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शेयर बाजार में सफल कैसे हों?

शेयर बाजार में सफल कैसे हों?
बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज | फाइल फोटो

शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए – Share Market se pese kese Kmaye in Hindi (2022)

दोस्तों आपने शेयर मार्केट का नाम तो सुना होगा ! अक्सर खबरे आती रहते है की आज मार्केट डाउन है , आज मार्केट में तेजी देखने को मिली | तो आप भी अगर शेयर से पैसा कमाना चाहते है तो आज में आपको सिखाऊंगा की आप भी शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए |

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दोस्तों आपने शेयर मार्केट का नाम तो सुना होगा ! अक्सर खबरे आती रहते है की आज मार्केट डाउन है , आज मार्केट में तेजी देखने को मिली | तो आप भी अगर शेयर से पैसा कमाना चाहते है तो आज में आपको सिखाऊंगा की आप भी शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए |

आज में आपको इस पोस्ट के माधयम से यह बताऊंगा की आप शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमा सकते हो | अगर आप भी उन लोगों में से है, जो शेयर बाजार में पैसा लगाकर कमाई करना करना चाहते है, परन्तु जानकारी के अभाव में ऐसा नहीं कर पा रहे है तो हमारा यह आर्टिकल उन्हीं लोगों के लिए है। यहां हम आपको बताएंगे कि आप शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाएं?

शेयर मार्केट क्या है ?

शेयर मार्केट से पैसे कमाने से पहले आपको समझना होगा की असल में शेयर मार्केट क्या है | शेयर मार्केट को शेयर बाजार के नाम से भी जाना जाता है | शेयर मार्केट एक ऐसी जगह जह पर जहा पर आप अलग अलग कम्पनियो के शेयर को खरीद व बेच सकते हो | अगर आप किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते हो तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हो | शेयर मार्केट आप कम समय बहुत अधिक पैसा कमा सकते हो और उतने ही कम समय में आप पैसा गवा भी सकते हो | इसलिए आपको शेयर मार्केट में पैसा लगाने से पहले आपको इसे अच्छे से समझ लेना चाहिए क्योंकि आपके पास जितना अधिक नॉलेज होगा आप उतने अधिक पैसा कमा सकते हो |

शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए ?

शेयर मार्केट में पैसा लगाने से पहले आपको इसे अच्छे से समझ लेना चाहिए क्योंकि आपके पास जितना अधिक नॉलेज होगा आप उतने अधिक पैसा कमा सकते हो | शेयर मार्केट को सीखना कोई मुशिकल काम नहीं है | कोई भी व्यक्ति लगातार कोशिश करके शेयर मार्केट को आसानी से सीख सकता है | अगर आप शेयर मार्केट को अच्छे सीख जाते है आप इससे बहुत कम समय में बहुत अच्छा पैसा बन सकते हों |

शेयर मार्केट सीखने के शेयर बाजार में सफल कैसे हों? तरीके ?

आज में आपको शेयर को सिखने के कुछ ऐसे तरीके बताऊंगा जिनके माध्यम से आप शेयर मार्केट को आसनी से सीख सकते हो | जिसके बाद आप भी शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमा सकते हो |

1. एक सलाहकार खोजें

आपके कोई ऐसे व्यक्ति की मदद लेनी चाहिए जिसे शेयर मार्केट का ज्ञान हो | जिसकर माधयम से आप भी शेयर मार्केट सीख कर आप भी बहुत अच्छे पैसे कमा सकते हो |

शेयर बाजार में सफल कैसे हों? 2. ऑनलाइन कोर्स की मदद से

बहुत सी ऐसी Online Sites हैं जो Stock Market Trading के कोर्स करवाती है और सर्टिफिकेट प्रदान करती हैं। अगर आप शेयर मार्केट सीखना चाहते हैं, तो इन कोर्स में आपको शामिल होना चाहिए।

3. किताबें पढ़े

किताबों में जानकारियों का खजाना होता है शेयर बाजार, निवेश रणनीतियों पर किताबे पढ़े यह ऑनलाइन कोर्स, सेमिनार की लागत की तुलना में सस्ती होती हैं। किताबें बाजार के काम करने का तरीका बहुत ही स्पष्ट रूप में समझाती है।

