एपीमार्केटस

नई अपडेट 30 नवम्बर : वर्तमान स्थिति को देखते हुए, सरसों के भाव में स्थिरता बनी हुई है| (6245 से 7380 रू० प्रति क्विंटल)
इब्राहिम ने दोस्ती कर युवती को अपने जाल में फंसाया, निकाह का झांसा देकर पिता और पुत्र दोनों ने किया दुष्कर्म
भोपाल- मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मुस्लिम युवक इब्राहिम ने एक 24 वर्षीय युवती को अपनी दोस्ती के जाल में फंसाया और फिर निकाह करने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया हैं।
इतना ही नहीं आरोपी के मुकरने पर उसके पिता साजिद ने भी दोनों का निकाह कराने के नाम पर युवती को एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
जानिए क्या है मामला?
पीड़िता ने निशातपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि चौक बाजार स्थित एक कॉस्मेटिक की दुकान पर 2019 से काम कर रही है, उसी दौरान उसकी दोस्ती वहां काम करने वाले इब्राहिम उर्फ समीर से हो गई थी। लेकिन कुछ दिनों बाद ही इब्राहिम ने उसे प्रपोज किया, जिसे उसने स्वीकार कर लिया था।
जिसके बाद इब्राहिम ने उससे निकाह करने का झांसा देकर उसे कई बार अल्पना तिराहे और चेतन मार्केट के पास स्थित एक होटल में मिलने के बहाने बुलाकर शारीरिक संबंध बनाएं और जब उसने निकाह करने की बात कही तो वह मना करने लगा।
इतना ही नहीं जब उसने दबाव बनाया तो इब्राहिम अपने वादे से मुकर गया और जब उसने इब्राहिम के पिता साजिद से उसकी शिकायत की तो उन्होंने दोनों के निकाह कराने का भरोसा दिलाया और आरोपी इब्राहिम के पिता साजिद ने भी सुनसान जगह ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और यह कहकर टाल दिया कि इब्राहिम नहीं मान रहा हैं।
बनवा दिया फर्जी एग्रीमेंट
पीड़िता ने आगे बताया कि जब उसने दबाव डाला और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात कहीं तो आरोपी और उसका पिता उसे कोर्ट लेकर गए, जहां एपीमार्केटस किसी वकील की सहायता से दोनों के निकाह का फर्जी एग्रीमेंट भी तैयार करवा दिया और कुछ दिन अपने घर में रखकर भगा दिया।
वहीं इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों को थाने में हाज़िर होने के लिए कहा गया था लेकिन वह नहीं आए, पीड़िता की शिकायत पर आरोपियों की तलाश की जा रहीं हैं।
300 से ज्यादा तारों का लटकता गुच्छा, तंग गलियों में फैला मलबा, क्या इसी लापरवाही के चलते लगी भागीरथ पैलेस मार्केट में आग?
120 दुकानें खाक, 500 करोड़ का नुकसान, कोरोना के बाद उबरे कारोबार को आग ने फिर उजाड़ दिया
दिल्ली इलेट्रिकल ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान अजय शर्मा ने कहा कि करीब 40 घंटे हो गए हैं, पर एपीमार्केटस आग पूरी तरह से बुझी नहीं है। इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी कोई भी बड़ा नेता व्यापारियों की सुध लेने नहीं आया। उन्होंने बताया कि आग लगने की वजह से शनिवार को करीब 2500 दुकानें पूरी तरह से बंद हैं। रविवार को भी मार्केट बंद रहेगा। अगर मलबा नहीं हटा तो सोमवार को भी दुकानें बंद रह सकती हैं। वहीं, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जनरल सेक्रेटरी हेमंत गुप्ता अपने प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को भागीरथ मार्केट पहुंचे। उन्होंने जिम्मेदारों लोगों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर समय रहते आग पर काबू पा लिया गया होता तो आज कई दुकानें बच जातीं। तीन दिन बीत गए, करीब 250 दुकानें जल गई हैं। धुएं का गुबार अभी निकल रहा है।
चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस में लगी आग पर अब तक काबू नहीं, दुकानदारों ने बताया- भारी नुकसान हो गया
टेलिफोन और इंटरनेट के तारों ने बढ़ाई चिंता
भागीरथ पैलेस में जहां आग की लपटों से 100 से ज्यादा दुकानें खाक हो गईं वहां दुकानों के पास बिजली, टेलिफोन और इंटरनेट के तार सैकड़ों की संख्या में लटक रहे थे। इस मार्केट से चंद कदम दूर लाजपत राय मार्केट है। यहां भी यही हाल है। इससे व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। एक-एक खंभे पर 300 से ज्यादा तार लटक रहे हैं। यह पता लगाना मुश्किल है कि इसमें वैध कनेक्शन कितना है और अवैध कितना।
