निवेशकों के लिए अवसर

अंतरराष्ट्रीय रियल एस्टेट में भारतीय निवेशकों के लिए कई अवसर: विमल आनंद
आज रियल एस्टेट निवेश, राष्ट्रीय सीमाओं द्वारा प्रतिबंधित नहीं हैं भारतीय रियल एस्टेट बाजार में अवसरों का ध्यान रखते हुए, कई विदेशी निवेशकों और डेवलपर्स ने यहां निवेश करने में रुचि दिखाई है। इसी समय, कई भारतीय डेवलपर्स और निवेशक अपने निवेश पोर्टफोलियो को विविधता लाने के लिए विदेशों में अवसर तलाश रहे हैं।
एक नाइट फ्रैंक-आईआरईएक्स (अंतर्राष्ट्रीय रियल एस्टेट एक्सपो) की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीयों ने विदेशों में घरों पर खर्च किया हैकई गुना मैनिफ़ोल्ड। रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु हैं:
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DefExpo2022: Invest for Defence, निवेशकों के लिए खुल रहा रक्षा क्षेत्र
भारत रक्षा आत्मनिर्भरता की ओर तजी से अग्रसर है। केंद्र सरकार विभिन्न फैसलों के माध्यम से रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है। सेनाओं को स्वदेशी रूप से निर्मित हथियारों और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए देश के सबसे बड़े रक्षा प्रदर्शनी का 12वां संस्करण गुजरात में चल रहा है। डिफेंस एक्सपो में सैन्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। #DefExpo2022 पर ‘इन्वेस्ट फॉर डिफेंस’ निवेशक आउटरीच इवेंट में बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निवेशकों और विदेशी ओईएम से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को एकीकृत करने के लिए भारतीय रक्षा क्षेत्र का हिस्सा बनने का आग्रह किया।
2025 तक 22 बिलियन डॉलर का होगा रक्षा उत्पादन
रक्षा निवेशकों के लिए अवसर मंत्री राजनाथ सिंह ने घरेलू उद्योग और विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) से भारतीय रक्षा क्षेत्र में निवेश को आमंत्रित किया। घरेलू उद्योग और व्यवसायों की उत्साही भागीदारी पर टिप्पणी करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि उद्योग के हितधारकों का विश्वास उत्साहजनक है और भारतीय रक्षा क्षेत्र में उनके विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक स्वर्णिम काल है, जो आने वाले वर्षों में एक सूर्योदय क्षेत्र होगा। रक्षा क्षेत्र के लिए सरकार की भविष्य की योजनाओं को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि लक्ष्य 2025 तक भारत में रक्षा उत्पादन को 12 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़ाकर 22 बिलियन अमरीकी डॉलर करना है। इस पहल से आने वाले वर्षों में उद्योग के विकास के लिए बड़ा अवसर मिलेगा।
भारतीय रक्षा उद्योग कर रहा बेहतरीन प्रदर्शन
भारतीय रक्षा उद्योग की उपलब्धियों पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि घरेलू उद्योग ने लड़ाकू विमान, विमान वाहक, मुख्य युद्धक टैंक और हमला हेलीकाप्टरों का निर्माण करके अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है और इन परियोजनाओं के माध्यम से एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का अनुभव प्राप्त किया है। उन्होंने कहा, “यह अनुभव आने वाली पीढ़ियों के लिए रक्षा हथियारों/प्रणालियों को समर्थन और विकसित करने में मदद करेगा।” उन्होंने डेफएक्सपो 2022 को मौजूदा और संभावित निवेशकों के लिए भारतीय रक्षा उद्योग के विकास का हिस्सा बनने के लिए शानदार अवसर बताया।
सरकार की पहलों का मिल रहा लाभ
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सरकार ने सीएसआईआर और डीआरडीओ जैसे संगठनों के लिए लैब टू इंडस्ट्री लिंकेज में सुधार किया है। इसके साथ ही सरकार ने सशस्त्र बलों के लिए उत्पादों, प्रणालियों, प्रक्रियाओं में इनोवेशन हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (iDEX) और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड जैसी पहल की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को 74% और सरकारी माध्यम से 100% तक खोल दिया गया है। इस व्यवस्था से शेयर बाजारों में व्यापार पारदर्शी हो गया है, जिससे रक्षा कंपनियों को भी लाभ हुआ है।
आत्मनिर्भरता के लिए घरेलू खरीद को प्रोत्साहन
