डे ट्रेडिंग

उम्मीद करता हूं कि आपको हमारा आज का लेख intraday trading क्या है? पसंद आया होगा। अगर आपको शेयर बाजार के बारे में जानकारी चाहिए तो हमारे साथ जुड़े रहे। साथ ही इस पोस्ट को social media platforms जैसे कि फेसबुक, वॉट्सएप, आदि पर अपने दोस्तो को जरूर शेयर करें। ताकि वह भी इंट्रा डे ट्रेडिंग के बारे में जानकारी हासिल कर सके।
Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें?
Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें? क्या आप भी intraday trading करने की सोच रहे हैं। लेकिन आप डे ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। तो फिर आइए आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है? इसे कैसे करे? साथ ही intraday करने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा।
Intraday Trading में किसी भी कंपनी के शेयर को एक ही ट्रेडिंग दिन के लिए खरीदा और बेचा जाता हैं। इसलिए इसे Day Trading भी कहते है। एक दिन में शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव से intraday traders या day traders शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाने का प्रयास करते हैं।
अगर आसान शब्दो में समझाए तो intraday trading का मतलब intraday traders बाजार के खुलने के बाद शेयर को खरीदते हैं और ठीक बाजार के बंद होने से पहले बेच देते हैं। अगर आपने अपना शेयर नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर अपने आप position को square off कर देता है। वहीं अगर शेयर आपने NRML पर खरीदे हैं तो आपका ब्रोकर पोजिशन को delivery trade में बदल देगा।
Intraday Trading कैसे करे?
Day Trading करने के लिए आपको online trading platform (जैसे कि Zerodha, Upstock, Angel broking आदि) अंगेलब्र पर अपना demat account खोलना पड़ेगा। बिना डिमैट खाता के आप किसी भी तरह की ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। इसलिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए डिमैट अकाउंट होना आवश्यक है। बता दूं कि intraday trading में काफी risk होता है। इसलिए डे ट्रेडिंग करने से पहले आपको कुछ खास जानकारी होना आवश्यक है। आइए तो फिर डे ट्रेडिंग जानते हैं।
1. Intraday Trading करने के लिए आपके द्वारा चुने गए शेयर लिक्विड होना चाहिए। इसका मतलब यह हुआ कि जिस स्टॉक को आप खरीद रहे हैं डे ट्रेडिंग उसमे वॉल्यूम हाई होना चाहिए। अगर किसी भी स्टॉक में वॉल्यूम कम है डे ट्रेडिंग तो intraday trading के लिए उस share से दूर रहना चाहिए।
2. Intraday Trading करने के लिए सिर्फ 2 - 3 तीन अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
3. शेयर के चुनाव से पहले बाजार का ट्रेंड देखे। इसके बाद ही intraday trading के लिए शेयर चुने।
Intraday Trading के फायदे क्या है?
Intraday Trading के advantages जाना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि यह फायदे अन्य ट्रेडिंग से डे ट्रेडिंग को भिन्य करते हैं।
1. निवेश या डिलीवरी की तुलना में इंट्राडे ट्रेडिंग में डे ट्रेडिंग कम capital कि जरूरत होती है।
2. Intraday Trading में कम समय में प्रॉफिट कमा लेते हैं। लंबे समय तक आपको इंतजार नहीं करना पड़ता है।
3. अगर stock market में volatility ज्यादा हुई तो ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
4. Day Trading में आपको leverage ज्यादा मिलता है। लेकिन लीवरेज सुविधा सभी ब्रोकर की अपनी अलग अलग होती है।
5. Day Trading में overnight risk नहीं होता है। वहीं होल्डिंग और लॉन्ग टर्म निवेश में overnight risk होता है।
6. Intraday Trading में आपको short selling कि भी सुविधा मिल जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी स्टॉक को पहले बेच सकते हैं। इसके बाद कम रेट पर खरीद सकते हैं।
Intraday Trading के नुकसान क्या है?