4. बाजार का विश्लेषण करें

शेयर बाजार की खबरों से अपडेट रहे। पिछले जितने भी रुझान है उनका विश्लेषण करें। शेयर बाजार के प्रभावित होने के कारक है राजनीतिक, आर्थिक और वैश्विक। इस पर नजर रखे की बाजार में हर घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी गई।

5. सफल निवेशकों को फॉलो करे

जो सफल निवेशक है आप उनसे भी सिख सकते है अगर वो कोई ट्वीट में सलाह देते शेयर बाजार में सफल कैसे हों? है या किसी किताब में लिखते है तो उनके द्वारा Share किए गए इन ट्वीट और किताब से सीखे लेकिन अपने विवेक का भी प्रयोग करें और उनकी सलाह का आंख मूंदकर पालन न करें।

6. ट्रेडिंग का अभ्यास करें

बाजार को समझने और इसका विश्लेषण करना सिखने के बाद ट्रेडिंग का अभ्यास शुरू कर देना चाहिए। ऐसे बहुत सारे Trading Simulators है जो आपसे वास्तविक रूप में धन नहीं लेकर Trading का अभ्यास करने देते है। ना ही आपके वास्तविक धन का उपयोग होगा। जिससे की जोखिम के बिना आप व्यापारिक ज्ञान का परीक्षण कर सकेंगे।

11 Best Stock Market Books in Hindi For Fundamental & Technical Analysis

List Of Best Books For Learn Stock Market in Hindi : क्या आप स्टॉक मार्केट मे नए है ? क्या आप शेयर बाज़ार के बेसिक से एडवांस टर्म्स को सीखना चाहते है? क्या आप फंडामैंटल और टेक्निकल एनालिसिस हिन्दी मे सीखना चाहते है? अगर हाँ तो आपको स्टॉक मार्केट पर लिखी गयी किताबें जरूर पढ़नी चाहिए।

इस पोस्ट मे दी गयी शेअर बाज़ार की किताबें आपको बेसिक से एडवांस लेवेल तक स्टॉक मार्केट को समजने में मदद करेंगी।

Best Basic Stock Market Knowledge Books For Beginners

1. भारतीय शेयर बाज़ार की पेहचान ( लेखक : जितेंद्र गाला )

अगर आप स्टॉक मार्केट में एक दम नए है तो भारतीय शेयर बाज़ार की पेहचान इस किताब को जरूर पढ़ना चाहिए।

इस किताब मे आपको शेयर बाजार के बेसिक - Investments Basic, Securities, Primary Market, IPO Related Information, Secondary Market, Depository, How to Enter Stock Market, Benefits of Investments in Stock Market, How to Make Money in Stock Market, Factors Influencing the Market, Stock Market Terminologies, Debt Investment, Derivatives, Mutual Funds, Commodities, Technical Analysis, Fundamental Analysis, Golden Rules for Traders, Why Investors Loose Money, Investors Grievance & Redressal, Rights given to Shareholder और Taxation जैसे सारे टॉपिक के बारे मे बहेतरीन जानकारी दी गयी है।

2. शेयर बाजार मे चंदू ने कैसे कमाया ( लेखक : महेश चंद्र कौशिक )

शेयर बाजार मे चंदू ने कैसे कमाया इस किताब मे लेखक महेश चंद कौशिक ने हिंदी में आपको एक कहानी के माध्यम से शेयर बाजार को क ख ग से शुरू करके ऑप्शन ट्रेडिंग तक हर ऐंगल से समझाने का प्रयास किया है।

इस पुस्तक में उनके बारह वर्ष के शेयर बाजार के अनुभव का निचोड़ है।

यदि आप इसको मन लगाकर एक-एक पृष्ठ ध्यान से पढ़ेंगे तो आप कितने भी अनाड़ी क्यों न हों, शेयर बाजार आपको बच्चों के खेल जैसा लगने लगेगा।

यह पूरी कहानी आपस में जुड़ी हुई है, इसलिए इसको पहले पृष्ठ से लेकर आखिरी पृष्ठ तक पूरा पढ़ना होगा, बीच में जल्दबाजी करने से या सीधे आगे के अध्यायों पर जाकर पढ़ने से हो सकता है, आप उस ज्ञान के लाभ को उठाने से वंचित रह जाएँ, जो यह आपको इस पुस्तक से मिल सकता है।

3. कैसे स्टॉक मार्केट मेँ निवेश करे ( लेखक : Tv18 ब्रॉडकास्ट लिमिटेड )

