यादा होता है और उस रिस्क से बचने के लिए शेयर मार्किट में निवेशों दुवारा तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) किया जाता है।

शेयर मार्किट में कभी भी शेयर को उसके कीमत के हिसाब से नहीं खरीदना चाहिए क्योकि हर शेयर्स की कीमत हर दिन कभी बढ़ जाती है कभी घट जाती है लेकिन शेयर का तकनीकी विश्लेषण ही उसके बारे में सही जानकारी देता है।

जिसके कारण शेयर मार्किट ने निवेश करने से पहले तकनीकी विश्लेषण करना जरूरी है। technical stock analysis

Technical analysis Fundamental Analysis Difference

Technical analysis Fundamental Analysis Difference Hindi-

मौलिक विश्लेषण करने के लिए हमको सबसे पहले एक बड़ी सी कंपनी चुननी होती है जिसका Market-Cap काफी बड़ा हो मतलब उस कंपनी की कीमत ज्यादा हो।

उसके बाद कंपनी का मौलिक विश्लेषण दो प्रकार से किया जाता है। टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस

Technical Analysis क्या होता है?

टेक्निकल एनालिसिस कंपनी के बाहरी साधनो से किया जा सकता है की कंपनी देखने में कैसी है मगर आपको टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद शेयर नहीं खरीदे है टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आपको फंडामेंटल एनालिसिस करने बहुत जरूरी होते है।

How To Do Technical Analysis

1. Company के चार्ट (Chart) का उपयोग करना जिससे कंपनी के शेयरों का तकनीकी विश्लेषण Share Price Movement के बारे में पता चलता है कंपनी की तरक्की भी उसका Share Market Graph (Chart) ही दर्शाता है।

2. Chart-Pattern को समझना की कंपनी का शेयर किस प्रकार निचे आता है और किस प्रकार ऊपर जाता है Chart-Pattern का Technical Analysis में काफी बड़ा रोल होता है।

3. Price-Range का Technical Analysis में भी काफी बड़ा रोल होता है इसलिए टेक्निकल एनालिसिस में आपको शेयर के मूलय का भी विश्लेषण करना चाहिए।

4. इतिहास (Past) किसी कंपनी का इतिहास देखना की वो पीछे से कैसे परफॉर्म करती आ रही ये भी काफी जरूरी होता है।

Fundamental Analysis क्या होता है?

फंडामेंटल विश्लेषण का उपयोग हमेशा Long Time Frame में किया जाता है इसमें जल्दी पैसा कमाने का टारगेट नहीं रखा जाता है बल्कि अपने Portfolio को एक सही Rate of Return पर Compounding करने पर ध्यान दिया जाता है। technical analysis of stocks

फंडामेंटल एनालिसिस करने के लिए कंपनी के अन्दर की चीज़ो को परखा जाता है की कंपनी किस प्रकार का बिज़नेस करती है कंपनी की फाइनेंसियल स्टेटमेंट क्या है कंपनी से जुड़े लोग कौन कौन से है, उन लोगो कि PERSONAL BUSINESS EXPERIENCE और BACKGROUND क्या है इन सब की जानकारी हमे फंडामेंटल एनालिसिस दुवारा मिलती है।

How To Do Fundamental Analysis

Fundamental Analysis करने के लिए हमे कंपनी के डाक्यूमेंट्स (Documents) की जांच करनी होती है जैसे:-

1. Balance Sheet पर नज़र डालना
2. P&L (Profit &Loss) Account पर नज़र डालना
3. Cash Flow Statements को चेक करना
4. Annual Report को देखना
5. Financial Ratio को देखना
6. PE Ratio नज़र डालना
7. EPS Earning Per Share नज़र डालना
8. Book Value को चेक करना
9. Management Analysis नज़र डालना
10. Profit And Sales Growth को देखना
11. Opponent Company की जांच करना
12. जिस क्षेत्र की कंपनी है उस क्षेत्र के नियम और कानून (Law and Rules)

इस तरह हम फंडामेंटल एनालिसिस में हम ये चेक करते है कि – हम जिस कंपनी का स्टॉक खरीदना चाहते है, वह कंपनी आर्थिक रूप से कितना STRONG है, और वो कंपनी फ्यूचर में कितना ग्रोथ कर सकती है।

अगर आपको Supermarket Franchise in India Hindi Technical Analysis in Hindi से जुडी जानकारी से कुछ सिखने को मिला तो शेयर जरूर करे धन्यवाद्।

तकनीकी विश्लेषण

सूची तकनीकी विश्लेषण

तकनीकी विश्लेषण अथवा टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) विभिन्न प्रतिभूतियों (सिक्योरिटीज) (जैसे शेयर आदि) का विश्लेषण करने की विधा है। इसकी सहायता से भविष्य में इनके मूल्यों के बढ़ने-घटने के बारे में अनुमान लगाया जाता है। इसके लिये भूतकाल में इन सेक्योरिटीज के मूल्यों एवं उनके क्रय-विक्रय की मात्रा (वॉलुम) आदि का अध्ययन किया जाता है। .

डाउ सिद्धांत

स्टॉक-मूल्य गतिविधि पर डाउ सिद्धांत एक तकनीकी विश्लेषण है जिसमें सेक्टर रोटेशन के कुछ पहलु शामिल हैं। इस सिद्धांत को चार्ल्स एच.

