कमीशन और फैलता है

ये गोलीबारी की घटना बांग्लादेश उप उच्चायोग कोलकाता से सिर्फ 50 मीटर की दूरी पर Park Circus में हुई है। बताया जाता है कि पुलिसकर्मी अचानक बाहर निकला और फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग की चपेट में आकर एक बाइक सवार महिला की मौत हो गई। वहीं फायरिंग की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिसकर्मी ने खुद को भी गोली मार ली। घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
आखिर यह पुलिसकर्मी कौन था और उसने इतनी बड़ी घटना को क्यों अंजाम दिया
अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी के चलते इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि पुलिसकर्मी ने कुछ देर गोलीबारी करने के बाद अपने सिर पर गोली मार ली। फिलहाल यह पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर यह पुलिसकर्मी कौन था और उसने इतनी बड़ी घटना को क्यों अंजाम दिया। इसके अलावा पुलिसकर्मी की फायरिंग में मारी गई महिला की भी पहचान नहीं हो पा रही है।
8th Pay Commission में कितनी होगी केंद्रीय कर्मियों की सैलरी? यहां जानिए पूरा गणित
8th Pay Commission: सांतवे वेतन आयोग के तहत डीए हाइक की खबरों के बीच 8th Pay Commission वेतन आयोग की भी चर्चा होने लगी है. यदि यह वेतनमान लागू हुआ तो कितनी हो जाएगी कर्मचारियों की सैलरी, आइए जानते हैं.
8th Pay Commission Latest News: अगर आप या आपके परिवार का कोई शख्स केंद्र सरकार का कर्मचारी है तो उनके लिए अच्छी खबर है. पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही है कि सरकारी महकमों में 8वें वेतन आयोग पर बात चल रही है. 8वां वेतन आयोग लागू होता है तो केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में तगड़ा उछाल आएगा. अभी लागू सांतवे वेतन आयोग (7th Pay Commission) के तहत कर्मचारियों की बेसिक सैलरी (न्यूनतम वेतन की सीमा) 18,000 रुपये है.
फिटमेंट फैक्टर को रिवाइज करने की मांग
आपको बता दें सैलरी निर्धारण में फिटमेंट फैक्टर का बड़ा रोल होता है. सरकारी कर्मचारियों की तरफ से पिछले काफी समय से फिटमेंट फैक्टर को रिवाइज करने की मांग हो रही है. फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही पुरानी बेसिक पे से रिवाइज्ड बेसिक पे की कैलकुलेशन होती है और नया वेतन तय होता है. वेतन आयोग की रिपोर्ट में फिटमेंट फैक्टर महत्वपूर्ण सिफारिश होती है. इसी आधार पर वेतन वृद्धि तय होती है.
18 हजार से बढ़कर 26,000 हो जाएगा न्यूनतम वेतन!
7th Pay Commission के अनुसार केंद्रीय कर्मियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 गुना रखा गया है. इसके आधार पर कर्मचारियों की सैलरी को रिवाइज किया गया. आंकड़ों पर नजर डालें तो 7वें वेतन आयोग में अब तक सबसे कम सैलरी हाइक मिला है. इसमें न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये हो गई है. अब सरकारी महकमों में चर्चा हो रही है कि फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर यदि 3.68 गुना किया गया तो न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये से बढ़कर 26,000 रुपये हो सकता है.
वेतन आयोग और सैलरी हाइक
4th Pay Commission Fitment Factor
वेतन वृद्धि: 27.6%
न्यूनतम वेतनमान: 750 रुपये
5th Pay Commission Fitment Factor
वेतन वृद्धि: 31%
न्यूनतम वेतनमान: 2,550 रुपये
6th Pay Commission Fitment Factor
फिटमेंट फैक्टर: 1.86 गुना
वेतन वृद्धि: 54%
न्यूनतम वेतनमान: 7,000 रुपए
7th Pay Commission Fitment Factor
फिटमेंट फैक्टर: 2.57 गुना
वेतन वृद्धि: 14.29%
न्यूनतम वेतनमान: 18,000 रुपये
8th Pay Commission Fitment Factor
फिटमेंट फैक्टर:?
वेतन वृद्धि:?
न्यूनतम वेतनमान:?
