ट्रेडिंग दिन कितने घंटे का होता है?

Trading in Hindi | ट्रेडिंग कैसे सीखें | ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
Trading क्या होती है और कैसे की जाती है? अगर आपके मन में भी सवाल है तो आपको आज बहुत मज़ा आने वाला है क्योंकि आज हम ट्रेडिंग से जुड़ी सभी जानकारी आपके साथ शेयर करने वाले हैं। हम जानेंगे कैसे दुनिया में लोग मात्र एक दिन में ट्रेडिंग से हज़ारों रूपये कमा लेते हैं और आप ऐसा कैसे कर सकते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के 100 सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में 2 ट्रेडर भी शामिल है जिन्होंने अपनी ट्रेडिंग कला के बल पर बेशुमार दौलत इकट्ठा की है। हालाँकि ऐसे भी लाखों उदाहरण हैं जहाँ ट्रेडिंग ने लोगो को डुबो दिया । ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने ट्रेडिंग साइकोलॉजी से जुड़ी किताबें नहीं पढ़ी थी।
मार्किट लोगों के मूड से चलता है और अगर आपको पब्लिक के मन का नहीं पता तो आप एक सफल ट्रेडर नहीं बन पाओगे इसलिए पहले शेयर मार्किट की बेस्ट किताबें पढ़कर ज्ञान अर्जित करें और उसके बाद ही ट्रेडिंग करना शुरू करें।
Trading मीनिंग इन हिंदी
आसान हिंदी भाषा में ट्रेडिंग का मतलब होता है ‘व्यापर’ या ‘लेनदेन’। अब व्यापार तो वैसे किसी भी चीज़ का हो सकता है लेकिन क्योंकि हम यहाँ शेयर मार्किट की बात कर रहे हैं तो यहाँ ट्रेडिंग का मतलब है शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया।
ट्रेडिंग क्या होती है?
जब आप किसी कंपनी के शेयर को कम दाम पर खरीदते हैं और कुछ मिनट, घंटे, या दिनों बाद उस शेयर की कीमत बढ़ जाने के बाद ज़्यादा दाम पर बेचते हैं तो इसी को हम सफल ट्रेडिंग कहते हैं। एक ट्रेडर को सफल तभी कहा जा सकता है जब वह कोई भी शेयर मुनाफे के साथ बेचे अन्यथा अपना नुकसान तो वे लोग भी करते हैं जिन्हे ट्रेडिंग का T भी नहीं पता।
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
अब जैसा की हमने आपसे ट्रेडिंग की परिभाषा में कहा की आप किसी शेयर को कुछ मिनटों से लेकर हफ्ते भर तक होल्ड कर सकते है। उसी समय अवधि के अनुसार ट्रेडिंग को मुख्य रूप से दो प्रकार में विभाजित किया गया है:
इंट्राडे ट्रेडिंग(Intraday Trading):
इंट्राडे का हिंदी में मतलब है ‘दिन के अंदर’। जब आप किसी शेयर को एक ही दिन में खरीदते और मार्किट बंद होने से पहले बेच देते हैं तो उस प्रकार की ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। इसमें आपको सुबह मार्किट खुलते ही पोजीशन बनानी होती है क्योंकि अच्छे मौके सुबह ही मिलते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग का ही एक और टाइप होता है जिसे हम कहते है स्कल्पिंग(Scalping) जिसमे मार्किट खुलने के एक घंटे के अंदर ही शेयर का खरीदना और बेचना दोनों हो जाता है।
स्विंग ट्रेडिंग(Swing Trading)
स्विंग का हिंदी में मतलब होता है ‘झूलना’ और ट्रेडिंग जगत में भी इसका मतलब होता है किसी शेयर को एक से ज़्यादा ट्रेडिंग सेशन तक पकड़ के रखना और कुछ दिन या हफ़्तों बाद बेचना। हम ऐसा कह सकते है कि आपको एक शेयर लेकर कुछ दिनों या हफ़्तों तक झूलना है और जब उसकी कीमत आपके मुताबिक बढ़ जाये तो उसे बेच देना है। अब क्योंकि स्विंग Trading में हम एक दिन से ज़्यादा शेयर को होल्ड करते हैं इसे हम डिलीवरी(Delivery) ट्रेडिंग भी कहते है।
अगर आप एक हफ्ते के आगे तक अगर कोई शेयर होल्ड करते हैं तो आप पोज़िशनल(Positional) ट्रेडिंग कर रहे हैं और अगर आप 1 महीने से ज़्यादा कोई शेयर रखते है तो फिर आप ट्रेडिंग नहीं इन्वेस्टिंग कर रहे हैं क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग की अधिकतम अवधि 2 महीने है। उसमे भी लोग एक हफ्ते से ज़्यादा किसी शेयर को होल्ड नहीं करते तो एक महीना तो बहुत दूर की बात है।
ट्रेडिंग कैसे सीखें? How to Learn Trading in Hindi?