मैंडलब्रॉट सेट भग्न का एक प्रसिद्ध उदाहरण है भग्न एक "विषम या खंडित ज्यामितीय आकार है जिसे हिस्से में विभाजित किया जा सकता है, जिनमें से प्रत्येक (कम से कम लगभग) संपूर्ण की लघु-आकार प्रतिलिपि है," एक गुण जो स्व-समानता कहलाता है। भग्न के गणितीय सख्त उपचार की जड़ें कार्ल वेइर्स्ट्रास, जार्ज कैंटर और फ़ेलिक्स हौसड्राफ़ द्वारा किए गए प्रकार्यों के अध्ययन में खोजी जा सकती हैं, जिन्होंने ऐसे प्रकार्यों का अध्ययन किया जो विश्लेषणात्मक थे, पर विभेदक नहीं; तथापि, 1975 में भग्न के लिए अंग्रेज़ी शब्द fractal बेनोइट मेंडेलब्रॉट ने गढ़ा और यह लैटिन के fractus से व्युत्पन्न है, जिसका तात्पर्य है "टूटा हुआ" या "खंडित".

मानक विचलन

एक डाटा सेट जिसका मध्यमान 50 (नीले रंग में प्रदर्शित) और मानक विचलन (σ) 20 है। एक सामान्य वितरण (या घंटी वक्र) का एक भूखंडप्रत्येक रंग की पट्टी की चौड़ाई एक मानक विचलन है। प्रायिकता सिद्धांत और सांख्यिकी में, किसी सांख्यिकीय जनसंख्या, डाटा सेट या प्रायिकता वितरण के प्रसरण के वर्गमूल को मानक विचलन (स्टैण्डर्ड देविएशन) कहते हैं। मानक विचलन, व्यापक रूप से प्रयोग होने वाला एक मापदंड है प्रकीर्णन की माप करता है कि आंकड़े कितने 'फैले हुए' हैं। मानक विचलन बीजगणित की दृष्टि से अधिक सुविधाजनक है यद्यपि व्यावहारिक रूप से प्रत्याशित विचलन या औसत निरपेक्ष विचलन की तुलना में यह कम सुदृढ़ होता है। इससे पता चलता है कि यहां "औसत" (मध्यमान) से कितनी भिन्नता है। इसे वितरण के मध्यमान से अंकों के औसत अंतर के रूप में माना जा सकता है कि वे मध्यमान से कितनी दूर हैं। एक निम्न मानक विचलन इंगित करता है कि डाटा के अंक मध्यमान के बहुत समीप होते हैं जबकि उच्च मानक विचलन इंगित करता है कि डाटा, मानों की एक बहुत बड़ी श्रेणी शेयरों का तकनीकी विश्लेषण पर फैला हुआ है। उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका में वयस्क पुरुषों की औसत ऊंचाई है और इसके साथ ही साथ इनका मानक विचलन लगभग है। इसका मतलब है कि अधिकांश पुरुषों (एक सामान्य वितरण की कल्पना के आधार पर लगभग 68 प्रतिशत) की ऊंचाई मध्यमान के के भीतर – एक मानक विचलन है जबकि लगभग सभी पुरुषों (लगभग 95%) की ऊंचाई मध्यमान के के भीतर – 2 मानक विचलन है। यदि मानक विचलन शून्य होता, तो सभी पुरुष वास्तव में ऊंचे होते.

कारोबार एकक का स्टॉक या पूंजीगत स्टॉक उसके संस्थापकों द्वारा कारोबार में प्रदत्त मूल पूंजी या निवेश का प्रतिनिधित्व करता है। यह व्यापार के लेनदारों के लिए एक प्रतिभूति के रूप में कार्य करता है, चूंकि लेनदारों के लिए हानिकर रूप से उसे आहरित नहीं शेयरों का तकनीकी विश्लेषण किया जा सकता है। स्टॉक संपत्ति और व्यवसाय की आस्तियों से अलग है जो मात्रा और मूल्य में उतार-चढ़ाव ला सकता है। .

यहां पुनर्निर्देश करता है:

यूनियनपीडिया एक विश्वकोश या शब्दकोश की तरह आयोजित एक अवधारणा नक्शे या अर्थ नेटवर्क है। यह प्रत्येक अवधारणा और अपने संबंधों का एक संक्षिप्त परिभाषा देता है।

इस अवधारणा को चित्र के लिए एक आधार के रूप में कार्य करता है कि एक विशाल ऑनलाइन मानसिक नक्शा है। यह प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र है और प्रत्येक लेख या दस्तावेज डाउनलोड किया जा सकता है। यह शिक्षकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों या छात्रों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है कि एक उपकरण, संसाधन या अध्ययन, अनुसंधान, शिक्षा, शिक्षा या शिक्षण के लिए संदर्भ है, अकादमिक जगत के लिए: स्कूल, प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च विद्यालय, मध्य, महाविद्यालय, तकनीकी डिग्री, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्नातक, मास्टर या डॉक्टरेट की डिग्री के लिए; कागजात, रिपोर्ट, परियोजनाओं, विचारों, प्रलेखन, सर्वेक्षण, सारांश, या शोध के लिए। यहाँ परिभाषा, विवरण, विवरण, या आप जानकारी की जरूरत है जिस पर हर एक महत्वपूर्ण का अर्थ है, और एक शब्दकोष के रूप में उनके संबद्ध अवधारणाओं की एक सूची है। हिन्दी, अंग्रेज़ी, स्पेनी, पुर्तगाली, जापानी, चीनी, फ़्रेंच, जर्मन, इतालवी, पोलिश, डच, रूसी, अरबी, स्वीडिश, यूक्रेनी, हंगेरियन, कैटलन, चेक, हिब्रू, डेनिश, फिनिश, इन्डोनेशियाई, नार्वेजियन, रोमानियाई, तुर्की, वियतनामी, कोरियाई, थाई, यूनानी, बल्गेरियाई, क्रोएशियाई, स्लोवाक, लिथुआनियाई, फिलिपिनो, लातवियाई, ऐस्तोनियन् और स्लोवेनियाई में उपलब्ध है। जल्द ही अधिक भाषाओं।

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