करेंसी से लाभ

करेंसी से लाभ
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मुद्रा और क्रेडिटl1 H.w
मुद्रा से क्या लाभ हैं? .
Solution : यह आवश्यकताओं के दोहरे संयोग से छुटकारा दिलाती है।
यह कम जगह लेती है और इसे कहीं भी लाना ले जाना करेंसी से लाभ आसान होता है।
मुद्रा को आसानी से कहीं भी और कभी भी विनिमय के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है।
आधुनिक करेंसी से लाभ युग में कई ऐसे माध्यम उपलब्ध हैं जिनकी वजह से अब करेंसी नोट को भौतिक रूप में ढ़ोने की जरूरत नहीं है।
Crypto निवेशकों के लाभ पर लगेगा भारी Tax, डिजिटल करेंसी के ITR पर यहां देखे नई अपडेट, जाने सबकुछ
व्यापर, डेस्क रिपोर्ट। भारत ने अंततः अपने नए बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) को मान्यता दी, इसने 30 प्रतिशत के साथ भारी कर (Tax) लगाने का भी फैसला किया। इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) के मामले में राजस्व सचिव तरुण बजाज (Tarun Bajaj) ने कहा कि चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगेगा। इसलिए ITR फॉर्म में डिजिटल करेंसी (Digital Currency) से होने वाली आय के लिए एक अलग कॉलम होगा।
उन्होंने कहा अगले साल आईटीआर फॉर्म क्रिप्टो के लिए एक अलग कॉलम दिखाएगा। हां, आपको खुलासा करना होगा। एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए, उन्होंने आगे कहा कि करेंसी से लाभ Crypto or Digital Currency से होने वाले लाभ पर हमेशा Tax लगता है और Union Budget 2022 में जो प्रस्तावित किया गया है, वह कोई नया Tax नहीं है बल्कि इस मुद्दे पर निश्चितता प्रदान करता है।
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“वित्त विधेयक में प्रावधान virtual digital assets के कराधान से संबंधित है। यह क्रिप्टोकरेंसी के कराधान के लिए निश्चितता लाने के लिए है। यह इसकी वैधता पर कुछ भी नहीं बताता है जो विधेयक (ऐसी संपत्ति को विनियमित करने पर) पेश होने के बाद सामने आएगा।
इसके अलावा, केंद्र सरकार 1 अप्रैल, 2022 से 30 प्रतिशत का कर लगाएगी, साथ ही उन लेनदेन पर उपकर और अधिभार भी लगाएगी जिनमें क्रिप्टोकरेंसी शामिल है क्योंकि यह इसे जीतने या उपहार लेनदेन के समान ही मान रहा है। न केवल क्रिप्टोकरेंसी बल्कि अपूरणीय टोकन (एनएफटी) पर भी 30 प्रतिशत Tax लगेगा।
क्रिप्टो करेंसी के फायदे , क्रिप्टो करेंसी के नुकसान ओर क्रिप्टो का भविष्य क्या है बताइए
आप इस पोस्ट में जानेंगे क्रिप्टो करेंसी के फायदे ,क्रिप्टो करेंसी के नुकसान । कई लोग का यह भी प्रश्न रहता है कि कृपया करेंसी का भविष्य क्या है। आपको बता दूं मैं, क्रिप्टो करेंसी आने वाले समय का सबसे बड़ा जायदाद करेंसी से लाभ होगा। लोग आज क्रिप्टोकरंसी को छोटी नजर से देख रहे हैं लेकिन आने वाले समय में भविष्य की बात करें तो क्रिप्टो से बड़ा बाजार दूसरा कुछ नहीं हो सकता।
वैसे तो भारत ने भी यह स्वीकार किया है कि क्रिप्टो करेंसी आने वाला भविष्य है तभी भारत ने भी क्रिप्टो करेंसी को बैन नहीं किया और क्रिप्टो करेंसी को चालू रखा और उसके ऊपर बड़ी रकम की टैक्स वसूली कर रहा है..