ट्रेडिंग एक ऐसी चीज़ है जो आपको एक दिन में नहीं आएगी। इसके लिए आपको रोज़ पढ़ना पड़ेगा। जिस प्रकार अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझ में नहीं आते उन्हें पढ़ना पड़ता है। वैसे ही ट्रेडिंग का ज्ञान लेने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और Trading Psychology से जुड़ी किताबों को पढ़ना पड़ेगा तब जाकर कुछ बात बनेगी।
इसके बाद भी सिर्फ पढ़ने से काम नहीं चलेगा। आपको मार्किट का रुख देखकर अपनी खुद की स्ट्रेटेजी बनानी पड़ेगी और जिस शेयर में ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं उसके कैंडलस्टिक चार्ट को देखकर उसका तकनिकी विश्लेषण करना होगा। इसके बाद ही आपको पता चल पायेगा कि वो शेयर ऊपर जायेगा या नहीं।
मार्किट से बड़ा गुरु कोई नहीं है इसलिए अगर आप Trading सीखना चाहते हैं तो लाइव ट्रेडिंग सेशन के दौरान किसी भी स्टॉक को पकड़ लें जिसके प्राइस में तेजी से बदलाव हो रहे हो। उस शेयर के पीछे के पैटर्न को देखकर आने वाले पैटर्न का अंदाज़ा लगाएं और खुद का टेस्ट करें।
स्टॉक मार्किट में एक्सपर्ट निवेशक ट्रेडिंग दिन कितने घंटे का होता है? बनने के लिए आप seekhonivesh.com पर हमारे आर्टिकल पढ़ सकते है। आपको लगभग हर दिन एक नयी जानकारी मिलेगी जो आपको एक सफल निवेशक और बेहतर इंसान बनने में मदद करेगी।
ट्रेडिंग कैसे की जाती है?
Trading शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले एक डीमैट अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है जो आपको स्टॉक एक्सचेंज के साथ जोड़ता है। बिना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बिना आप शेयर खरीदने की सोच भी नहीं सकते।
अगर आपने डीमैट अकाउंट खुलवा लिया है तो आप बिना किसी दिक्कत के ट्रेडिंग शुरू कर सकते है। दुनिया के शेयर बाज़ारों की टाइमिंग अलग अलग होती है जैसे भारतीय स्टॉक मार्किट सुबह 9:15 पर खुलता है और दोपहर 3:30 बजे बंद हो जाता है जबकि अन्य स्टॉक एक्सचेंज जैसे यूरोप,ऑस्ट्रेलिया, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और अमेरिकी नैस्डेक की ओपन टाइमिंग काफी अलग है।
तो जिस मार्किट में आपको Trading करनी है उसकी ओपनिंग और क्लोजिंग टाइमिंग पता करें। फिर ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाएं। ट्रेडिंग अकाउंट इंट्राडे ट्रेडिंग में मदद करेगा और डीमैट आपको स्विंग ट्रेडिंग करने में मदद करेगा क्योंकि आपके ख़रीदे गए शेयर डीमैट के अंदर ही रखे जायेंगे। ये दोनों काम करने के बाद आप आराम से किसी भी शेयर में ट्रेड करना शुरू कर सकते हैं।
शुरुआत में हमेशा बहुत कम पैसे लगाकर देखें ताकि अगर नुकसान भी हो तो कम हो। अगर आप पहली बार में कामयाब नहीं होते हैं तो घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि हमने पहले से ही कम पैसो से शुरुआत की है और वे ही पैसे लगाएं जिनके जाने का आपको गम न हो और लोन लेकर ट्रेड करने की सोच रहे हैं तो ऐसा ख्याल भी मन से निकाल दें।
लोन लेकर ट्रेड करना पाप है इसलिए Trading करने के लिए केवल उन्हों पैसो का इस्तेमाल करे जो अगर चले भी जाये तो आपके परिवार पर कोई असर न पड़े पर अगर आपको रिस्क लेना का शोक है तो आईपीओ में निवेश करना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
Share Market Muhurat Trading 2022 Time : शेयर मार्केट में दिवाली के दिन कितने बजे कर पाएंगे निवेश?