8वें वेतन आयोग पर अलग-अलग राय
सांतवे वेतन आयोग के बाद आठवें वेतन आयोग को लेकर पहले मीडिया रिपोटर्स में दावा किया जा रहा था कि यह नहीं आएगा. लेकिन अब सहयोगी वेबसाइट जी बिजनेस के अनुसार 8th Pay Commission को लेकर अलग-अलग वर्गों की दो अलग सोच हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि सरकार अगले पे-कमिशन पर विचार नहीं करेगी. वहीं, जानकारों का कहना है कि ऐसा होना संभव नहीं है. यह एक सिस्टम बना है, उसे अचानक खत्म नहीं किया जा सकता. दूसरी बड़ी वजह यह है कि 8वें वेतन आयोग के आने में अभी वक्त है. 2024 में लोकसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में कोई भी राजनीतिक दल केंद्रीय कर्मचारियों को नाराज करने का रिस्क नहीं लेगा. इसलिए अगला वेतन आयोग आएगा और 1 जनवरी 2026 से इसे लागू माना जाएगा.
बेसिक सैलरी में 8000 रुपये का इजाफा संभव
पे-लेवल मैट्रिक्स 1 से केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 26,000 रुपये से शुरू हो सकती है. इसके अनुसार ही पे-मैट्रिक्स लेवल-18 तक सैलरी में वृद्धि होगी. वेतन आयोग का पिछला ट्रेंड देखें तो हर 8-10 साल के बीच इसे लागू किया जाता है. अब 8th Pay Commission के 1 जनवरी 2026 से लागू किए जाने की बात कही जा रही है.
चीन ने दुनिया को किया गुमराह, कमीशन और फैलता है ऐसे फैलाया ‘किलर वायरस’,जानें तारीख दर तारीख
चीन से निकला खतरनाक कोरोना वायरस (Coronavirus) पूरी दुनिया को अपनी जद में ले चुका है. चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर से शुरू हुए इस किलर वायरस से अब तक लाखों लोगों को संक्रमित कर चुका है. ऐसे में ये खुलासा हुआ है कि अगर चीन ने इस वायरस की शुरुआत के समय ही ज्यादा पारदर्शिता बरती होती तो कोरोना के कहर को काफी हद तक कम किया जा सकता था.
1 दिसंबर को वुहान में आया था पहला केस
अमेरिकी मैगजीन नेशनल रिव्यूम में छपे लेख के मुताबिक चीन ने कोरोना से जंग के लिए जरूरी आंकड़े दुनिया से छिपाकर रखे जिससे ये लड़ाई अब बहुत मुश्किल हो गई है.
पिछले साल एक दिसंबर को ही चीन के वुहान में कोरोना का पहला केस सामने आ गया था और पांच दिन बाद मरीज की पत्नी भी वायरस से संक्रमित हो गई. मतलब साफ था कि ये वायरस इंसान से इंसान में फैल रहा था पर चीन ने ये हकीकत दुनिया से छिपा ली. यहां तक कि जब 25 दिसंबर को चीन के दो मेडिकल स्टाफ में कोरोना के लक्षण मिले तो ये पुख्ता हो चुका था कि वायरस इंसान से इंसान में तेजी से फैल रहा है. बावजूद इसके चीन ने दुनिया को ये सच नहीं बताया.
31 दिसंबर को वुहान के हेल्थ कमीशन ने कहा इंसान से इंसान नहीं फैलता है वायरस
कोरोना वायरस का खुलासा करने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग ने चीनी डॉक्टरों के एक समूह को चेतावनी दी थी कि ये सार्स से भी खतरनाक हो सकता है इसलिए बचाव के लिए फौरन कदम उठाए जाएं. बावजूद इसके 31 दिसंबर को वुहान के हेल्थ कमीशन ने ये घोषित कर दिया कि ये वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैलता है, जिससे हालात और खराब होते चले गए.
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन को सबूत मिटाने के दिए थे आदेश
चीन ने इस तरह के मामले सामने आने के 3 सप्तााह बाद विश्व स्वास्थ संगठन को इसके बारे में बताया. इसके बाद डॉक्टर ली को वुहान के पब्लिक सिक्यॉरिटी ब्यूरो बुलाया गया और उन पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया. इतना ही नहीं चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने आदेश दिया कि इस बीमारी के बारे में कोई भी सूचना सार्वजनिक नहीं की जाए और उसी दिन हुबेई के प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग ने वुहान के सारे नमूनों को नष्ट कर दिया जाए.
