क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं?

राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को समर्थन देंगे, लेकिन उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की आड़ में हिंसा को बढ़ावा देने की कोशिश करेंगे।
Maruti Car Price Hike : अगले साल से महंगी होने वाली हैं कारें, मारुति सुजुकी बढ़ाएगी कीमतें, इस साल रेकॉर्ड बिक्री की उम्मीद
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki) की कारें नए साल से महंगी हो जाएंगी। कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले महीने से अपने विभिन्न मॉडलों के दाम बढ़ाने जा रही है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में मारुति ने कहा कि महंगाई और हालिया नियामकीय जरूरतों के बीच कंपनी पर लागत दबाव बढ़ा है। कंपनी ने कहा कि उसने लागत को कम करने के क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं? लिए अधिकतम प्रयास किए हैं और आशिंक रूप से इस वृद्धि को रोकने की कोशिश की है। लेकिन अब कीमतों में वृद्धि जरूरी हो गई है। कंपनी की जनवरी, 2023 से अपने वाहनों की कीमतें बढ़ाने की योजना है। यह सभी मॉडलों पर अलग-अलग होगी। हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया है कि वह कीमतों में कितनी वृद्धि करने जा रही है।
साल 2022 में कारों की रेकॉर्ड बिक्री की उम्मीद
हिं.दै.आज का मतदाता
रुपया गिरने से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 5 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट, ऐसे विश्वगुरु बनेगा भारत?
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार कमी आ रही है. अगस्त में भी देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. अब सातवें सप्ताह गिरकर 16 सितंबर को ये 545.652 बिलियन डॉलर तक गिर गया है.
भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार में 5.219 अरब अमेरिकी डॉलर की घटोतरी हुई है. 2 अक्टूबर, 2020 के बाद से ये इसका सबसे निचला स्तर है. पिछले सप्ताह के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 550.871 अरब डॉलर था.
Sri Lanka Crisis: वित्तीय संकट के कारण श्रीलंका के सामने चुनौतियों का अंबार
श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ने कहा है कि कर्ज की ये रकम मिलने के बाद ही वह अपने विदेशी मुद्रा भंडार को फिर से खड़ा करने की दिशा में आगे बढ़ सकता है। बैंक के गवर्नर नंदलाल वीरासिंघे ने कहा है- ‘जब आईएमएफ कर्ज जारी क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं? करेगा, तभी हम अपने भंडार को फिर से खड़ा करने की शुरुआत कर सकेंगे।’
आईएमएफ डिफॉल्टर (कर्ज चुकाने में अक्षम) हो चुके श्रीलंका को 2.9 बिलियन डॉलर का नया ऋण देने पर बीते सितंबर में राजी हुआ था। लेकिन अभी तक उसने रकम जारी नहीं की है।
इस बीच श्रीलंका को अपने निर्यात, विदेश में रहने वाले श्रीलंकाइयों द्वारा भेजी जाने वाली रकम और पर्यटन उद्योग से जितनी विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है, उतने भर क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं? से ही जरूरी चीजों का आयात कर पा रहा है।
Sri Lanka's President's Secretariat resumes work after 107 days
कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति सचिवालय में 107 दिनों के बाद सोमवार को कामकाज शुरू हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दरअसल, देश में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान राष्ट्रपति सचिवालय के प्रवेश द्वार को प्रदर्शनकारियों ने नौ अप्रैल को बंद कर दिया गया क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं? था। इसके बाद नौ जुलाई को प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय की इमारत में जबरन प्रवेश कर उस पर कब्जा कर लिया था।
संकटग्रस्त राष्ट्र के नये राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के आदेश पर पिछले शुक्रवार को पुलिस और सुरक्षाबलों ने छापेमारी की और प्रदर्शनकारियों को हटाकर इमारत को अपने कब्जे में ले लिया था।
अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति सचिवालय को प्रदर्शनकारियों के कब्जे से छुड़ाने के बाद सोमवार को उसके कर्मचारियों के लिए खोल दिया गया।
एेतिहासिक निचले स्तर पर फिसला रुपया, डाॅलर के मुकाबले 78 पैसे टूटा भाव
नर्इ दिल्ली। सोमवार काे सप्ताह के पहले कारोबारी दिन रुपए में रिकाॅर्ड गिरावट देखने को मिला। आज डाॅलर क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं? के मुकाबले रुपया 66 पैसे लुढ़ककर 69.62 के स्तर पर खुला। फिलहाल अमरीकी डाॅलर के मुकाबले रुपए का भाव घटकर 69.61 के स्तर पर आ गया है। बता दें रुपए का ये अब तक का सबसे निचला स्तर है। डाॅलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी से देश में आयात की जाने वाली वस्तुएं आम आदमी के जेब पर बुरा असर डाल सकती हैं। हालांकि एक फायदा ये होगा देश से निर्यात किए जाने वाले सामानों के लिए पहले से अधिक पैसे मिलेंगे।
क्या विदेशी मुद्रा में पैसे खर्च होते हैं? विदेशी मुद्रा भंडार 8 माह के निचले स्तर पर
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमरीकी डाॅलर में लगातार मजबूती देखने को मिल रही है। इसके बाद अब घरेलू विदेशी मुद्रा भंडार करीब 8 माह के निचले स्तर पर पहुंच चुका है। भारतीय रुपए में कमजोरी का एक ये भी कारण है। डाॅलर इंडेक्स ने आज 96.50 के अपने उच्चतम स्तर को भी छुआ जो कि बीते 14 माह सबसे उच्चतम स्तर पर है। 3 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 402.70 अरब डाॅलर हो गया है। इसके पहले 15 दिसंबर 2018 को विदेश मुद्रा भंडार में इससे न्यूनतम स्तर पर दर्ज किया गया था।
Sri Lanka's President's Secretariat resumes work after 107 days
कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति सचिवालय में 107 दिनों के बाद सोमवार को कामकाज शुरू हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दरअसल, देश में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान राष्ट्रपति सचिवालय के प्रवेश द्वार को प्रदर्शनकारियों ने नौ अप्रैल को बंद कर दिया गया था। इसके बाद नौ जुलाई को प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय की इमारत में जबरन प्रवेश कर उस पर कब्जा कर लिया था।
संकटग्रस्त राष्ट्र के नये राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के आदेश पर पिछले शुक्रवार को पुलिस और सुरक्षाबलों ने छापेमारी की और प्रदर्शनकारियों को हटाकर इमारत को अपने कब्जे में ले लिया था।
अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति सचिवालय को प्रदर्शनकारियों के कब्जे से छुड़ाने के बाद सोमवार को उसके कर्मचारियों के लिए खोल दिया गया।