Share Market Muhurat Trading 2022 Time : शेयर मार्केट में दिवाली के दिन कितने बजे कर पाएंगे निवेश?
Share Market Muhurat Trading 2022 Time: दिवाली (Diwali) के दिन शेयर मार्केट (Share Market) यूं तो सुबह बंद रहता है, लेकिन शाम को कुछ देर के लिए ओपन होता है। विक्रम संवत् 2079 के शुभारंभ के अवसर पर दीपावली के दिन देश के प्रमुख शेयर बाजारों बीएसई (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में मुहूर्त कारोबार (Muhurt Trading Time) इस वर्ष एक घंटे शाम 6.15 बजे से लेकर 7.15 बजे तक का होगा।बीएसई के अनुसार, 24 अक्टूबर को शाम छह बजे से प्री ओपन सत्र शुरू होगा जो 6.08 बजे समाप्त होगा। इसके बाद आम निवेशकों के लिए 6.15 बजे से कारोबार की शुरूआत होगी जो एक घंटे तक 7.15 बजे तक चलेगा। दिवाली के दिन निवेश को शुभ माना जाता है और इस दिन अधिकांश बड़े निवेशक या कंपनियां शेयर बाजार में खरीद बेच करती है।
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दिवाली के दिन जिस किसी को निवेश करना होगा उसके पास सिर्फ एक घंटे का समय रहेगा
मुहूर्त ट्रेडिंग को छोड़ दें दिवाली के दिन शेयर मार्केट सुबह नहीं खुलेगा। यानी दिवाली के दिन जिस किसी को निवेश करना होगा उसके पास सिर्फ एक घंटे का समय रहेगा। मंगलवार को शेयर मार्केट फिर से पुराने समय पर ओपन होगा। 26 अक्टूबर 2022 यानी बुधवार को स्टॉक मार्केट मे दिवाली बलिप्रदा की वजह से कोई कारोबार नहीं होगा। वहीं फिर से गुरुवार और शुक्रवार को निवेशकों के लिए मार्केट खुला रहेगा।
Cryptocurrency में निवेश करना चाहते हैं, तो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले करने होंगे ये काम
क्रिप्टो में निवेश करना थोड़ा जटिल प्रक्रिया हो सकती है. इसमें माइनिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग फिर क्रिप्टो वॉलेट को मेंटेन करने जैसी कई जरूरी चीजें होती हैं, जिनकी जानकारी होनी जरूरी होती है. हम आपको निवेश से पहले की कुछ बेसिक बातें बता रहे हैं.
Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना थोड़ा जटिल हो सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच में बहुत ही पॉपुलर इन्वेस्टमेंट टूल बन चुका है. इसमें अनिश्चितता और उतार-चढ़ाव रहने के बावजूद इसमें लगातार निवेश बढ़ रहा है. इसके पीछे कारण है कि क्रिप्टो में निवेश अच्छा रिटर्न देता है. सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथीरियम और डॉजकॉइन जैसे कुछ और कॉइन्स हैं. क्रिप्टो में निवेश करना थोड़ा जटिल प्रक्रिया हो सकती है. इसमें माइनिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज (Crypto Exchange) पर ट्रेडिंग फिर क्रिप्टो वॉलेट को मेंटेन करने जैसी कई जरूरी चीजें होती हैं, जिनकी जानकारी होनी जरूरी होती है. हम आपको निवेश से पहले की कुछ बेसिक बातें बता रहे हैं, ताकि अगर आप यह निवेश शुरू करते हैं तो आपको जरूरी बातें पहले से पता रहें.