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने 6 जनवरी को बोला झूठ
न्यूयॉर्क टाइम्स ने 6 जनवरी को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि वुहान में 59 लोग न्यूटमोनिया जैसी बीमारी से पीड़ित हैं इसके बाद भी चीन ने लेवल-वन की यात्रा निगरानी जारी करते हुए लोगों को सिर्फ इतनी हिदायत दी कि वे वुहान में जिंदा या मरे हुए जानवरों, जानवरों के बाजारों और बीमार लोगों से दूर रहें. इसके बाद 8 जनवरी को चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना वायरस की पहचान का दावा करते हुए कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ये वायरस इंसान से इंसान में फैल रहा है.
डॉक्टर ली को संक्रमण के बाद 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया
कोरोना वायरस का पता लगाने वाले डॉक्टर ली को संक्रमण के बाद 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत खराब होने पर उन्हें आईसीयू में ले जाया गया. फिर 13 जनवरी को पहली बार चीन से बाहर कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला थाईलैंड में सामने आया. उस मरीज ने वुहान की यात्रा की थी. 14 जनवरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ये वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैलता है लेकिन 15 जनवरी को वुहान के हेल्थ कमीशन ने कहा कि इंसान से इंसान में कोरोना वायरस के जाने की सीमित संभावना है. बावजूद इसके कमीशन और फैलता है वुहान में भीड़ को जुटने दिया गया.
19 जनवरी को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने बताया सच
आखिरकार 19 जनवरी को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने ऐलान किया कि कोरोना वायरस के इंसान से इंसान में फैलने के दो मामले सामने आए हैं. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी कमीशन और फैलता है थी. तब तक चीन के वुहान से निकला ये वायरस पूरी दुनिया में फैल चुका था. इसलिए अमेरिका समेत कई देशों ने कोरोना वायरस पर दुनिया को गुमराह करने के लिए चीन को आड़े हाथों लिया. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर चीन ने चीन ने इस खतरे के बारे में पहले ही चेतावनी दे दी होती तो अमेरिका समेत पूरा विश्व इसके लिए ज्यादा बेहतर तरीके से तैयार होता.
अमेरिका समेत यूरोप में बिगड़ रहे हालात
दरअसल चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस ईरान, इटली और स्पेन में कोहराम मचाने के बाद अब अमेरिका का हाल बेहाल कर रखा है. अमेरिका में हालत इतने बेकाबू हो चुके हैं कि वहां हर तीन मिनट में एक नया मामला सामने आ रहा है. अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच गई है.
बच्चों एवं युवा पीढ़ी को देश के गौरवशाली इतिहास की जानकारी होनी चाहिए: Ashok Gehlot
जयपुर। कमीशन और फैलता है बच्चों एवं युवा पीढ़ी को देश के गौरवशाली इतिहास की जानकारी होनी चाहिए। इतिहास की जानकारी के बिना हम नया इतिहास नहीं बना सकते। हमारी भावी पीढ़ी इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराए, इसके लिए जरूरी है कि उन्हें देश की संस्कृति, महापुरूषों के आदर्शों, संघर्ष, त्याग, बलिदान एवं समर्पण की जानकारी हो।
ये बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को बाल दिवस पर सीएम निवास से राज्य स्तरीय बाल अधिकार सप्ताह के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कही।
इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ एक संस्कारवान पीढ़ी तैयार करना सरकार के साथ-साथ समाज की नैतिक जिम्मेदारी है।
सीएम ने कहा कि मुझे युवावस्था में ही वर्धा स्थित गांधी सेवा ग्राम आश्रम में प्रशिक्षण लेने का सुअवसर मिला। वहां से प्राप्त संस्कार आज तक मेरा मार्गदर्शन कर रहे हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के बच्चों और युवाओं में नैतिक मूल्यों तथा गांधीवादी जीवन दर्शन के प्रसार के लिए शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना की है।
मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज तथा पुणे स्थित महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी स्कूल ऑफ गवर्नेंस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की तर्ज पर जयपुर में महात्मा गांधी दर्शन म्यूजियम एवं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एवं सोशल साइंसेज की स्थापना की गई है।
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के नाम पर बाल अधिकार संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों के लिए पुरस्कार प्रांरभ किए गए हैं। अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में बाल हितों के संरक्षण के क्षेत्र में सरकार आगे बढक़र काम कर रही है।