पुरानी इमारत में अवैध तरीके से बनीं नई दुकानें
चांदनी चौक में कई इमारतें दशकों पुरानी हैं। जिसमें सीढ़ियों के स्ट्रक्चर और बरामदे को तोड़कर कई छोटी-छोटी अवैध दुकानें बना दी गई हैं। जिससे इमारतों पर अतिरिक्त भार बढ़ता चला गया। भागीरथ पैलेस में लगी आग के बाद गिरी कई बिल्डिंगें इसके सबूत हैं। एक व्यापारी के मुताबिक, आग की लपटों से वही बिल्डिंग गिरी है जो अभी कुछ साल पहले ही बनी थीं। हर बिल्डिंग में अवैध दुकानें चल रही हैं।
दिल्ली के एलजी ने लिया नुकसान का जायजा
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में स्थित मशहूर भागीरथ पैलेस मार्केट में गुरुवार रात लगी भीषण आग शनिवार तक सुलगती रही। एपीमार्केटस आग की वजह से मार्केट को हुए भारी नुकसान के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना शनिवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस दौरान दिल्ली के चीफ सेक्रेट्री नरेश कुमार, दिल्ली फायर सर्विस के एपीमार्केटस डायरेक्टर अतुल गर्ग और डीसीपी (नॉर्थ) सागर सिंह कलसी के अलावा एमसीडी और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। एलजी ने आग की वजह से मार्केट को हुए नुकसान का जायजा लिया और वहां चल रहे कूलिंग के काम को देखा, जो शनिवार की सुबह तक जारी थी।
दमकल विभाग ने बताया- आग बुझाने में क्या दिक्कतें आईं
दमकल विभाग के अधिकारियों ने एलजी को बताया कि आग बुझाने के दौरान उन्हें किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गलियों में हर जगह बिछा तारों का जंजाल, बिजली के ओवरलोडेड सर्किट, बेहद पुरानी इमारतें, इलाके में पानी की शॉर्टेज, बेहद संकरी गलियां, रीडिवेलपमेंट वर्क की वजह से जगह-जगह रास्तों पर की गई ब्लॉकिंग और आसपास लगने वाले ट्रैफिक जाम के कारण इस इलाके में न केवल हर वक्त आग लगने की आशंका बनी रहती है, एपीमार्केटस बल्कि आग लग जाने के बाद उसे बुझाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
अधिकारियों से मिली फीडबैक के आधार पर एलजी ने अलग-अलग कामों से जुड़े संबंधित विभागों की एक मल्टी डिसिप्लेनरी कमिटी का गठन किया है, जो इस इलाके के नागरिकों, व्यापारियों, यहां काम करने वाले लोगों व अन्य सहभागियों को साथ लेकर और विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श करके यह बताएगी कि भविष्य में चांदनी चौक, सदर बाजार, पहाड़गंज, जामा मस्जिद जैसे पुरानी दिल्ली के इलाकों इस तरह की घटनाओं को प्रभावी तरीके से रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाने की आवश्यकता है। कमिटी को 30 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
आज का सरसों का भाव 2022 – मंडी में सरसों का भाव क्या चल रहा है ? Today Sarso Ka Bhav (30 November 2022)
सरसों की फसल की बुवाई नवंबर से दिसंबर के महीने में कर दी जाती है, तथा मार्च से अप्रैल का महीना फसल की कटाई का होता है | इस समय सरसों के फसल की कटाई हो चुकी है, तथा बाज़ार में सरसों के भाव को लेकर प्रतिदिन बढ़ोतरी देखने को मिल है | कृषि उपज में भी सरसों का भाव काफी चर्चा में है |
इस बार सरसों की फसल का उत्पादन काफी अच्छा रहा है, तथा सरसों के दाम भी MSP से कही ज्यादा चल रहे है, ऐसे में सरसों के भाव को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है, कि सरसों के दामो का भविष्य क्या होगा | किसान भाइयो में रोज ही सरसों का भाव जानने की होड़ मची रहती है | इस लेख के माध्यम से आप सभी को आज का सरसों का भाव 2022 – मंडी में सरसों का भाव क्या चल रहा है (Today Sarso Ka Bhav) इसकी जानकारी दी जा रही है |
सरसों के भाव मे तेजी का कारण (Mustard Price Rising Reason)
- सरसों के भाव में हो रही बढ़ोतरी के पीछे का कारण बाज़ार में आयी सरसों की नयी फसल को कहा जा रहा है | सरसों का सरकारी भाव 5050 रूपए प्रति क्विंटल है, किन्तु नयी फसल के आते ही सरसो को 6000 से 7000 रूपए प्रति क्विंटल के दाम पर खरीदना शुरू कर दिया गया |
