कंपनी में कितनी शेयरधारिता है

इक्विटीमास्टर के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट ऋचा अग्रवाल ने एबीपी न्यूज़ कंपनी में कितनी शेयरधारिता है से बताया- “पतंजलि, जिसने 2019 में एक दिवाला कार्यवाही में कंपनी को जमानत दी थी, अब बाजार नियामक के न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंड कंपनी में कितनी शेयरधारिता है को पूरा करने के लिए हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है. एक महीने पहले रुचि सोया ने पतंजलि से बिस्किट कारोबार में गिरावट के चलते बिस्किट कारोबार का अधिग्रहण किया था. इन सब चर्चा के बीच और बोर्ड की बैठक और परिणामों से पहले, स्टॉक को फिर से समर्थन मिला है और ऊपरी सर्किट पर पहुंच गया है. हालांकि, इसकी कीमत को इसके मूल्य के लिए गलत नहीं माना जाना चाहिए. मिलिजुली प्रदर्शन के इतिहास. बैलेंस शीट में बड़े कर्ज और लगभग 99 प्रतिशत प्लेज्ड शेयर्स के साथ यह स्टॉक लंबी अवधि के लिहाज से कम संतोषजनक है.”
रुचि सोया का लाभ पतंजलि अधिग्रहण के बाद बढ़कर हुआ 1018 करोड़, स्थापना के बाद से अब तक का सर्वाधिक
By: पीयूष पांडे | Updated at : 29 Jun 2021 09:58 PM (IST)
बाबा रामदेव के स्वामित्व वाली पतंजलि की तरफ से रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड (रुचि सोया) का कंपनी में कितनी शेयरधारिता है कंपनी में कितनी शेयरधारिता है अधिग्रहण करने के बाद रुचि सोया का अधिग्रहण से लेकर अब तक का सर्वाधिक 1018 करोड़ रुपये EBITDA (यानि वह लाभ जिसमें से ब्याज, टैक्स, मूल्यहास, और ऋण मुक्ति घटाया न गया हो) रहा. वित्तीय वर्ष 2021 में EBITDA में 122 फीसदी की वृद्धि के साथ यह 1018.37 करोड़ रुपये हो गया. जो 1986 में इसकी स्थापना के बाद से अब तक का सर्वाधिक EBITDA है.
31 मार्च 2021 को खत्म हुए तिमाही में कंपनी का EBITDA 5.57 फीसदी बढ़कर 270.60 करोड़ रुपये हुआ जो साल-दर साल 272 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी को दर्शाता है. एफएमसीजी में 24.35 फीसदी की वृद्धि के साथ राजस्व बढ़कर 16 हजार 383 करोड़ पर पहुंच गया. तिमाही के दौरान कंपनी की आय 51% बढ़कर 4859.5 करोड़ रुपये हो गई.
प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने सेबी जुर्माने के लिए NDTV शेयरों की सिक्योरिटी देने की पेशकश की, सुप्रीम कोर्ट ने शेयर मूल्यों का स्टेटमेंट मांगा
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एनडीटीवी के प्रमोटरों प्रणय रॉय और राधिका रॉय द्वारा प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण के एक आदेश के खिलाफ दायर की गई अपील पर विचार किया, जिसमें उन्हें इंसाइडर ट्रेडिंग के माध्यम से किए गए "गलत लाभ" का 50% भुगतान करने का निर्देश दिया गया था।
याचिकाकर्ताओं के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने शुरू किया,
"याचिकाकर्ता पति और पत्नी हैं। वे एक लोकप्रिय समाचार चैनल के प्रमोटर हैं। लेनदेन के 10 साल बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जब लेनदेन 2007 का है, तो नोटिस 2018 में जारी किया गया था। जो समय के साथ पूरी तरह से वर्जित है। आरोप यह है कि मेरे मुव्वकिल, जो मूल रूप से एनडीटीवी के शेयरधारिता के सौ प्रतिशत के मालिक थे, ने विनिवेश किया और अब केवल 52% . ।"
फ्लिपकार्ट करेगी ऑनलाइन यात्रा प्रौद्योगिकी क्लियरट्रिप कंपनी का अधिग्रहण
क्लियरट्रिप के सभी कर्मचारियों को बनाए रखा जाएगा और वे ग्राहकों की यात्रा को सरल बनाने के लिए प्रौद्योगिकी समाधान विकसित करने में फ्लिपकार्ट के साथ मिलकर काम करेंगे। फ्लिपकार्ट ने हालांकि यह नहीं बताया कि इस सौदे की राशि कितनी है।
फ्लिपकार्ट समूह के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा, ”फ्लिपकार्ट समूह डिजिटल वाणिज्य के जरिए ग्राहकों के कंपनी में कितनी शेयरधारिता है अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। क्लियरट्रिप कई ग्राहकों के लिए यात्रा का पर्याय है, और जैसा कि हम विविधता और कंपनी में कितनी शेयरधारिता है विकास के नए क्षेत्रों में बढ़ना चाहते हैं, यह निवेश ग्राहकों के लिए हमारी विस्तृत पेशकश को मजबूत करने में मदद करेगा।”
उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट समूह के साथ मिलकर क्लियरट्रिप की टीम अपने कंपनी में कितनी शेयरधारिता है गहरे अनुभव और प्रौद्योगिकी क्षमताओं के साथ ग्राहकों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने में मदद करेगी।
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) की स्थापना 2 अप्रैल 1990 को संसद के एक अधिनियम के तहत, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्तपोषण एवं विकास के लिए और साथ ही इसी तरह की गतिविधियों में संलग्न संस्थाओं के कार्यों का समन्वय करने हेतु प्रमुख वित्तीय संस्था के रूप में की गई।
लक्ष्य एवं दर्शन
लक्ष्य
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के कंपनी में कितनी शेयरधारिता है लिए ऋण प्रवाह सुगम और सुदृढ़ बनाना तथा एमएसएमई पारितंत्र की वित्तीय एवं विकास संबंधी कमियों की पूर्ति करना।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र को सुदृढ़, ऊर्जावान तथा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्द्धी बनाने के उद्देश्य से उसकी वित्तीय और विकास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति का एकल केंद्र बनना, सिडबी की छवि श्रेयस्कर और ग्राहक-मैत्र संस्था के रूप में स्थापित करना तथा आधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए शेयरधारकों कंपनी में कितनी शेयरधारिता है के धन की वृद्धि और सर्वोत्तम नैगम मूल्यों का संवर्द्धन करना।
निदेशक-मंडल
निदेशक मंडल
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
उप प्रबंध निदेशक
उप प्रबंध निदेशक
विशेष कार्य अधिकारी ग्रामीण विकास विभाग ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार
भारत सरकार द्वारा नामित
आर्थिक सलाहकार वित्तीय सेवाएँ विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार
भारत सरकार द्वारा नामित
सिडबी की भूमिका
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक की स्थापना वर्ष 1990 में संसद के अधिनियम के अंतर्गत की गई। सिडबी को एमएसएमई क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्त पोषण और विकास के तिहरी कार्य-सूची को क्रियान्वित करने और तत्-सम गतिविधियों में संलग्न विभिन्न संस्थाओं के कार्यों के मध्य समन्वय करने के लिए एक शीर्ष वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करने कंपनी में कितनी शेयरधारिता है के लिए अधिदेशित किया गया।
बैंक अपने अधिदेश का निष्पादन निम्नानुसार करता है
अप्रत्यक्ष वित्त – जो एमएसएमई क्षेत्र के वित्तपोषण में गुणक प्रभाव / व्यापक पहुंच पर आधारित है और इसे बैंकों, एसएफबी, एनबीएफसी, एमएफआई और नव युगीन फिनटेक के माध्यम से संचालित किया जाता है।
प्रत्यक्ष वित्त - एमएसएमई क्षेत्र में मौजूद ऋण अंतरालों को भरने का लक्ष्य कंपनी में कितनी शेयरधारिता है है और इसे प्रदर्शनपरक और नवोन्मेषी वित्त उत्पादों के माध्यम से संचालित किया जाता है, जिसे ऋण प्रदायगी पारितंत्र द्वारा और प्रवर्द्धित किया जा सकता है।
Share Market: शेयर बाजार में टाटा ग्रुप का जलवा, ये शेयर आ गया है 380 रुपये पर, जल्द करे इन्वेस्ट
Tata Group Penny Stocks: अगर आप भी शेयर बाजार में पैसा इन्वेस्ट करना चाहता है तो इंडियन होटल्स (Indian Hotels) के शेयर पर मार्केट एक्सपर्ट बुलिश ने इन शेयर को खरीदने की सलाह दी है। आपको बता दें, इंडियन होटल्स कंपनी के शेयर शुक्रवार के कारोबारी सत्र में NSE पर 326.50 रुपये पर बंद हुए। वहीं, शुक्रवार को स्टॉक का कुल कारोबार 5,791,275 रुपये का था।
इन्वेस्टर्स को मिलेगा मल्टीबैगर रिटर्न
- कंपनी के शेयर प्राइस हिस्ट्री के अनुसार, 1 जनवरी 1999 को इंडियन होटल्स के शेयर 30.22 रुपये पर था।
- अब लेटेस्ट शेयर प्राइस के अनुसार देखा जाए तो कंपनी ने अब तक 980.41 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न अपने निवेशकों को दिया है।
- 29 सितंबर, 2017 को इस स्टॉक की कीमत 106.12 रुपये थी।
- पिछले पांच साल में इसकी कीमत बढ़ गयी है ,जिसमे 207.67 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न अपने इन्वेस्टर्स को दिया है।
- पिछले 1 साल में इस स्टॉक में 77.82 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
- YTD के आधार पर, साल 2022 में इस स्टॉक में 77.40% की बढ़ोत्तरी हुई है जिसे अब इस शेयर का मार्केट कैप 46,411.56 करोड़ रुपये हो गया है।