कैसे स्टॉक मार्केट मेँ निवेश करे किताब CNBC Awaz ( Tv18 ब्रॉडकास्ट लिमिटेड ) चैनल के द्वारा स्टॉक मार्केट मे नए लोगो को शेयर बाजार का सामान्य ज्ञान देने के लिए लिखी गयी है।

ये किताब आपको आपकी महेनत की कमाई को सही जगह कैसे निवेश करे उसके बारे मे जानकारी देती है।

यह पुस्तक आपको निवेश करने के विभिन्न पहलुओं और इसके साथ जुड़े पेशेवरों और विपक्षों को समझने में मदद करेगी।

Best Fundamental Analysis Books in Hindi

4. शेयर मार्किट से कैसे बनाये मेने 10 करोड़ ( लेखक : निकोलस दरवास )

यह पुस्तक निकोलस डर्वास द्वारा लिखित मूल पुस्तक "How I made $2,000,000 in the Stock Market" का हिंदी अनुवाद है।

पुस्तक निकोलस दरवास द्वारा इस्तेमाल किए गए विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डालती है और पाठकों को उल्लेखित घटना से जुड़े अनुभवों से परिचित कराती है।

5. द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर ( लेखक : बेंजामिन ग्राहम )

बीसवीं सदी के सबसे बड़े निवेश सलाहकार, बेंजामिन ग्राहम ने दुनिया भर में लोगों को सिखाया और प्रेरित किया। ग्राहम के "मूल्य निवेश" के दर्शन, जो निवेशकों को पर्याप्त त्रुटि से बचाते हैं और उन्हें दीर्घकालिक रणनीतियों को विकसित करने के लिए सिखाते हैं, ने 1949 में अपने मूल प्रकाशन के बाद से द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर को स्टॉक मार्केट बाइबिल बना दिया है।

इसके अलावा, सात भारतीय कंपनियों को मौलिक विश्लेषण के लिए लिया जाता है जो निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा और इस प्रकार निवेश ज्ञान को बनाए रखेगा।

पुस्तक की सामग्री की बेहतर समझ के लिए, शेयर बाजार की बुनियादी बातों पर चर्चा की जाती है।.

6. बफेट और ग्राहम से सीखें शेयर बाजार में ( लेखक : आर्यमन डालमिया )

वॉरेन बफे न केवल दीर्घकालिक निवेशक (लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर) रहे हैं, बल्कि व्यवसाय-प्रबंधक (बिजनेस मैनेजर) के रूप में भी अद्वितीय हैं।

इन दोनों ही रूपों में बफे की सफलता का मूलमंत्र रहा है सही व्यवसाय का चयन।

जी हाँ, वॉरेन बफे निवेशक के रूप में पेशेवर जीवन शुरू करने से भी बहुत पहले इस रहस्य की खोज कर चुके थे कि सभी व्यवसायों का अर्थशास्त्र एक समान नहीं होता।

इस ज्ञान को जन-जन शेयर बाजार में सफल कैसे हों? तक पहुँचाने के लिए उनके बिजनेस और मैनेजमेंट सूत्रों को इस पुस्तक में संकलित किया गया है, जो नए उद्यमियों और बिजनेसमैन की सफलता का द्वार खोलने में सहायक होंगे।

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7. ट्रैडेनिटी: कैस बैन सफ़ल प्रोफेशनल ट्रेडर ( लेखक : युवराज एस. कलशेती )

तक़रीबन 70% आम निवेशक शेअर मार्केट में अपना सारा निवेश पहले 6 महीने में ही गँवा देते है, जिसकी वजह होती है अलग अलग जरियों से मिल रही अधूरी जानकारी |

कहीं आप भी तो ऐसी अधूरी जानकारी तो नहीं ले रहे ? यहाँ हर विषय पर एक अलग किताब है, तो क्या आपको सभी किताबें पढनी चाहिए ?

