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रुझान निर्देश

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© Reuters. डॉलर इंडेक्स का रुझान तेज रहने से 81.50 सबसे निचला पॉइंट हो सकता है : जतीन त्रिवेदी

डॉलर इंडेक्स का रुझान तेज रहने से 81.50 सबसे निचला पॉइंट हो सकता है : जतीन त्रिवेदी

शेयर बाजार 10 सितंबर 2022 ,16:45

डॉलर इंडेक्स का रुझान तेज रहने से 81.50 सबसे निचला पॉइंट हो सकता है : जतीन त्रिवेदी

© Reuters. डॉलर इंडेक्स का रुझान तेज रहने से 81.50 सबसे निचला रुझान निर्देश पॉइंट हो सकता है : जतीन त्रिवेदी

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

मुंबई, 10 सितंबर (आईएएनएस)। एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी ने कहा है कि डॉलर इंडेक्स रुझान निर्देश में तेजी के चलते रुपये के लिए 81.50 सबसे निचला स्तर हो सकता है।पिछले तीन महीनों में डॉलर 102 डॉलर से 110 डॉलर और रुपया 78.00 से 80.00 डॉलर तक गिर रहा है। यदि यह तेजी की गति को जारी रखता है, तो डॉलर 115 डॉलर के क्षेत्र को छू सकता है और साथ ही रुपया 81.50-82.00 के करीब हो सकता है।

त्रिवेदी से साक्षात्कार के अंश :

सवाल : आरबीआई गवर्नर के इस कथन पर आपका क्या विचार है कि रुपया अन्य मुद्राओं में तेज मूल्यह्रास के बावजूद अपने आप में स्थिर रहा है और व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ा है?

जवाब : रुपये की गिरावट का मुख्य कारण मुद्राओं की पूरी टोकरी के मुकाबले डॉलर का मजबूत प्रदर्शन रहा है, जो यूरो, जेपीवाई, जीबीपी के संबंध में 8-13 प्रतिशत गिर गया है, इसलिए रुपया भी तेजी महसूस कर रहा है, क्योंकि डॉलर इंडेक्स 20 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया, क्योंकि आधार मुद्रा 110 डॉलर को छू गई थी।

घरेलू स्तर पर भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है, जब भारत में मेक एंड बाय उत्पादों की खपत की बात आती है। यह निर्यात आईटी और फार्मा के साथ तेजी महसूस कर रहा है, क्योंकि अनलॉक के बाद मांग में गिरावट आई है, इसलिए आयात जारी है और निर्यात में गिरावट देखी गई है। घरेलू स्तर पर रुपये को अच्छा समर्थन मिला है।

सवाल : हमने देखा है कि आरबीआई ने रुपये की रक्षा के लिए विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप किया है। आप हस्तक्षेप को आगे कैसे देखते हैं?

जवाब : हस्तक्षेप को 80.00-अंक के करीब देखा गया है, क्योंकि आरबीआई ने रुपये को 80.00 से नीचे नहीं रखने की कोशिश की है, जिसे कच्चे तेल की कीमतों का भी समर्थन मिला है जो तीन महीने की अवधि में नाइमेक्स में 120 से 85 डॉलर तक गिरावट है। इसलिए रुपये में गिरावट धीमी रही है और कीमतों के 79.50 से ऊपर आने के बाद आरबीआई का हस्तक्षेप धीमा हो सकता है। आक्रामक हस्तक्षेप केवल एक मामला हो सकता है, यदि रुपया 80.00 से अधिक हो जाता है, क्योंकि आरबीआई विदेशी मुद्रा भंडार को कम नहीं करना चाहता।

सवाल : क्या आरबीआई का रुपये का इस हद तक बचाव करने का कोई मतलब है? आपके क्या विचार हैं?

जवाब : यह ऐसे माहौल में समझ में आया जहां कच्चे तेल की कीमतें भी उबाल पर थीं, लेकिन चूंकि कच्चे तेल की कीमतें कम हो गई हैं, यह देखा जाएगा कि आरबीआई रुपये की खरीद/डॉलर की बिक्री में कम भाग लेगा। केंद्रीय बैंक ने अपने उपायों में स्पष्ट किया है कि आरबीआई मुद्रा में धीमी गति से गिरावट के साथ ठीक है, बल्कि प्रमुख विदेशी मुद्रा भंडार बेचने पर रुपये में तेजी से वृद्धि हुई है।

सवाल : अगले तीन महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपये का सबसे निचला स्तर क्या होगा?