- शुरुआत में ही सरसो के अधिक दाम मिल जाने के कारण बड़े और समझदार किसानो ने इसे भंडारित करना शुरू कर दिया और बाजार में कम लाने लगे |
- भारत में सरसो का उत्पादन 2022 में काफी अच्छा रहा है| यह पिछले वर्ष कि तुलना में 7 से 8% अधिक है, तथा आने वाली फसल में और अधिक इजाफा देखने को मिल सकता है | सरसो की फसल में अनुकूल मौसम रहने की स्थिति में 10 से 15% तक अधिक पैदावार होने की संभावना है |
- रूस और यूक्रेन के मध्य हो रहे है, युद्ध के कारण अधिक मात्रा में सरसो के तेल की सप्लाई नहीं हो पायी है | जिस वजह से अधिक मात्रा में तेल का स्टॉक लगा हुआ है, जिस वजह से तिलहनी फसल चमक उठी है |
- भविष्य में सरसो के भाव को बता पाना मुश्किल है, किन्तु इस बार किसानो को सरसो के समर्थन मूल्य से अधिक दाम मिल रहे है |
आज का सरसों का भाव 2022 (Today Sarso Ka Bhav)
सरकार ने 2022-23 के लिए सरसो का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5050 रूपए प्रति क्विंटल रखा है| अप्रैल – मई के महीने में आज का सरसो का भाव 6245 से 8200 रूपए प्रति क्विंटल चल रहा है, जो आने वाले समय और भी बढ़ सकता है |
नई अपडेट 30 नवम्बर : वर्तमान स्थिति को देखते हुए, सरसों के भाव में स्थिरता बनी हुई है| (6245 से 7380 रू० प्रति क्विंटल)
जनवरी से MP Tourism के बार में झलकेंगे हैरीटेज शराब के जाम
अब जनवरी 2023 से प्रदेश के एमपी टूरिज्म बार पर उपलब्ध हो जाएगी। महुआ के फूल से बनने वाली इस शराब को तैयार कराकर सरकार आदिवासियों को रोजगार और उनकी परम्परा से जोड़ने का काम करेगी।
उज्जवल प्रदेश, भोपाल. प्रदेश में आदिवासियों द्वारा बनाई जाने वाली शराब अब जनवरी 2023 से प्रदेश के एमपी टूरिज्म बार पर उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए आबकारी विभाग ने अलीराजपुर में फैक्ट्री लगाकर वहां शराब बनाने का काम शुरू कर दिया है जिसकी टेस्टिंग की जा रही है।
महुआ के फूल से बनने वाली इस शराब को तैयार कराकर सरकार आदिवासियों को रोजगार और उनकी परम्परा से जोड़ने का काम करेगी। उधर डिंडोरी और खंडवा में अभी शुरूआती दौर का ही काम चल रहा है। वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा आदिवासियों के समूह के जरिये तैयार कराई जा रही शराब की मानीटरिंग आबकारी अधिकारियों द्वारा की जा रही है एपीमार्केटस और माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस महत्वाकांक्षी घोषणा पर अमल के बाद सरकार इसकी ब्रांडिंग भी करेगी।
सूत्रों का कहना है कि पहले इस शराब को शराब दुकानों के जरिये बिकवाने की तैयारी थी लेकिन अब एमपी टूरिज्म के बार के जरिये इस शराब की बिक्री की जाएगी और इसमें आदिवासियों को मुनाफा दिया जाएगा। आदिवासियों को इस व्यवस्था के माध्यम से एक मार्केट भी मिल जाएगा। इसके अलावा समूहों के जरिये भी तय मात्रा में शराब की बिक्री की जा सकेगी। यह शराब देश में इकलौता ऐसा ब्रांड होगा जो महुआ के फूल से बन रहा है।
संसाधनों के चलते होता गया विलंब
आदिवासियों को साधने के लिए आबकारी नीति में किए गए बदलाव के बाद पायलट प्रोजेक्ट एक साथ अलीराजपुर, डिंडोरी में शुरू किया गया और बाद में इसमें खंडवा के कुछ ब्लाक भी शामिल किए गए हैं। अलीराजपुर ही काम में आगे है लेकिन फैक्ट्री लगाने के लिए संसाधनों की कमी और इसके लिए सरकारी स्तर पर मशीनरी और संसाधनों के इंतजाम के चलते इस काम में एक साल का समय लग गया है।
एक फैक्ट्री पर साठ लाख रुपए हो चुके हैं खर्च
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए गए इस काम में एक शराब फैक्ट्री तैयार करने और अन्य कार्यों पर सरकारअब तक साठ लाख रुपए खर्च कर चुकी है। लंबी जद्दोजहद के बाद अलीराजपुर के आबकारी अधिकारियों की देखरेख में फैक्ट्री में शराब बनना शुरू हो गई है और इसकी टेस्टिंग की जा रही है। इसके बाद 15 दिसम्बर के उपरांत इसकी लांचिंग की तारीख तय की जाएगी। अफसरों के अनुसार सब कुछ ठीक रहा तो आदिवासी समूहों द्वारा बनाई गई यह शराब जनवरी 2023 से मार्केट में आएगी।