दलाल पर राय

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पत्रकारिता की आड़ में एक पत्रकार ने खड़ा किया दौलत का अंबार! उसकी दलाली पर फिदा पी. चिदंबरम ने उसे बनाया अपने साम्राज्य का राजदार!
वैसे तो वह आज के एबीपी न्यूज से पहले के स्टार न्यूज में भी काम कर चुका है, लेकिन उसके दलाल पर राय भ्रष्टाचार और दलाली की कहानी परवान चढ़ी ‘राष्ट्रीय सहारा’ अखबार के मुख्य संपादक रहते! जेल में रह चुके सुब्रत राय सहारा की आंखों का वह तारा था! काले को सफेद करना उसके बाएं हाथ का खेल था! और जब वह सोनिया गांधी और कपिल सिब्बल की मदद से चलने वाली पत्रिका ‘तहलका’ में पहुंचा तो फिर लुटियन पत्रकारों का सिरमौर बन गया! पी. चिदंबरम के लिए वह खुलकर जालसाजी करने लगा और देखते ही देखते उसने दौलत का साम्राज्य खड़ा कर लिया। जिस 37 वर्ष की आयु में ज्यादातर पत्रकार अनिश्चितता के भंवर में फंसे होते हैं, वह अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा! क्या ‘राष्ट्रीय सहारा’ अखबार और ‘तहलका’ जैसी पत्रिका में काम करने की आड़ में पत्रकार उपेंद्र राय ने दलाली कर अरबों की संपत्ति अर्जित की है? क्या पत्रकार उपेंद्र राय लुटियन मीडिया गिरोह में सबसे बड़ा दलाल है? एक वेबसाइट https://www.pgurus.com/ के खुलासे से यही सवाल उठता है?
महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी से सहमा है बाजार, दलाल स्ट्रीट की आगे की चाल और निवेशकों के लिए ये है एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट्स आगे भी गिरावट का दौर जारी रहने की आशंका जता रहे हैं.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निफ्टी में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है. 15,700-15,600 के स्तर पर इसे मजबूत समर्थन मिलता नजर दलाल पर राय आ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 16, 2022, 13:37 IST
नई दिल्ली. दुनियाभर में महंगाई बढ़ रही है और इसे नियंत्रित करने के दलाल पर राय लिए केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने लगे हैं. इसका असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दिखने लगा है. बाजार पर महंगाई और ब्याज दरों में वृद्धि का डर हावी होने लगा है.
यही वजह है कि पिछले हफ्ते भी भारतीय बाजारों में लगातार गिरावट दर्ज की गई थी. यह लगातार दूसरा सप्ताह रहा, जब बाजार 4 फीसदी की गिरावट पर बंद हुआ था. जबकि यह लगातार 5वां सप्ताह रहा, जब साप्ताहिक गिरावट का दौर जारी रहा. हालांकि, सोमवार 16 मई को बाजार में तेजी का दौर लौटा है, लेकिन बाजार के जानकार इसे अस्थायी बता रहे हैं. क्या बाजार में आगे भी गिरावट जारी रहेगी और इस दौर में निवेशकों को क्या करना चाहिए, इस बारे में क्या है एक्सपर्ट्स की राय, यहां जानते हैं.
दलाल ने पहुंचाया निजी अस्पताल, इलाज के अभाव में महिला की मौत, पांच डाक्टरों पर मुकदमा दर्ज
गोरखपुर ब्यूरो
Updated Sat, 29 Jan 2022 12:01 AM IST
दलाल ने पहुंचाया निजी अस्पताल, इलाज के अभाव में महिला की मौत, पांच डाक्टरों पर मुकदमा दर्ज
देवरिया। जिला महिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती गर्भवती को बृहस्पतिवार को महिला दलाल ने बेहतर इलाज का झांसा दिया और शहर के निजी अस्पताल में लेकर चली गई। वहां प्रसव के बाद इलाज के अभाव में महिला की मौत हो गई। ससुर की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने निजी अस्पताल के पांच डाक्टरों और एक महिला दलाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। निजी अस्पताल कर्मी मौके से फरार हो गए।
तरकुलवा थाना क्षेत्र के मलघोट विरैचा गांव निवासी अरुण यादव पथरदेवा ब्लॉक में सफाईकर्मी के पद पर तैनात है। उनकी गर्भवती पत्नी रागनी (30) को परिजनों ने बृहस्पतिवार को जिला महिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया। शाम को दर्द होने पर परिजन परेशान हो गए। इसी दौरान एक महिला दलाल पहुंच गई। उसने शहर के भटवलिया चौराहे के पास स्थित अस्पताल के डाक्टरों से दस हजार रुपये में इलाज के लिए मोबाइल फोन पर बात की। गर्भवती के परिजन महिला दलाल के झांसे में आ गए और उसको निजी अस्पताल में भर्ती करा दिए। देर शाम रागनी को लड़का पैदा हुआ, लेकिन रक्तस्राव अधिक होने के कारण महिला की हालत नाजुक हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के कर्मियों ने मौत होने के बाद एंबुलेंस से शहर के एक निजी अस्पताल में भेज दिया। वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। महिला के ससुर सूर्य नारायण यादव ने कोतवाली पुलिस को नामजद तहरीर देकर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में डॉ. आरके राय, डॉ. एसएन सिंह, डॉ. विनिता सिंह, डॉ. एसबी सिंह, डॉ. कुलदीप सिंह और महिला दलाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल अनुज कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी फरार हैं। दबिश दी जा रही है।
मासूमों के सिर से उठ गया मां का साया
रागनी को तीसरा बच्चा पैदा हुआ है। बच्चा तो सकुशल है, लेकिन मां अब इस दुनिया में नहीं रही। मां की मौत के बाद बड़ी बेटी चार साल की श्रेया और ढाई वर्ष का बेटा प्रियांशु का रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार में कोहराम मच गया है।
निजी अस्पतालों में दलालों का बोलबाला, लालच में जा रही जान
देवरिया। जिला महिला अस्पताल परिसर और आसपास निजी अस्पतालों की महिला दलाल हर समय डेरा जमाए रहती हैं। ग्रामीण इलाकों सेे आने वाली महिलाओं की सहायता कर उन्हें अपने जाल में फंसाकर निजी अस्पतालों में पहुंचा देती हैं। कई बार इलाज के अभाव में प्रसूता की मौत हो चुकी है। इन घटनाओं के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार सजग नहीं हो रहे हैं।
रागनी की मौत के पहले भी कई प्रसूताओं की जान जा चुकी है। कुछ निजी अस्पताल संचालक सरकारी अस्पताल से अपने अस्पताल में मरीज ले आने के लिए कमीशन देते हैं। इस खेल में दलाल पर राय कुछ एंबुलेंस चालक और आशाएं भी हैं। उनकी निजी अस्पतालों से साठगांठ है।
इस संबंध में सीएमएस डॉ. अल्पना रानी का कहना है कि मरीज को कोई दिक्कत हुई होगी, तो रेफर किया गया होगा। मौत की जानकारी हमें नहीं है।
महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी से सहमा है बाजार, दलाल स्ट्रीट की आगे की चाल और निवेशकों के लिए ये है एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट्स आगे भी गिरावट का दौर जारी रहने की आशंका जता रहे हैं.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निफ्टी में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है. 15,700-15,600 के स्तर पर इसे मजबूत समर्थन मिलता नजर आ . अधिक पढ़ें
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- Last Updated : May 16, 2022, 13:37 IST
नई दिल्ली. दुनियाभर में महंगाई बढ़ रही है और इसे नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने लगे हैं. इसका असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दिखने लगा है. बाजार पर महंगाई और ब्याज दरों में वृद्धि का डर हावी होने लगा है.
यही वजह है कि पिछले हफ्ते भी भारतीय बाजारों में लगातार गिरावट दर्ज की गई थी. यह लगातार दूसरा सप्ताह रहा, जब बाजार 4 फीसदी की गिरावट पर बंद हुआ था. जबकि यह लगातार 5वां सप्ताह रहा, जब साप्ताहिक गिरावट का दौर जारी रहा. हालांकि, सोमवार 16 मई को बाजार में तेजी का दौर लौटा है, लेकिन बाजार के जानकार इसे अस्थायी बता रहे हैं. क्या बाजार में आगे भी गिरावट जारी रहेगी और इस दौर में निवेशकों को क्या करना चाहिए, इस बारे में क्या है एक्सपर्ट्स की राय, यहां जानते हैं.
अब दलाल स्ट्रीट पर कालाधन नहीं होगा सफेद, आधार करेगा निगरानी
- नई दिल्ली/ मुंबई,
- 10 अगस्त 2017,
- (अपडेटेड 10 अगस्त 2017, 11:24 AM IST)
शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए आधार नंबर को अनिवार्य किया जा सकता है. केन्द्र सरकार और वित्तीय नियामक सेबी इस योजना पर काम कर रहे हैं. यह कदम इस लिए उठाया जा रहा है जिससे कि शेयर बाजार और अन्य वित्तीय बाजारों में कालेधन को सफेद करने की कोशिश पर लगाम लगाया जा सके.
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक केन्द्र सरकार का मानना है कि पैन कार्ड देश में टैक्स चोरी को रोकने में पूरी तरह सफल नहीं है बड़ी मात्रा में टैक्स लीक की घटनाएं सामने आती रही हैं. लिहाजा केन्द्र सरकार ने वित्तीय मार्केट के अन्य किरदारों से आधार और उनके ट्रांजैक्शन को लिंक करने की संभावनाओं पर अपनी राय व्यक्त करने को कहा है.