जवाब : 81.50 सबसे निचला बिंदु हो सकता है, क्योंकि डॉलर इंडेक्स का रुझान तेज रहा है। पिछले तीन महीनों में डॉलर 102 डॉलर से 110 डॉलर और रुपया 78.00 से 80.00 डॉलर तक गिर रहा है। यदि यह तेजी की गति को जारी रखता है, तो डॉलर रुझान निर्देश 115 डॉलर के क्षेत्र को छू सकता है और साथ ही रुपया 81.50-82.00 के करीब हो सकता है।

सवाल : वे कौन से घरेलू कारक हैं जो आपको लगता है कि आने वाले महीनों में रुपये पर दबाव डालेंगे?

जवाब : डीआईआई पूंजी बाजार में खरीदार रहे हैं, जिससे रुपये को मदद मिली है। अगर डीआईआई अपने मुनाफे की बुकिंग शुरू करते हैं, तो हम रुपये पर दबाव देख सकते हैं। इसके साथ ही, देश के दक्षिणी हिस्से में भारी बाढ़ से फसलों को नुकसान पहुंचा है, जिससे मुद्रास्फीति पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे रुपये पर और दबाव पड़ेगा। इसलिए रुपये के कारोबारियों की फसल की आवक पर पैनी नजर रहेगी। नकारात्मक कच्चे तेल की कीमतें और डॉलर की कीमतों में बढ़ोतरी आने वाले महीनों में रुपये की गति पर प्रमुख भूमिका निभा सकती है।

सवाल : उस दबाव को कम करने का क्या उपाय हो सकता है?

जवाब : रुपये की गिरावट को रोकने के लिए बहुत कुछ नहीं किया जा सकता है, क्योंकि इसका अधिकांश हिस्सा वैश्विक भू-राजनीतिक मुद्दों और डॉलर के तेज उछाल के कारण आया है, जिससे वैश्विक मुद्राओं पर दबाव बढ़ रहा है। आरबीआई केवल रुपये में गिरावट की गति को धीमा कर सकता है, जो चालू वर्ष में उसका रुख रहा है और हम इसे जारी देख सकते हैं।

Lok Sabha Election Results 2019: आज होगी काउंटिंग 9 बजे पहला रुझान, 30 वीपीपैट की पर्ची की गिनती

Lok Sabha Election Results 2019: आज होगी काउंटिंग 9 बजे पहला रुझान, 30 वीपीपैट की पर्ची की गिनती

आज मतगणना के बाद यह बात साफ हो जाएगी. वोटर्स में भी कौन सी पॉलिटिकल पार्टी इस इलेक्शन में बड़ी विजेता बनकर उभरेगी और किस की लोटिया डूब जाएगी.

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RANCHI: लोकसभा चुनाव निबट जाने के बाद अब किसके हाथ जीत का तमगा लगेगा. आज मतगणना के बाद यह बात साफ हो जाएगी. वोटर्स में भी कौन सी पॉलिटिकल पार्टी इस इलेक्शन में बड़ी विजेता बनकर उभरेगी और किस की लोटिया डूब जाएगी, इसको लेकर भी धुकधुकी बढ़ गई है. इसी मतगणना की तैयारी को लेकर लोकल प्रशासन ने बुधवार को पूरे दिन माथापच्ची की. सुबह 8 रुझान निर्देश बजे से काउंटिंग चालू हो जाएगी और 9 बजे से रुझान आना शुरू हो जाएगा.

अफसरों ने पूरे दिन की माथापच्ची
रांची संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में हुए चुनाव में पड़े वोटों की काउंटिंग कराये जाने को लेकर पंडरा बाजार समिति प्रांगण में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त रांची, श्री राय महिमापत रे की अध्यक्षता में हुई बैठक में मतगणना कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये गए. इस दौरान जनरल आब्जर्वर, डीडीसी, एसडीएम रांची, एसएसपी रांची, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी और मतगणनाकर्मी उपस्थित थे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त श्री राय महिमापत रे ने बताया कि काउंटिंग की पूरी तैयारी कर ली गयी है. 23 मई को सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हो जायेगी. उन्होंने बताया कि वोटों की गिनती के लिए प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों/कर्मियों को तय समय पर अपने ड्यूटी स्थल पर पहुंचने को कहा गया है.

30 वीपीपैट की पर्ची की गिनती
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि रांची संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत हर विधानसभा क्षेत्र में पांच वीपीपैट रुझान निर्देश की पर्ची की काउंटिंग होगी, कुल 30 वीवीपैट की पर्ची की काउंटिंग की जायेगी. उन्होंने बताया कि 08-रांची संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में मतगणना 21 राउंड में होगी और हर राउंड की जानकारी मीडिया को दी जायेगी.

त्रिस्तरीय सुरक्षा में स्ट्रांग रूम
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि स्ट्रांग रूम की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी रुझान निर्देश है. साथ ही साथ 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है., उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह राजनीतिक दलों के सामने ही ईवीएम की सील खोली जायेगी.