West Bengal: कोलकाता में बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग, महिला की मौत के बाद खुद को मारी गोली
कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायोग(Deputy High Commission) के सामने गोलीबारी की घटना हुई है। जानकारी के अनुसार इस गोलीबारी में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक इस धटना को एक पुलिसकर्मी से अंजाम दिया है
कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायोग(Deputy High Commission) के सामने गोलीबारी की घटना हुई है। जानकारी के अनुसार इस गोलीबारी में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक इस धटना को एक पुलिसकर्मी से अंजाम दिया है। दरअसल पुलिसकर्मी द्वारा अंधाधुंध फायरिंग के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। जिससे एक महिला बाइक सवार की मौत हो गई। इसके बाद पुलिसकर्मी ने खुद को भी गोली मारकर जान दे दी। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
पुलिसकर्मी अचानक बाहर निकला और फायरिंग शुरू कर दी
ये गोलीबारी की घटना बांग्लादेश उप उच्चायोग कोलकाता से सिर्फ 50 मीटर की दूरी पर Park Circus में हुई है। बताया जाता है कि पुलिसकर्मी अचानक बाहर निकला और फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग की चपेट में आकर एक बाइक सवार महिला की मौत हो गई। वहीं फायरिंग की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिसकर्मी ने खुद को भी गोली मार ली। घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
आखिर यह पुलिसकर्मी कौन था और उसने इतनी बड़ी घटना को क्यों अंजाम दिया
अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी के चलते इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि पुलिसकर्मी ने कुछ देर गोलीबारी करने के बाद अपने सिर पर गोली मार ली। फिलहाल यह पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर यह पुलिसकर्मी कौन था और उसने इतनी बड़ी घटना को क्यों अंजाम दिया। इसके अलावा पुलिसकर्मी की फायरिंग में मारी गई महिला की भी पहचान नहीं हो पा रही है।
Haryana News: कमीशन के लालच में गँवा दिए 8 लाख, ठगों ने यूं फसाया जाल में
हरियाणा के सोनीपत के गांव रोलद लतीफपुर के ग्रामीण को वेबसाइट पर लिंक भेजकर साइबर ठगों ने आठ लाख रुपये ठग लिए। युवक को मोटा कमीशन देने का लालच देकर ठगी की। पहले उनको कमीशन की राशि भेजकर भरोसा दिलाया और उसके बाद रुपये ठग लिए। ज्यादा कमाई के लिए युवक ने अपने साथी बीएसएफ के जवान को भी अपने साथ शामिल कर लिया। साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गांव रोलद लतीफपुर निवासी नवीन कुमार ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि उनके मोबाइल पर एक लिंक एसएमएस में आया था। उन्होंने लिंक को डाउनलोड कर लिया। उसमें एक वेबसाइट पर उनकी आईडी को पंजीकृत कराया गया। उसके बाद उनके पास मैसेज आने लगे। उनको वेबसाइट पर चार ऑर्डर पूरा करने पर मोटा कमीशन के रूप में देने का झांसा दिया गया।
वह झांसे में आ गए। उन्होंने ऑर्डर पूरा करने के लिए दो लाख रुपये उस वेबसाइट पर यूपीआई से ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद कमीशन के रूप में नवीन कुमार के खाते में पैसे आ गए। उसके बाद उनको आठ ऑर्डर पूरा करने को कहा गया। उन्होंने चार ऑर्डर की धनराशि जमा करा दी, लेकिन कमीशन नहीं आया।
मैसेज से संपर्क हुआ तो उन्होंने बताया कि सभी आठ ऑर्डर पूरे करने पर ही कमीशन मिलेगा। उन्होंने अपने साथी बीएसएफ के जवान प्रवीन कुमार को इसकी जानकारी दी। कमीशन में आधे की भागीदारी तय करने के बाद उन्होंने अपने व अपनी पत्नी के खाते से रुपये ट्रांसफर करके आठ ऑर्डर पूरे करा दिए।
उसके बाद भी वेबसाइट पर दो ऑर्डर और बाकी बताए जाते रहे। इस पर उन्होंने और रुपये भेजे, लेकिन फिर भी दो ऑर्डर भी बाकी दिखते रहे। तब वह समझ गए कि उनके व बीएसएफ जवान के साथ साइबर ठगी कर ली गई है। तब तक उनके आठ लाख रुपये ठगे जा चुके थे। साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित के मोबाइल से वेबसाइट और मैसेज पर हुई संपर्क के स्क्रीन शार्ट ले लिए गए हैं। किस तरह से ऑर्डर मिलते थे और उनको कैसे पूरा किया जाता था, इस संदर्भ में पीड़ित से जानकारी मांगी गई है। जांच शुरू कर दी गई है। साइबर टीम के एक्सपर्ट ठगों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। -इंस्पेक्टर राजीव सिंह, प्रभारी, साइबर थाना सोनीपत