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अगर आप क्रिप्टो में निवेश शुरू कर रहे हैं तो आपको पहले क्रिप्टो एक्सचेंज से शुरुआत करनी चाहिए. क्रिप्टो एक्सचेंज वो प्लेटफॉर्म होता है, जहां निवेशक शेयर मार्केट की तरह क्रिप्टो करेंसी खरीदते-बेचते हैं और इसकी ट्रेडिंग करते हैं. लेकिन शेयर मार्केट के उलट, क्रिप्टो मार्केट सातों दिन चौबीसों घंटे चलता है और इसको रेगुलेट करने वाली कोई संस्था नहीं होती है. यह खुद ही खुद को रेगुलेट करता है.
हम आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करने से पहले की कुछ जरूरी बातें यहां बता रहे हैं-
1. क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना
क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा. भारत में फिलहाल बहुत सारे एक्सचेंज काम कर रहे हैं, जिसमें CoinSwitch Kuber, WazirX, BuyUCoin सहित कई अन्य हैं.
2. जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना और KYC प्रोसेस
किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए जिस तरह डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए भी आपको आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड वगैरह जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका अकाउंट वैध और सही हो. इससे आपके अकाउंट की भी सुरक्षा होगी. इसके अलावा आपको अपना पेमेंट ऑप्शन भी देना होगा. इसी पेमेंट ऑप्शन से आप ट्रेडिंग शुरू होने के बाद डिपॉजिट और विदड्रॉल वगैरह करेंगे.
3. अपना ट्रेडिंग ऑर्डर डालना
एक्सचेंज के पास डॉक्यूमेंट और पैसे डिपॉजिट करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तुरंत ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. इसके बाद वो एक्सचेंज आपकी डिटेल्स को वेरिफाई करेगा, इसमें थोड़ा टाइम लग सकता है. जब केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाता है तो एक्सचेंज अपने यूजर को इसे लेकर नोटिफाई कर देता है. रही बात कि ट्रेडिंग की तो क्रिप्टो मार्केट 24/7 खुला रहता है, आप कभी-कभी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. अगर आपने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली तो फिर या तो आप इसे डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं या फिर इसे फ्लैट करेंसी में कन्वर्ट करवाकर विदड्रॉ कर सकते हैं.
4. छोटे अमाउंट से शुरू करें निवेश
क्रिप्टो मार्केट बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव का शिकार होता है. यहां जितनी तेजी से कीमतें बढ़ती हैं, उतनी ही तेजी से गिरती भी हैं. ऐसे में समझदारी इसी में है कि शुरुआत में आप जितना रिस्क उठा सकें, उतना ही निवेश ट्रेडिंग दिन कितने घंटे का होता है? करें. हमेशा छोटे निवेश से शुरू करना चाहिए. हमेशा निवेश से पहले अपनी रिसर्च कर लीजिए. जब मार्केट पर पकड़ लगने लग जाए तो फिर आप अपना निवेश बढ़ा सकते हैं.
5. पहले एक ही क्रिप्टो चुनें
निवेश की शुरुआत में एक ही क्रिप्टो में निवेश करें. और ऐसा ही क्रिप्टोकॉइन या टोकन चुनें, जिसमें निवेश को लेकर आप पूरी तरह से श्योर हों. निवेश के बाद अपने फैसले पर अडिग रहें और फिर अपना प्रोग्रेस मॉनिटर करें. इसके बाद ही अपना पोर्टफोलियो बढ़ाने के बारे में सोचें.