Table of Contents
क्रिप्टो करेंसी के फायदे
● ये एक ऑनलाइन Currency होने के कारण है, धोखाधड़ी और इसकी नकली करेंसी बनने के चांस कम है।
● क्रि प्टो करेंसी एक स्ट्रांग एंड अन्य सामान्य digital payment से ज्यादा सुरक्षि त माना जाता है।
● क्रि प्टो करेंसी की कीमत बहुत तेजी से दि न ब दि न बढ़ रही है, इसलि ए इन्वेस्ट करने के लि ए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। जो फ्यूचर में काफी फायदेमंद साबि त हो सकता है।
● Cryptocurrency की ट्रांसफर और लेन देन बहुत सुरक्षि त है, यह सामान्य लेन देन से बिल्कुल भिन्नऔर ज्यादा सुरक्षित है।
● कोई मेडि एटर नहीं होता है।
● यह ग्लोबल में नहीं है।
● ट्रांजैक्शन फीस बहुत ही है और ट्रांजैक्शन जल्दी और आसानी से होता है। क्रिप्टो करेंसी का गेर-लाभ
● इसमें रि वर्स ट्रांजैक्शन का ऑप्शन नहीं होने के, अगर गलती ट्रांजैक्शन हो जाता है तो आप को बहुत
क्रिप्टो करेंसी के नुकसान
क्रिप्टो करेंसी से भारी नुकसान हो सकता है।
● ऑनलाइन करेंसी होने के कारण क्रि प्टोकरेंसी का मुद्रण नहीं कि या जा सकता है।
● क्रि प्टो करेंसी को कि सी भी देश की सरकार या संस्था या कि सी मालि क संचालि त नहीं कर सकते है। यह बहुत ही बड़ा disadvantage है।
● कि सी भी तरह की अगर धोखाधड़ी हो जाती है तो आप कि सी भी संस्था पर क्लेम नहीं कर सकते हैं।
● अगर आपका वॉलेट आईडी एक बार खो जाता है तो उस वॉलेट में जि तने आपके रुपए होंगे वह सब डूब जाएगा।
● क्रिप्टो करेंसी में मार्केट बहुत flexible होती है। इसमें उतार चढ़ाव होता रहता है इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही रि स्की होता है।
● इसका यूज कहा होता हैं ये पता न चल पाने की वजह से गलत कामों में इसका यूज होने लगा, ड्रग्स इत्यादि में।
Budget 2022: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर क्या है सरकार का प्लान?, Cryptocurrency पर इसलिए लगाया 30% टैक्स
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक 2022-23 में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी आधारित डिजिटल रुपया पेश करेगा। उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी और अन्य निजी डिजिटल संपत्तियों पर कराधान को स्पष्ट किया। उन्होंने ऐसी संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाले लाभ को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया।
Written by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: February 01, 2022 21:03 IST
Photo:PIXABAY
Highlights
- क्रिप्टोकरेंसी से जो आमदनी होती है, हमने उस पर 30% टैक्स लगाया है- वित्त मंत्री
- RBI 2022-23 में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी आधारित डिजिटल रुपया पेश करेगा
नयी दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि क्रिप्टो करेंसी पर विचार-विमर्श जारी है और उसके बाद हम इस पर कायदे-कानून बनाने पर विचार करेंगे। बजट के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सीतारमण ने कहा, ‘‘क्रिप्टो करेंसी पर हाल में विचार-विमर्श शुरू किया गया है। इसमें जो निष्कर्ष आता है, उसके आधार पर हम कानून लाने या अन्य किसी प्रस्ताव पर गौर करेंगे।’’
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से जो आमदनी होती है, हमने उसपर 30 फीसदी का टैक्स लगाया है क्योंकि वो एक तरह की सम्पत्ति (Asset) है। जो डिजिटल करेंसी की बात है, वो आरबीआई जारी करेगी। सीतारमण ने कहा, हम हर ट्रांजैक्शन पर 1% टीडीएस लगाकर उसमें (क्रिप्टो करेंसी) पैसे के हर लेन-देन पर भी नज़र रख रहे हैं। अभी के लिए क्रिप्टो और क्रिप्टो संपत्ति क्या हैं, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) वर्ष 2022-23 में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी आधारित डिजिटल रुपया (Digital Rupee) पेश करेगा। उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी और अन्य निजी डिजिटल संपत्तियों पर कराधान को स्पष्ट किया। उन्होंने ऐसी संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाले लाभ को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया। सीतारमण ने स्पष्ट किया, ‘‘यह कराधान करेंसी से लाभ क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी गतिविधियों पर लगाया गया है। इसका यह मतलब नहीं है कि इसे कानूनी जामा पहनाया जा रहा है। मुद्रा हर कोई जारी नहीं कर सकता।’’
बजट में रोजगार सृजन से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों को हुनरमंद बनाकर उनकी क्षमता बढ़ा रहे हैं। ईसीएलजीएस (आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना) के तहत गारंटी दायरे को 50,000 करोड़ बढ़ाकर पांच लाख करोड़ रुपये किया जाएगा। साथ ही इसकी समयसीमा बढ़ाकर मार्च, 2023 तक की गई है। अतिरिक्त सहायता विशिष्ट रूप से आतिथ्य और संबंधित उपक्रमों के लिए है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।’’ उन्होंने कहा कि बजट में रक्षा खरीद व्यय का 68 प्रतिशत हिस्सा स्थानीय उद्योगों से खरीद के लिए रखा गया है। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण पर जोर दिया जा रहा है। इन सबसे रोजगार के अच्छे अवसर सृजित होंगे।