क्यूँ ना एक ही ऐसी किताब पढ़ी जाए जिसमें शेअर मार्केट से जुडी सारी जानकारी "सिर्फ एक ही किताब" में सामान्य भाषा में और विस्तृतरूप से मिले, और उस जानकारी से लाइव मार्केट में ट्रेडिंग भी कर सकें |

तो पेश है "भारत की सर्वप्रथम शेअर मार्केट पर लिखी सम्पूर्ण हिंदी किताब, ट्रेडनीती कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर" |

8. इंट्राडे ट्रेडिंग की पेहचान ( लेखक : अंकित गाला और जितेंद्र गाला )

इंट्राडे ट्रेडिंग की पेहचान उन लोगो के लिए लिखी गयी है जो इंट्रा डे ट्रेडिंग सीखना चाहते है।

इस किताब मे इंट्राडे ट्रेडिंग मे - Risk Control and Risk Management, Strategies for Stock Selection, Global Markets Correlation, Technical Analysis, Entry & Exit और Day Trading in Derivatives के बारे मे विस्तार से समजाया गया है।

9. टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान ( लेखक : रवि पटेल )

टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान सभी प्रकार के बाजारों के लिए हिंदी में तकनीकी विश्लेषण पर आदर्श पुस्तक है।

इस पुस्तक को पढ़ने के बाद किसी भी तकनीकी विश्लेषण पाठ्यक्रम या संगोष्ठी में शामिल होने की आवश्यकता नहीं है।

10. फ्यूचर और ऑप्शन की पहचान ( लेखक : अंकित गाला और जितेंद्र गाला )

फ्यूचर और ऑप्शन की पहचान उन सभी के लिए हिंदी में एक आदर्श पुस्तक है जो फ्यूचर और ऑप्शन बाजार (डेरिवेटिव बाजार) में व्यापार करते हैं।

अगर आप फ्यूचर और ऑप्शन मे ट्रेडिंग सीखना चाहते है तो आपको ये किताब अवशय पढ़नी चाहिए।

11. ऑप्शन स्ट्रेटेजी की पहचान ( लेखक : अंकित गाला और जितेंद्र गाला )

ऑप्शन ट्रेडिंग के दौरान कुछ प्रीमियम चुकाकर नुकसान का बीमा कवर भी लिया जा सकता है। ये बीमा कवर किसी निश्चित प्रतिभूति के मूल्यों में उतार चढ़ाव से आपकी सुरक्षा करते हैं।

अगर शेयर बाज़ार मे ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना चाहते है तो आपको ये किताब जरूर पढ़नी चाहिए।

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तेजी और मंदी शेयर बाजार का चरित्र है, क्या ये फिर गिरेगा

शेयर बाजार का इतिहास गवाह है कि जब यह बुरी तरह गिरता है तो उस समय ही बाद में आने वाली तेजी की नींव भी रखी जाती है.

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बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज | फाइल फोटो

पिछले दिनों भारतीय शेयर बाजार ने चमक बिखेर दी और सेंसेक्स 60,000 के पार तो हो गया लेकिन उसने यह सवाल भी खड़ा किया कि क्या इन बुलंदियों पर जाने के बाद यह अब धराशायी हो जाएगा? उसके इस रिकॉर्ड ऊंचाई पर जाने के बाद तरह-तरह की आशंकाएं खड़ी हो गईं हैं. हालांकि पिछले हफ्ते इसमें पांच हफ्तों के बाद गिरावट आई और यह 1282 अंक गिरकर 58,766 पर चला गया. निफ्टी में भी 321 अंकों की गिरावट आई और 17,532 अंकों पर था.

इससे पहले कि यह बहस तेज हो कि क्या यह गिरावट स्थायी है, सोमवार को सेंसेक्स में 625 अंकों की बढ़ोत्तरी हो गई.
लेकिन विशेषज्ञ यहां मानते हैं कि शेयर बाज़ार के इन ऊंचाइयों पर जाने की कोई ठोस वजह नहीं है. यह या तो अति उत्साह में की गई खरीदारी है या सटोरियों का खेल. अगर हम ध्यान से देखें तो इस समय निवेश के सारे रास्ते बंद हो गये हैं. रियल एस्टेट मंदी के भीषण दौर से गुजर रहा है, सोना नई ऊंचाइयों पर जाने के बाद नीचे तो आया है लेकिन इतना भी नहीं कि खरीदारी हो सके, सरकारी बांडों और ऋण बाजारों में भी खास रिटर्न नहीं है. फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज दरें इतनी कम हो गईं हैं कि यह निरर्थक हो गया है. सच तो है कि महंगाई की दर इतनी ज्यादा हो गई है कि उसके कारण डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज निगेटिव में चला गया है. इसका मतलब हुआ कि अब फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे डालने का कोई फायदा नहीं है. तो शेयर बाजार में सफल कैसे हों? फिर सेविंग के जरिये कमाने का क्या जरिया बचता है? शेयर बाजार और उस पर आधारित म्यूचुअल फंड. यही कारण है कि निवेशक इनमें बड़े पैमाने पर धन लगा रहे हैं. इन दोनों ने निवेशकों को निराश नहीं किया और अच्छा रिटर्न भी दिया है. सिर्फ इस साल ही सेंसेक्स 13,000 अंकों से भी ज्यादा बढ़ गया है. उधर म्यूचुअल फंडों में कई तो ऐसे हैं जिन्होंने 50 प्रतिशत से भी ज्यादा रिटर्न दे दिया है.