डे ट्रेडिंग के आपने फायदे तो जान लिए है। इसी को देखकर आप intraday trading करने के लिए तैयार हो गए होगे। आपको लग रहा होगा कि intraday trading करना बहुत आसान होता है। लेकिन बता दू कि इंट्रा डे ट्रेडिंग के अगर advantages है, तो उसके कुछ disadvantages भी हैं। जिन्हे आपको जानना जरूरी है। तो आइए इसके नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
1. डे ट्रेडिंग में कुछ समय में प्रॉफिट कमाया जाता है। तो दूसरी तरफ कुछ समय में पैसा गवाया भी जाता है।
2. डे ट्रेडिंग में आपको कोई fix return नहीं मिलता है। यानी कि यहां कोई fix salary नहीं होती है जिस पर आप डिपेंड हो सके।
3. Leverage, अगर आपका प्रॉफिट को मल्टीपल करने के लिए मददगार साबित होता है। तो दूसरी तरफ आपका नुकसान भी मल्टिप्ल करता है।
4. Intraday Trade के लिए आपका discipline होना जरूरी है। अगर आप discipline नहीं रहे तो बहुत बड़ा नुकसान कर सकते हैं।
काम की खबर: करदाता शेयर बाजार का कारोबार करता है तो आयकर विभाग को देनी होगी जानकारी, नहीं तो लग सकती है ब्याज और पेनल्टी
बहुत से लोग शेयर बाजार में रुचि रखते हैं। कई बार जल्दी मुनाफा कमाने के लिए इंट्रा-डे ट्रेडिंग भी करते हैं। कम मात्रा में ट्रेडिंग करने की वजह से लाभ या हानि उनके लिए ज्यादा महत्व नहीं रखता है। इसी वजह से ऐसे करदाता आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग में अक्सर इस लेन-देन का उल्लेख नहीं करते। चूंकि अब आयकर विभाग के पास शेयर ब्रोकर के जरिए सारी जानकारी जा रही है। करदाता इसकी जानकारी आयकर रिटर्न में नहीं देता तो टैक्स के साथ ब्याज व पेनल्टी लग सकती है। इससे पहले नोटिस दिया जाएगा।
कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.
शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
कमोडिटी बाजार में इंट्रा डे ट्रेडिंग और ओपन इंटरेस्ट के क्या हैं मायने ?
इंट्रा डे ट्रेडिंग दिन भर के अन्तराल में की जाने वाली खरीद और बिक्री को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
किसी कमोडिटी को जिस दिन खरीदा जाये, उसी दिन उस मार्केट बंद होने से पहले बेच भी दिया जाये या अगर आप शार्ट सेलिंग करते है, तो मार्केट बंद होने से अपनी ओपन पोजीशन को काट लें तो इस तरह कि कारोबारी रणनीति को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
क्या होता ओपन इंटरेस्ट ?
ओपन इंटरेस्ट मार्केट पार्टिसिपेंट्स (कारोबारियों) की कुल संख्या है. इससे पता चलता है कि किसी कमोडिटी के प्रति निवेशकों और कारोबारियों का रुझान कैसा है. ओपन इंटरेस्ट बढ़ने का मतलब है की नया पैसा मार्केट में आ रहा है.
पॉजिटिव रुझान के साथ दायरे में रह सकता है बाजार, एक्सपर्ट्स से जानिए इंट्राडे के लिए दमदार स्टॉक जो कराएंगे भरपूर कमाई
बाजार के दिग्गजों का कहना है कि वर्तमान मार्केट पैटर्न से ऊपरी स्तरों पर मुनाफा वसूली के संकेत मिल रहे हैं.
Trading guide for Friday:पिछले कुल कारोबारी सत्रों में अच्छी तेजी के साथ ही कल के कारोबार में भी लगातार तीसरे दिन जोरदार तेजी देखने को मिली। BSE Sensex 817 अंक बढ़कर 55,464 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 249 अंकों की बढ़त के साथ 16,595 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि बैंक निफ्टी 660 अंकों की बढ़त के साथ 34,475 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार के दिग्गजों का कहना है कि वर्तमान मार्केट पैटर्न से ऊपरी स्तरों पर मुनाफा वसूली के संकेत मिल रहे हैं।
क्या कहते हैं ग्लोबल संकेत
IIFL Securities के अनुज गुप्ता का कहना है कि Dow Jones और SGX Nifty दोनों में हल्की कमजोरी देखने को मिल रही है। लेकिन बाजार के लिए रूस-यूक्रेन की लड़ाई अहम ट्रिगर का काम करेगी। इस समय भारतीय बाजार ओवर शोल्ड नजर आ रहा है। ऐसे में लगता है कि बाजार आज पॉजिटिव रुझान के साथ दायरे में कारोबार करता दिखेगा।