मोबाइल फोन ले जाने पर मनाही
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री अनीश गुप्ता ने पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों को निर्देश देते हुए कहा कि 23 मई की सुबह 6 बजे स्ट्रांग रूम खोला जायेगा, सभी कर्मी सुबह चार बजे उपस्थित रहेंगे. उन्होंने कहा कि काउंटिंग हॉल में मोबाइल फोन या किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की मनाही है. कोई भी कर्मी, काउंटिंग एजेंट काउंटिंग हॉल में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे.

संदिग्ध दिखे तो खैर नहीं
वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मतगणना के दौरान अधिकारी/कर्मी पोस्ट को खाली न छोड़ें. वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मतगणना के दौरान राजनीतिक दल या किसी व्यक्ति के उकसावे में न आयें, गंभीरता से अपने कर्तव्य का निर्वहन करें और संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी होने पर तुरंत इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दें ताकि कार्रवाई की जा सके. वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बाजार समिति में पर्याप्त संख्या में पदाधिकारी/कर्मी मौजूद रहेंगे. रांची जिला और शहर में संवेदनशील स्थानों पर क्यूआरटी को तैनात किया गया है, साथ ही रैफ की कंपनी भी उपलब्ध रहेगी. यह भी बताया कि बाजार समिति में कंट्रोल रूम गया है. सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में एक्टिव रहेंगे.

Election Result 2021 Live: बंगाल में TMC, असम-पुडुचेरी में BJP जीती, TN में DMK और केरल में LDF

बंगाल मे कुल सीटों की संख्या 294 हैं, वोटिंग 292 सीटों पर हुई, बहुमत के लिए अब 147 सीटों की जरूरत है. यहां पिछली बार ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव जीतकर सरकार बनाई थी.

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Election Result 2021 Live: बंगाल में TMC, असम-पुडुचेरी में BJP जीती, TN में DMK और केरल में LDF

कोरोना महामारी के बीच पिछले 62 दिनों से देश के पांच राज्यों में चुनावी रण चला, जिसका आखिरकार आज अंत होगा. 2 मई को पश्चिम बंगाल समेत असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के नतीजे आएंगे. इस वक्त सभी की नजरें बंगाल चुनाव के नतीजों पर टिकी हैं, यहां ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का सीधा मुकाबला बीजेपी से देखने को मिला. इस चुनाव के लिए दोनों ही पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया.

1. बंगाल
सीटों की संख्या: 294 (मतगणना 292 सीटों पर हुई)
बहुमत का आंकड़ा: 148 (292 सीटों के हिसाब से 147)
2016 में कौन जीताः तृणमूल कांग्रेस

2. असम
सीटों की संख्याः 126
बहुमत का आंकड़ाः 64
2016 में कौन जीताः बीजेपी (गठबंधन)

3. तमिलनाडु
सीटों की संख्याः 234
बहुमत का आंकड़ाः 118
2016 में कौन जीताः अन्नाद्रमुक

4. केरल
सीटों की संख्याः 140
बहुमत का आंकड़ाः 71
2016 में कौन जीताः LDF

5. पुडुचेरी
सीटों की संख्याः 30
बहुमत का आंकड़ाः 16
2016 में कौन जीताः कांग्रेस+द्रमुक

ममता बोलीं- नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करो

नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करो। नंदीग्राम के लोग जो भी जनादेश देंगे, मैं उसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। हमने 221 से अधिक सीटें जीतीं और भाजपा चुनाव हार गई: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी pic.twitter.com/2UrwJLFWsi

— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 2, 2021

पांच राज्यों के लगभग अंतिम रुझान

पश्चिम बंगाल में TMC
TMC 213, बीजेपी 76 और तीन सीटों पर अन्य दल आगे चल रहे हैं. यहां 294 में से 292 सीटों पर चुनाव हुए, बहुमत के लिए 147 सीटों पर जीत की जरूरत है.

केरल में LDF
LDF 99 और UDF 41 सीटों पर आगे चल रही हैं. यहां 140 सीटों पर चुनाव हुए, बहुमत के लिए 71 सीटों पर जीत की जरूरत है.

असम में बीजेपी
बीजेपी 75, कांग्रेस 49 और दो सीटों पर अन्य दल आगे चल रहे हैं. यहां 126 सीटों पर चुनाव हुए, बहुमत के लिए 64 सीटों पर जीत की जरूरत है.रुझान निर्देश

तमिलनाडु में DMK
DMK 153, AIDMK 80 व एक सीट पर अन्य दल आगे हैं. यहां 234 सीटों पर चुनाव हुए, बहुमत के लिए 118 सीटों पर जीत की जरूरत है.

पुडुचेरी में NDA
9 सीटों पर एनआर कांग्रेस व बीजेपी का NDA गठबंधन, चार पर कांग्रेस व एक सीट पर अन्य पार्टी आगे चल रही हैं. यहां 30 सीटों पर चुनाव हुए, बहुमत के लिए 16 सीटों पर जीत की जरूरत है.

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