उभरती अर्थव्यवस्था, भारत और एफडीआई

लेकिन लाख टके का सवाल है कि क्या सिर्फ इस कारण से ही शेयर बाजार इतना ऊपर चला गया? इसके कई उत्तर हैं. सबसे बड़ा फैक्टर है, सारी दुनिया में ब्याज दरों का गिरना. इस समय अमेरिका और पश्चिमी देशों और जापान वगैरह में ब्याज दरें शून्य पर हैं. भारत में भी यह अपने न्यूनतम पर हैं. ऐसे में निवेशक बैंकों से पैसा लेकर या वहां जमा न कर भारतीय शेयर बाजारों में लगा रहे हैं. विदेशी वित्तीय संस्थान और एनआरआई ने भी निवेश किया. इस बात का अंदाजा इसी से मिलता है कि 2021-22 (जून) में यहां के वित्तीय बाजारों में उन्होंने 4433 करोड़ रुपए का निवेश किया है. यह राशि बाजार में आग लगाने का काम कर रही है.

दरअसल, इस समय उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में निवेश के लिए उपयुक्त स्थानों में भारत ऊंचे स्थान पर है. इस समय यहां निवेश करना विदेशी निवेशकों के लिए फायदे का सौदा है. यहां की तमाम परिस्थितियां उनके अनुकूल हैं. ऐसे में निवेशक आश्वस्त भाव से निवेश कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि लगातार तीसरे साल भी विदेशी निवेशकों ने भारत में कुल कुल 9 अरब डॉलर निवेश कर दिया है.

लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ विदेशी निवेशकों ने ही यहां पैसा लगाया है. देसी निवेशक भी शेयर बाजार की बहती गंगा में हाथ धोने के लिए बड़ी तादात में उतर गये हैं. आज म्यूचुअल फंडों और सिप के माध्यम से निवेशक बड़े पैमाने पर इसमें पैसे लगा रहे हैं और उनमें लगभग 70 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिन्होंने शेयर बाजार में कभी पैसा नहीं लगाया था.

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उधर, डीमैट अकाउंट खोलना आसान बनाकर सेबी ने भी लोगों को इस ओर आकर्षित किया है. इस साल ही नहीं पिछले साल भी लाखों नए डीमैट अकाउंट खुले हैं. सेबी के ही आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल अप्रैल से इस साल जनवरी तक एक करोड़ से भी ज्यादा डीमैट अकाउंट खुले हैं. इस समय देश में सात करोड़ से भी ज्यादा डीमैट अकांउट खोले जा चुके हैं. नई टेक्नोलॉजी और ऐप ने पैसे लगाना एकदम आसान कर दिया है. अब नए निवेशक लगातार पैसे लगा रहे हैं सीधे भी और म्यूचुअल फंडों के जरिये भी.

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री अपने स्लोगन ‘म्यूचुअल फंड सही है’ से लोगों को इस ओर आकर्षित करने में सफल हो रही है. आंकड़े बताते हैं कि शेयर बाजारों में बड़े पैमाने पर निवेश इनके जरिये ही हो रहा है. नए लोग जो बाजार के उतार-चढाव से घबराते हैं, शेयर बाजारों में ही निवेश कर रहे हैं. एक तरह से तो यह अच्छी बात है क्योंकि बाजार के धराशायी होने पर उन्हें जोर का झटका धीरे से लगेगा. इसके अलवा सेबी और सरकार ने म्यूचुअल फंडों पर भी लगाम कस दी है और वे अब उतनी मनमानी नहीं कर सकते हैं.

बाजार की इस जबर्दस्त तेजी ने बहुत सी धारणाओं को झुठलाया है कि शेयर बाजार अर्थव्यवस्था का आइना होता है. आज स्थिति दूसरी है. जीडीपी में जितनी तेजी आई है उससे कहीं ज्यादा शेयर बाजारों में तेजी आई है. दरअसल, इन दोनों के बीच एक स्वस्थ संतुलन होना चाहिए. कंपनियों के तिमाही या सालाना परिणाम कहीं से देश की अर्थव्यवस्था की हालत को बयान नहीं कर रहे हैं, अतिशयोक्ति से काम ले रहे हैं.