बजट में आम आदमी की राहत से जुड़े सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा, ‘‘सिर्फ कर की दर कम करना ही लाभ नहीं होता। हमने सस्ते मकानों के लिये सस्ते कर्ज का प्रावधान किया। किसानों के लिये किये गये उपाय, स्टार्टअप के लिये प्रावधान, ईसीएलजीएस की समयसीमा बढ़ाने से आम लोगों को भी लाभ होगा।’’ सरकार की उधारी बढ़ने से निजी क्षेत्र के लिये बाजार में कम पैसा बचने से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बाजार में नकदी की कमी नहीं है और निजी क्षेत्र को उनकी जरूरत के अनुसार कर्ज करेंसी से लाभ के लिये पर्याप्त पैसा है।
सीतारमण ने यह भी कहा कि बजट में जो भी बातें हैं, वह वास्तविक धरातल पर है। जो भी अनुमान जताये गये हैं, वे वास्तविक हैं। कच्चे माल की ऊंची कीमत के सवाल पर उन्होंने कहा कि कच्चे माल की कीमत में वृद्धि से सभी विनिर्माण उद्योगों पर असर नहीं पड़ा है, यह केवल करेंसी से लाभ धातु उद्योग कुछ हद तक प्रभावित कर रहा है।
RBI लाएगा अपनी Digital Currency, साल के अंत तक आएगा मॉडल- जानें इससे जुड़ी खास बातें
RBI Digital Currency: दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह हमारी अपनी डिजिटल करेंसी होगी. लेकिन, ये पूरी तरह से रेगुलेटेड होगी. डिजिटल करेंसी किसके पास है इसकी जानकारी RBI को होगी.
इंडियन डिजिटल करेंसी बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी. फोटो: शुभम् शुक्ला
जल्द ही अपना भी डिजिटल रुपया (Digital Rupee) होगा. आपके लेन-देन का तरीका बदल जाएगा. रुपया अब पॉकेट में रखने तक सीमित नहीं होगा. जेब से निकलकर वर्चुअल वर्ल्ड में सर्कुलेट होगा. ये आपको जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा. प्रिंट भी नहीं होगा. बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा. जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin). जिसका क्रेज हर किसी के सिर चढ़कर बोल रहा है. वैसा ही होगा हमारा अपना डिजिटल रुपया. अच्छी बात ये है कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगा. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.
साल के अंत तक आएगी डिजिटल करेंसी
RBI ने मॉनिटरी करेंसी से लाभ पॉलिसी का ऐलान किया. रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया. लेकिन, आपके काम की बहुत दिलचस्प बात सामने निकल कर आई. पिछले कुछ साल से वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency), डिजिटल करेंसी जैसे नाम सुन रहे होंगे. अब तैयार रहिए क्योंकि, RBI अपनी डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है और साल के अंत तक इसका मसौदा भी तैयार हो जाएगा. RBI Governor शक्तिकांता दास ने कहा कि डिजिटल करेंसी का मॉडल साल के अंत तक आ जाएगा.
टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर चल रहा है काम
डिजिटल करेंसी (Indian Digital Currency) की टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. ये कैसे काम करेगी इसका फ्रेमवर्क भी तैयार हो रहा है. हाल ही में RBI के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के वेबिनार में कहा था कि भारत को भी डिजिटल करेंसी की जरूरत है. यह बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक इस पर काम कर रहा है. RBI ने साफ कर दिया है कि प्राइवेट वर्चुअल करेंसी को लेकर उसने सरकार को अपनी चिंताएं बता दी हैं.
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सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) हो सकता है नाम
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के जाल से बचाने के लिए सेंट्रल बैंक यानि RBI अपनी डिजिटल करेंसी इंट्रोड्यूस करेगा. इसका नाम CBDC- सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी हो सकता है. हालांकि, इसके नाम पर अभी फैसला नहीं हुआ है. डिजिटल करेंसी का फायदा ये होगा कि इससे डिजिटली लेन-देन कर सकेंगे.
कैसे काम कर सकता है Digital Rupee?
अभी इसके काम करने के तरीके को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है. अगर सूत्रों की मानें सबसे पहले सेंट्रल बैंक-RBI डिजिटल करेंसी जारी करेगा. ये आपको मिलेगी. आप जिसे पेमेंट करना चाहेंगे उसे इससे पेमेंट कर सकेंगे और उसके अकाउंट में ये पहुंच जाएगी. हालांकि, इसके लिए न कोई करेंसी से लाभ वॉलेट होगा और न ही कोई बैंक अकाउंट. ये बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, लेकिन टेक्नोलॉजी के जरिए करेंसी से लाभ डिजिटल काम करेगी. एक तरह से कैश का इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा.
क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग होगी?
क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट है. इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और किसी सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता. ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं. लेकिन, आरबीआई जिस करेंसी पर काम कर रहा है, वो पूरी तरह से RBI ही रेगुलेट करेगा. सरकार की मंजूरी होगी. डिजिटल रुपया की क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी. जैसे बिटकॉइन की होती है.