Trading in Hindi | ट्रेडिंग कैसे सीखें | ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
Trading क्या होती है और कैसे की जाती है? अगर आपके मन में भी सवाल है तो आपको आज बहुत मज़ा आने वाला है क्योंकि आज हम ट्रेडिंग से जुड़ी सभी जानकारी आपके साथ शेयर करने वाले हैं। हम जानेंगे कैसे दुनिया में लोग मात्र एक दिन में ट्रेडिंग से हज़ारों रूपये कमा लेते हैं और आप ऐसा कैसे कर सकते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के 100 सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में 2 ट्रेडर भी शामिल है जिन्होंने अपनी ट्रेडिंग कला के बल पर बेशुमार दौलत इकट्ठा की है। हालाँकि ऐसे भी लाखों उदाहरण हैं जहाँ ट्रेडिंग ने लोगो को डुबो दिया । ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने ट्रेडिंग साइकोलॉजी से जुड़ी किताबें नहीं पढ़ी थी।
मार्किट लोगों के मूड से चलता है और अगर आपको पब्लिक के मन का नहीं पता तो आप एक सफल ट्रेडर नहीं बन पाओगे इसलिए पहले शेयर मार्किट की बेस्ट किताबें पढ़कर ज्ञान अर्जित करें और उसके बाद ही ट्रेडिंग करना शुरू करें।
Trading मीनिंग इन हिंदी
आसान हिंदी भाषा में ट्रेडिंग का मतलब होता है ‘व्यापर’ या ‘लेनदेन’। अब व्यापार तो वैसे किसी भी चीज़ का हो सकता है लेकिन क्योंकि हम यहाँ शेयर मार्किट की बात कर रहे हैं तो यहाँ ट्रेडिंग का मतलब है शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया।
ट्रेडिंग क्या होती है?
जब ट्रेडिंग दिन कितने घंटे का होता है? आप किसी कंपनी के शेयर को कम दाम पर खरीदते हैं और कुछ मिनट, घंटे, या दिनों बाद उस शेयर की कीमत बढ़ जाने के बाद ज़्यादा दाम पर बेचते हैं तो इसी को हम सफल ट्रेडिंग कहते हैं। एक ट्रेडर को सफल तभी कहा जा सकता है जब वह कोई भी शेयर मुनाफे के साथ बेचे अन्यथा अपना नुकसान तो वे लोग भी करते हैं जिन्हे ट्रेडिंग का T भी नहीं पता।
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
अब जैसा की हमने आपसे ट्रेडिंग की परिभाषा में कहा की आप किसी शेयर को कुछ मिनटों से लेकर हफ्ते भर तक होल्ड कर सकते है। उसी समय अवधि के अनुसार ट्रेडिंग को मुख्य रूप से दो प्रकार में विभाजित किया गया है:
इंट्राडे ट्रेडिंग(Intraday Trading):
इंट्राडे का हिंदी में मतलब है ‘दिन के अंदर’। जब आप किसी शेयर को एक ही दिन में खरीदते और मार्किट बंद होने से पहले बेच देते हैं तो उस प्रकार की ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। इसमें आपको सुबह मार्किट खुलते ही पोजीशन बनानी होती है क्योंकि अच्छे मौके सुबह ही मिलते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग का ही एक और टाइप होता है जिसे हम कहते है स्कल्पिंग(Scalping) जिसमे मार्किट खुलने के एक घंटे के अंदर ही शेयर का खरीदना और बेचना दोनों हो जाता है।
स्विंग ट्रेडिंग(Swing Trading)
स्विंग का हिंदी में मतलब होता है ‘झूलना’ और ट्रेडिंग जगत में भी इसका मतलब होता है किसी शेयर को एक से ज़्यादा ट्रेडिंग सेशन तक पकड़ के रखना और कुछ दिन या हफ़्तों बाद बेचना। हम ऐसा कह सकते है कि आपको एक शेयर लेकर कुछ दिनों या हफ़्तों तक झूलना है और जब उसकी कीमत आपके मुताबिक बढ़ जाये तो उसे बेच देना है। अब क्योंकि स्विंग Trading में हम एक दिन से ज़्यादा शेयर को होल्ड करते हैं इसे हम डिलीवरी(Delivery) ट्रेडिंग भी कहते है।
अगर आप एक हफ्ते के आगे तक अगर कोई शेयर होल्ड करते हैं तो आप पोज़िशनल(Positional) ट्रेडिंग कर रहे हैं और अगर आप 1 महीने से ज़्यादा कोई शेयर रखते है तो फिर आप ट्रेडिंग नहीं इन्वेस्टिंग कर रहे हैं क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग की अधिकतम अवधि 2 महीने है। उसमे भी लोग एक हफ्ते से ज़्यादा किसी शेयर को होल्ड नहीं करते तो एक महीना तो बहुत दूर की बात है।
ट्रेडिंग कैसे सीखें? How to Learn Trading in Hindi?