सरकार ने रक्षा क्षेत्र में प्राइवेट प्लेयर्स को प्रोत्साहित करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास बजट का एक चौथाई हिस्सा उद्योग के विकास के लिए रिजर्व किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उद्योग को बाजार उपलब्ध कराना सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है और घरेलू उद्योग को बाजार पहुंच प्रदान करने के लिए काम किया जा रहा है। रक्षा क्षेत्र में घरेलू उद्योग की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार ने निवेशकों के लिए अवसर वर्ष 2022-23 के लिए घरेलू खरीद के लिए रक्षा पूंजी अधिग्रहण का 68% आरक्षित किया है, जो लगभग 85,000 करोड़ रुपए हैं। इसमें से 25% घरेलू निजी उद्योग के लिए रिजर्व किया गया है।
निर्यात में हो रही वृद्धि
‘इन्वेस्ट फॉर डिफेंस’ का लक्ष्य भारतीय उद्योग के साथ-साथ विदेशी ओईएम दोनों द्वारा देश में रक्षा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना है। इसके माध्यम से सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं और रक्षा क्षेत्र में व्यापार करने में आसानी के लिए सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों पर प्रकाश डाला गया। इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही पिछले कुछ वर्षों में रक्षा निर्यात में वृद्धि हुई है। भारतीय रक्षा उद्योग के विकास की असीमित संभावनाओं पर विश्वास व्यक्त करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने व्यवसायों को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
निवेश के मौके: दिवाली के शुभ अवसर पर करें इन 10 शेयरों में निवेश, मिल सकता है 44% तक का रिटर्न
अगले हफ्ते के आखिर में शनिवार को दिवाली है। ऐसे में निवेश के लिए ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने निवेशकों के लिए 10 शानदार शेयरों में निवेश की सलाह दे रहे हैं। इसमें निवेशकों को 42% का रिटर्न मिल सकता है।
बाजार का प्रदर्शन
इस हफ्ते बाजार ने शानदार प्रदर्शन किया। बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में 5-5 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली। वहीं, निफ्टी बैंक इंडेक्स में 12% से ज्यादा की बढ़त रही। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि संवत 2076 में कोविड-19 महामारी के कारण काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिली। जनवरी माह में निफ्टी 12,431 के न्यू हाई को टच किया, तो कोरोना के कारण आर्थिक मंदी से मार्च में इंडेक्स तीन साल के निचले स्तर 7,511 को टच किया। हालांकि, जून से अनलॉक प्रक्रिया के तहत मिल रही रियायतों के चलते बाजार में अब रिकवरी देखने को मिल रही है।
इस हफ्ते बाजार में तेजी रही
मजबूत वैश्विक संकेतों के कारण नवंबर के पहले कारोबारी हफ्ते में बाजार में शानदार तेजी रही। इस हफ्ते सेंसेक्स में 2279 अंक यानी 5.75% और निफ्टी में 621 अंक यानी 5.34% की तेजी रही। निफ्टी बैंक इंडेक्स में 2999 अंक यानी 12.13% की बढ़त रही। वहीं, बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी इस हफ्ते 5.70 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 163.60 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
बाजार की तेजी को फार्मा और आईटी शेयरों ने लीड किया
पिछले साल की दिवाली के स्तर से निफ्टी 4.6% और निफ्टी स्माल कैप 4% ऊपर आ गया है। जबकि, निफ्टी मिडकैप 9.3% कारोबार कर रहा है। बढ़त को आईटी और फार्मा सेक्टर ने लीड किया। रिपोर्ट के मुताबिक संवत 2076 में फार्मा में 51% और आईटी में 44% की बढ़त रही। लेकिन फाइनेंशियल खासकर सरकारी बैंकों के शेयरों में बिकवाली रही।
बाजार में अच्छे ग्रोथ की उम्मीद
ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक अब जब हम संवत 2077 में प्रवेश करने जा रहे हैं, तो मार्केट पॉजिटिव कॉर्पोरेट कमेंट्री के चलते कोरोना की गिरावट को रिकवर कर चुका है। साथ ही साथ कोरोना के नए मामलों में कमी भी बाजार की तेजी को सहारा दे रही है। इसके अलावा दूसरी तिमाही के नतीजों ने भी बाजार के मूड सकारात्मक रखा। रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि चालू वित्त वर्ष के लिए निफ्टी ईपीएस ग्रोथ 4% रह सकती है।
ये सेक्टर फोकस में रहेंगे
