व्यापार श्रेणी

Comments Off on ये तस्वीरें साउथ इंडिया के एक ब्रिटिश जेल की हैं. इन तस्वीरों में आपको आज़ादी का संघर्ष भी दिखेगा.
व्यापार श्रेणी
Recent Posts
- रातों-रात अमीर हुआ भारतीय मैकेनिकल इंजीनियर, कुवैत में जीती 45 करोड़ की लॉटरी
- विदेशी निवेशकों का बढ़ा भरोसा, नवंबर में अब तक भारतीय बाजारों में डाले ₹30,385 करोड़ व्यापार श्रेणी व्यापार श्रेणी
- 6 राज्यों में 7 सीटें किसने जीती? यहां देखें उपचुनाव का अंतिम परिणाम
- Tanzania News: तंजानिया के विक्टोरिया झील में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान, अब तक 15 लोगों को बचाया गया
- बीजेपी का पलड़ा भारी, लेकिन हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा
Most Liked
यह हैं रामपुर बुशहर के सबसे अच्छे क्रिकेट के बल्लेबाज
क्रिकेट क्रांति में बजा कारन जिष्टू और दयाल सिंह का डंका
कुमकुम भाग्य की ‘प्रज्ञा’ नेपाल में रहती थी, इस विकल्प ने श्रीति झा की नियति को पछाड़ दिया
वीरभद्र सिंह की जीवनी -Virbhadra Singh Biography
2.5 करोड़ की कीमत वाली विराट कोहली की पहली ऑडी कार खा रहे पुलिस मुख्यालय में धूल, जानिए वजह!
Categories
-
(11) (247) (22) (268) (428) (429) (29) (30) (84) (2) (53) (126) (87) (10) (2,002) (50) (17) (25) (30)
दलाल स्ट्रीट वीक अहेड: निफ्टी एक महत्वपूर्ण ट्रेंडलाइन का उल्लंघन करना व्यापार श्रेणी अच्छा संकेत नहीं है
[ad_1] एक हफ्ते में जहां ट्रेडिंग रेंज पिछले हफ्ते की तुलना में संकरी रही, वहीं […]
Random Articles
पटियाला के राजा की कहानी � .
Comments Off on सरकार दैनिक COVID-19 मामलों में स्पाइक के बाद महाराष्ट्र, पंजाब में स्वास्थ्य दल भेजती है
सरकार दैनिक COVID-19 मामलों मे .
Comments Off on देश भर में श्रमिकों के आंदोलन पर नजर रखने वाले केंद्र, सामूहिक पलायन के बारे में चिंतित हैं
फर्नीचर को लग्जरी आइटम की श्रेणी में रखने से नाराज हैं व्यापारी
- नई दिल्ली,
- 30 जून 2017,
- (अपडेटेड 30 जून 2017, 5:15 PM IST)
जीएसटी को लेकर देश भर के व्यापारी जोर-शोर से अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. राजधानी के फर्नीचर व्यापारी भी हड़ताल पर हैं, जिसके चलते केवल व्यापार श्रेणी दिल्ली में ही अब तक करोड़ों के नुकसान का अनुमान है. पहले फर्नीचर की खरीद पर 12 फीसदी टैक्स लगा करता था, जिसको बढ़ा कर 28 फीसदी कर दिया गया है. अब फर्नीचर के छोटे-बड़े शोरूम्स के मालिकों के साथ-साथ फर्नीचर बनाने वाले छोटे से छोटे फैक्ट्री मालिक भी टैक्स के दायरे में आ जाएंगे, जिनको अभी तक टैक्स के नाम पर एक पैसा नहीं देना पड़ता था.
गहलोत ने खुदरा व थोक व्यापार को एमएसएमई श्रेणी में लाने के फैसले पर व्यापार संगठनों व्यापार श्रेणी को बधाई दी
गहलोत ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘मैं व्यापार संगठनों को उनके निरंतर प्रयास से केन्द्रीय सरकार द्वारा सूक्ष्म, लघु व्यापार श्रेणी एवं मध्यम उद्योग के अंतर्गत खुदरा व थोक व्यापार के व्यापार श्रेणी वर्गीकरण को पुनः पहचान दिलाने के लिए बधाई देता हूं।'’
मुख्यमंत्री ने लिखा कि संप्रग सरकार ने खुदरा व थोक व्यापार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विकास अधिनियम 2006 के तहत एमएसएमई क्षेत्र के दायरे में लाया गया था।
उन्होंने कहा, ‘'व्यापार श्रेणी यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजग सरकार ने वर्ष 2017 में व्यापार श्रेणी व्यापार श्रेणी इस प्रावधान को हटा दिया जिसके कारण 2.5 करोड़ खुदरा व थोक विक्रेता प्राथमिक क्षेत्र ऋण की सुविधा से वंचित हो गए। इसी प्रकार इनको सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र की अन्य योजनाओं के लाभ से भी वंचित होना पड़ा।'’