ट्रेडिंग एक ऐसी चीज़ है जो आपको एक दिन में नहीं आएगी। इसके लिए आपको रोज़ पढ़ना पड़ेगा। जिस प्रकार अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझ में नहीं आते उन्हें पढ़ना पड़ता है। वैसे ही ट्रेडिंग का ज्ञान लेने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और Trading Psychology से जुड़ी किताबों को पढ़ना पड़ेगा तब जाकर कुछ बात बनेगी।
इसके बाद भी सिर्फ पढ़ने से काम नहीं चलेगा। आपको मार्किट का रुख देखकर अपनी खुद की स्ट्रेटेजी बनानी पड़ेगी और जिस शेयर में ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं उसके कैंडलस्टिक चार्ट को देखकर उसका तकनिकी विश्लेषण करना होगा। इसके बाद ही आपको पता चल पायेगा कि वो शेयर ऊपर जायेगा या नहीं।
मार्किट से बड़ा गुरु कोई नहीं है इसलिए अगर आप Trading सीखना चाहते हैं तो लाइव ट्रेडिंग सेशन के दौरान किसी भी स्टॉक को पकड़ लें जिसके प्राइस में तेजी से बदलाव हो रहे हो। उस शेयर के पीछे के पैटर्न को देखकर आने वाले पैटर्न का अंदाज़ा लगाएं और खुद का टेस्ट करें।
स्टॉक मार्किट में एक्सपर्ट निवेशक बनने के लिए आप seekhonivesh.com पर हमारे आर्टिकल पढ़ सकते है। आपको लगभग हर दिन एक नयी जानकारी मिलेगी जो आपको एक सफल निवेशक और बेहतर इंसान बनने में मदद करेगी।
ट्रेडिंग कैसे की जाती है?
Trading शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले एक डीमैट अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है जो आपको स्टॉक एक्सचेंज के साथ जोड़ता है। बिना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बिना आप शेयर खरीदने की सोच भी नहीं सकते।
अगर आपने डीमैट अकाउंट खुलवा लिया है तो आप बिना किसी दिक्कत के ट्रेडिंग शुरू कर सकते है। दुनिया के शेयर बाज़ारों की टाइमिंग अलग अलग होती है जैसे भारतीय स्टॉक मार्किट सुबह 9:15 पर खुलता है और दोपहर 3:30 बजे बंद हो जाता है जबकि अन्य स्टॉक एक्सचेंज जैसे यूरोप,ऑस्ट्रेलिया, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और अमेरिकी नैस्डेक की ओपन टाइमिंग काफी अलग है।
तो जिस मार्किट में आपको Trading करनी है उसकी ओपनिंग और क्लोजिंग टाइमिंग पता करें। फिर ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाएं। ट्रेडिंग अकाउंट इंट्राडे ट्रेडिंग में मदद करेगा और डीमैट आपको स्विंग ट्रेडिंग करने में मदद करेगा क्योंकि आपके ख़रीदे गए शेयर डीमैट के अंदर ही रखे जायेंगे। ये दोनों काम करने के बाद आप आराम से किसी भी शेयर में ट्रेड करना शुरू कर सकते हैं।
शुरुआत में हमेशा बहुत कम पैसे लगाकर देखें ताकि अगर नुकसान भी हो तो कम हो। अगर आप पहली बार में कामयाब नहीं होते हैं तो घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि हमने पहले से ही कम पैसो से शुरुआत की है और वे ही पैसे लगाएं जिनके जाने का आपको गम न हो और लोन लेकर ट्रेड करने की सोच रहे हैं तो ऐसा ख्याल भी मन से निकाल दें।
लोन लेकर ट्रेड करना पाप है इसलिए Trading करने के लिए केवल उन्हों पैसो का इस्तेमाल करे जो अगर चले भी जाये तो आपके परिवार पर कोई असर न पड़े पर अगर आपको रिस्क लेना का शोक है तो आईपीओ में निवेश करना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।