दूसरी बात है जो और भी खतरनाक है, वह है कि चूंकि शेयर बाजार का सीधा संबंध कंपनियों से हैं, उनके परिणाम चाहे वे सालाना हों या तिमाही इस मानदंड पर खरे नहीं उतर रहे हैं. इन दिनों कंपनियों के परिणाम बेशक अब अच्छे आ रहे हैं लेकिन उनके शेयर बहुत गर्म हो गए हैं. इनमें से कई तो अपने पीई रेशियो से कई गुना ज्यादा हो गए हैं. इस समय मार्केट कैप और जीडीपी का अनुपात 130 प्रतिशत को पार कर गया है. बाजार इकोनॉमी से कहीं आगे निकल गया है और यह चिंता का विषय है क्योंकि यह बता रहा है कि सेंसेक्स और निफ्टी अब ठोस जमीन पर नहीं खड़े हैं. ये कंपनियों के तीन साल आगे होने वाली कमाई को मानकर अभी से चल रहे हैं. ऊंचे वैल्यूएशन के अपने खतरे हैं और ऐसे में बाजार के धारशायी होने की संभावना बढ़ जाती है. अब हमारा शेयर बाजार उस ओर इशारा कर रहा है.

राजनीतिक अर्थव्यवस्था और अर्थव्यवस्था

मतलब साफ है कि तेजी से भागते बाजार को कभी भी ब्रेक लग सकता है और यह कभी भी औंधे मुंह गिर सकता है. कुछ एनालिस्ट मानते हैं कि अब बाजार के 10 से 25 प्रतिशत तक गिरने की संभावना बनती जा रही है क्योंकि यह ठोस जमीन पर खड़ा नहीं है.

एक बात और जो याद रखनी चाहिए कि शेयर बाजार अवधारणाओं या सेंटिमेंट पर चलते हैं. ये काफी आगे तक के फैक्टर को डिस्काउंट कर लेते हैं. इस बार भी ऐसा हो रहा है. देश में राजनीतिक स्थिरता है और अर्थव्यवस्था ‘वी’ शेप में ऊपर की ओर जा रही है. इसलिये भी निवेशक यहां पैसे लगा रहे हैं.

एक बात जो देखने की है और वह यह कि इस समय बीएसई या निफ्टी में बड़े पैमाने पर शेयर ऐसे हैं जो बढ़े ही नहीं, बढ़े तो नाम भर के ही जबकि उनकी कंपनियां काम अच्छा ही कर रही हैं. दूसरी ओर कुछ शेयर ऐसे हैं जो अपने अधिकतम पर हैं या फिर दोगुनी कीमत के हो गये हैं. यानी शेयर बाजार में सफल कैसे हों? यह एक बड़ा विरोधाभास है.

बाजार अगर धराशायी होता है तो निवेशकों को भारी चोट पहुंचेगी और खलबली मच जाएगी, लेकिन समझदार निवेशकों के लिए एक सलाह है कि उस समय बाजार का दामन छोड़कर आप घाटा ही उठाएंगे. शेयर बाजार का इतिहास गवाह है कि जब यह बुरी तरह गिरता है तो उस समय ही बाद में आने वाली तेजी की नींव भी रखी जाती है. तब शायद थोड़ा यानी एकाध साल तक प्रतीक्षा करनी हो सकती हो सकती है. तेजी और उसके बाद मंदी, यह शेयर बाजार की नियति है.

Indore News: शेयर बाजार में निवेश करना व्यापार करने जैसा ही है इसलिए सही ज्ञान होना जरूरी

Indore News: शेयर बाजार में निवेश करना व्यापार करने जैसा ही है इसलिए सही ज्ञान होना जरूरी

इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि) Indore News। इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया (आइसीएआइ) इंदौर ब्रांच ने शनिवार को पोस्ट कोविड मार्केट आउटलुक विषय पर फिजिकल एवं वर्चुअल सेमिनार आयोजित किया। इसमें 100 से ज्यादा चार्टर्ड अकाउंटेंट शामिल हुए। मुख्य अतिथि गाजियाबाद के सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए अनुज गोयल और रीजनल काउंसिल चेयरमैन सीए नीलेश गुप्ता थे। इंदौर ब्रांच के चेयरमैन सीए कीर्ति जोशी ने कहा कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग एक तरह से व्यापार है और सही ज्ञान एवं सटीक प्लान के बिना कोई भी व्यक्ति व्यापार में सफल नहीं हो सकता। केवल कुछ किताबें या वाट्सएप की जानकारी पढ़कर ट्रेडिंग में आ जाने से काम नहीं चल सकता। केवल ब्रोकरेज अकाउंट खोलकर और चार्टिंग प्रोग्राम खरीदकर शेयर बाजार में पैसा लगा देने से सफलता नहीं मिल सकती, उल्टे इससे नुकसान का डर ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि स्टडी के अनुसार मार्केट में शेयर ट्रेडिंग के व्यापार में केवल एक फीसदी लोगों को ही सफलता मिली है।

Road Safety Campaign: ब्लैक स्पाट दूर करने के लिए अन्य विभागों के साथ मिलकर काम कर रही इंदौर पुलिस

नागपुर से आए सीए अमित चांडक ने कहा कि कोई भी व्यक्ति मार्केट में निवेश करते समय सबसे पहले यह पूछता है कि मार्केट में क्या चल रहा है। यानी की मार्केट सेंटीमेंट्स पर चलता है। इसी कारण आठ शेयर बाजार में सफल कैसे हों? माह में लाकडाउन के बाद किसी भी कंपनी के फंडामेंटल में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आया है। हालांकि मार्केट में तेजी दिखाई दे रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि आत्मनिर्भर भारत के कारण भी सेंटीमेंट्स में बदलाव आया है। यदि हम 1991 से 1997 तक के शेयर मार्केट को देखें तो ऐसी इंडस्ट्रीज के शेयर्स में तेजी थी जिसमे अत्यधिक पूंजी निवेश की आवश्यक्ता होती है। 1998 से आइटी एवं टेलीकम्युनिकेशन इंडस्ट्री के शेयर्स में तेजी का समय था एवं अब फिर से ऐसी कंपनियों की ओर फोकस दिख रहा है जो मेन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री हैं।

Vivah Panchami 2022: श्रवण नक्षत्र के साथ सर्वार्थसिद्धि और रवियोग के संयोग में आज राम-जानकी का विवाह

सीए अंकुर सोडानी ने कहा कि शेयर बाजार में अगर ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसमें एंट्री का रास्ता आसान है लेकिन आपको सही स्ट्रेटेजी पर काम करना जरूरी होगा। इसके लिए यह तय करना होगा कि आप कितना रिस्क लेने की क्षमता रखते हैं और आपके निवेश का लक्ष्य क्या है। आपका कैपिटल अलोकेशन क्या है। आप शार्ट टर्म या लांग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं यह सब तय होना चाहिए। एल्गो ट्रेडिंग पर दिल्ली के सीए सुजाय जैन ने कहा कि एल्गो ट्रेडिंग हिस्टोरिकल डाटा पर कार्य करता है और उस आधार पर रिजल्ट देता है जो हर बार सही नहीं हो सकता। अमेरिका में वर्ष 2010 का फ्लैश क्रैश इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, क्योंकि वर्ष 2010 में एक साफ्टवेयर की गड़बड़ से पूरा मार्केट गिर गया था।

Today In Indore: राम मंदिरों में विवाह पंचमी पर राम जानकी के विवाह के आयोजन के साथ होगी महाशिवपुराण कथा

अल्गोरिदम ट्रेडिंग में मानव का कम इन्वाल्वमेंट होने की वजह से रिस्क और बढ़ जाती है एवं इसमें छोटे निवेशकों को नुकसान हो सकता है। सीएस अर्पित भार्गव ने कहा की जब भी आप निवेश का प्लान कर रहे हों तो आपकी सोच बहुत क्लियर होना चाहिए एवं अफवाह एवं नकारात्मक खबरों को लेकर एक दम से कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए। निवेश में बेहतर रिटर्न आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है लेकिन आत्मविश्वास और अति आत्मविश्वास के बीच एक अंतर है जिसे समझना बहुत आवश्यक है। भावनाओं में आकर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन सीए समकित भंडारी ने किया। कार्यक्रम में सीए पंकज शाह, सीए अभय शर्मा, सीए मनोज गुप्ता सहित कई सदस्य मौजूद थे।

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