ऐसे में ब्रोकरेज हाउस ने अगले 12 महीने के लिए आईटी, हेल्थकेयर, रूरल-एग्री, टेलीकॉम और कंज्यूमर के साथ-साथ चुनिंदा फाइनेंशियल शेयरों में निवेशक की सलाह दे रही है। क्योंकि सरकार के एक और राहत पैकेज से बाजार का मजबूती मिल सकती है।
इन शेयरों पर निवेश की सलाह
मोतीलाल ओसवाल ने मजबूत एबीटा ग्रोथ और कंपनी के साथ एक करोड़ नए सब्स्क्राइबर जुड़े हैं। इससे भारती एयरटेल का आर्पू 5% बढ़ा है। अब कंपनी के शेयर पर ब्रोकरेज फ़र्म का मूड पॉजिटिव है। निवेशकों को शेयर पर 650 रुपए का लक्ष्य दिया गया है, जो शुक्रवार को 449 रुपए प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ था। यानी निवेशकों को 44% का रिटर्न मिल सकता है। दिग्गज सरकारी बैंक एसबीआई के शेयर पर 300 रुपए का लक्ष्य दिया है, निवेशकों के लिए अवसर जो शुक्रवार को 219 के भाव पर बंद हुआ था।
ब्रोकरेज हाउस ने हीरो मोटोकॉर्प, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक जैसे शेयरों में निवेश पर 20% से ज्यादा के रिटर्न का अनुमान जताया है। इसके अलावा क्रॉम्पटन कंज्यूमर, डाबर इंडिया और डिविज लैब के शेयरों में 10% से अधिक का रिटर्न मिल सकता है। फर्म ने बताया कि अच्छे ग्रोथ मोमेंटम और तिमाही मुनाफे को देखते हुए पीआई इंडस्ट्रीज में निवेश किया जा सकता है। शेयर से 13% तक की रिटर्न मिल सकता है।
निवेशकों के लिए पैसा लगाने का नया ऑप्शन, लंबी अवधि में मिलेगा बंपर रिटर्न
अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, जिसमें आपको अच्छा रिटर्न मिले, तो अब आपके लिए एक नया विकल्प है. महिंद्रा मनुलाइफ म्युचुअल फंड ने निवेशकों के लिए स्मॉल कैप फंड लॉन्च किया है, जिसमें लंबी अवधि में बंपर रिटर्न मिलेगा.
अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, जिसमें आपको अच्छा रिटर्न मिले, तो अब आपके लिए एक नया विकल्प है. महिंद्रा मनुलाइफ म्युचुअल फंड ने निवेशकों के लिए स्मॉल कैप फंड लॉन्च किया है, जिसमें लंबी अवधि में बंपर रिटर्न मिलेगा. महिंद्रा मनुलाइफ म्युचुअल फंड ने स्मॉल कैप फंड लॉन्च किया है, जो एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है और जिसका उद्देश्य मुख्य रूप से स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करना है. कंपनी ने बयान जारी करके बताया कि इसमें एसेट एलोकेशन का न्यूनतम 65 फीसदी हिस्सा स्मॉल कैप कंपनियों के लिए होगा. यह स्कीम 21 नवंबर को खुल गई है और 5 दिसंबर को बंद होगी.
किसे करना चाहिए निवेश?
कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, स्मॉल कैप फंड लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प होगा, जो इस बदलाव का फायदा उठाना चाहते हैं और उन्हें निवेशक पोर्टफोलियो का मुख्य हिस्सा बनना चाहिए. कंपनी ने बयान में कहा कि उनके विविध फंड रेंज में पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, उन्हें लगता है कि इस उत्पाद को बाजार में लाने का यह सही समय है. यह उनके निवेशकों को उनकी लंबी अवधि के पैसा जमा करने की आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करता है.
भारतीय स्मॉल कैप कंपनियों की एक बड़ी रेंज ऑफर करते हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ भाग लेने और बढ़ने की संभावना रखते हैं क्योंकि भारत साइज के मामले में 7वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ रहा है.
बयान के मुताबिक, मौजूदा अर्थव्यवस्था भविष्य में मिड कैप कंपनियों के रूप में विकसित होने के लिए कई स्मॉल कैप कंपनियों के लिए अवसर देगी. एक सेगमेंट के रूप में स्मॉल कैप भी सेक्टर एलोकेशन में बड़े बड़े विकल्प देता है. वैल्यूएशन के लिहाज से स्मॉल कैप्स वर्तमान में उन निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर देते हैं, जो एक लंबी अवधि के इक्विटी पोर्टफोलियो का निर्माण करना चाहते हैं.
महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल फंड के एमडी और सीईओ एंथोनी हेरेडिया ने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले दशक में दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. इसमें समय के साथ बहुत बड़ी बनने की संभावना है और यह इस्तेमाल करने वाली कई छोटी कंपनियों के साथ साथ सही सेक्टर और बिजनेस में बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा.