एक ट्रेडिंग खाता क्या है?

- Opening Stock (प्रारंभिक रहतिया ) : वर्ष के शुरू में जो वस्तुएं बची होती है उसे Opening Stock कहा जाता है।
- Purchase (क्रय ) : व्यवसाय करने के लिए जो वस्तुएँ खरीदी जाती है उसे Purchase (क्रय) कहते हैं । Purchase में से Purchase Return को घटा लिया जाता है।
- Cost Of Purchase : वस्तु खरीद कर लाने मे जो खर्च होता है, उसे Cost Of Purchase कहा जाता है।
Trading Account (व्यापार खाता) बनाने के नियम क्या है ?
- Opening Stock (प्रारंभिक रहतिया ) : वर्ष के शुरू में जो वस्तुएं बची होती है उसे Opening Stock कहा जाता है।
- Purchase (क्रय ) : व्यवसाय करने के लिए जो वस्तुएँ खरीदी जाती है उसे Purchase (क्रय) कहते हैं । Purchase में से Purchase Return को घटा लिया जाता है।
- Cost Of Purchase : वस्तु खरीद कर लाने मे जो खर्च होता है, उसे Cost Of Purchase कहा जाता है।
Cost Of Purchase में निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया जा सकता है :
- Coolie Charges (कुली खर्च)
- Freight (भारा)
- Carriage (भाड़ा या ढुलाई)
- Octroi Duty (चुंगी कर )
- Import Tax (आयत कर)
Cost Of Production में निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया जा सकता है :
- Wages (मजदूरी)
- Factory Rent (कारखाना का किराया )
- Factory Lighting (कारखाना का रोशनी)
- Factory Insurance (कारखाना का बीमा )
- Fuel (ईंधन)
- Power (शक्ति)
- Coal (कोयला)
- Gas ( गैस)
- Water ( पानी)
- Manufacturing (निर्माण व्यय)
- Excise Duty (उत्पादन कर)
Trading Account में Credit तरफ निम्नलिखित मदों को लिखा जाता है :-
- Sales (विक्रय ) : जिस वस्तु की व्यवसाय की जाती है उसे बेचे जाने को Sales कहा है। Sales में से Sales Return को घटा लिया जाता है।
- Closing Stock (अंतिम रहतिया ) : वर्ष के अंत में जो वस्तुएँ बची होती है उसे Closing Stock कहा जाता है।
Trading Account में Credit तरफ कम होने पर Loss होती है ओर Debit तरफ कम होने पर Profit होता है।
लाभ को शकल लाभ (Gross Profit) तथा हानि को शकल हानि (Gross Loss) के नाम से जाना जाता है।
Demat vs Trading Account: डीमैट व ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है? दोनों के क्या इस्तेमाल हैं?
शेयर बाजार में निवेश करने वालों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत सुनते हैं, पर अधिकांश लोगों को इन दोनों खातों के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच क्या-क्या अंतर होता है?
शेयर मार्केट में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट दोनों का होना जरूरी
© - फोटो : pixabay शेयर बाजार - फोटो : pixabay
बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।
क्या होता है डीमैट अकाउंट?
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डीमैट अकाउंट वह खाता होता है जिसके माध्यम से आप अपनी इक्विटी हिस्सेदारी इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में होल्ड करके रखते हैं। डीमैट अकाउंट फिजिकल शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल देता है। डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको एक डीमैट अकाउंट नंबर दिया जाता है जहां आप अपने इक्विटी शेयरों को सहेज कर रखते हैं। डीमैट अकाउंट बहुत हद तक बैंक अकाउंट की तरह कार्य करता है। यहां से इक्विटी बाजार में किए गए अपने निवेश की जमा और निकासी कर सकते हैं। डीमैट अकाउंट खोलने के लिए यह जरूरी नहीं कि आपके पास कोई शेयर हो। आपके अकाउंट में जीरो बैलेंस हो तो भी आप डीमैट खाता खोल सकते हैं।
क्या होता है ट्रेडिंग अकाउंट?
© - फोटो : पिक्साबे Share Market - फोटो : पिक्साबे
इक्विटी शेयरों को खाते में सहेजकर रखने की बजाय अगर आप इनकी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप शेयर बाजार में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है।
डीमैट और ट्रेडिंग में अकाउंट क्या फर्क है?
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जहां डीमैट अकाउंट आपके शेयर या को डिमैटिरियलाइज्ड तरीके से सुरक्षित रखने वाला खाता होता है, वहीं दूसरी ओर, ट्रेडिंग अकाउंट आपके बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी होती है। डीमैट अकाउंट में शेयरों को सुरक्षित रखा जाता है। इसमें कोई लेन-देन नहीं किया जाता है। ट्रेडिंग अकाउंट शेयरों की खरीद-फरोख्त के लिए इस्तेमाल होता है। डीमैट अकाउंट पर निवेशकों को सालाना कुछ चार्ज देना होता है। पर ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि सेवा प्रदाता कंपनी आपसे चार्ज वसूलेगी या नहीं।
क्या सिर्फ डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट रख सकते हैं?
© Amar Ujala द्वारा प्रदत्त शेयर बाजार कारोबार - फोटो : pixabay
आमतौर पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ ही खोले जाते हैं। शेयरों में निवेश के लिए दोनों ही तरह के खाते जरूरी हैं। जब आप शेयरो को खरीदते हैं और उसे लंबे समय तक अपने पास रखना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। वहीं अगर आप बस शेयरों की ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप सिर्फ इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और करेंसी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको सिर्फ डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। आप चाहते तो दोनों तरह के खातों को एक दूसरे के बिना भी रख सकते हैं।
एक ट्रेडिंग खाता क्या है?
Trading Account क्या होता है ,कैसे खोले और क्या है इसके फायदे ?
- Post last modified: July 12, 2020
- Post author: Yogesh Singh
- Post category: Share Market
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हेलो दोस्तों ! Trading account के बारे में पढ़ने से पहले आप हमारे पिछली पोस्ट डीमैट अकाउंट क्या होता है ? वह जरूर देख ले | चलिए आगे बढ़ते है क्या आप को पता है Trading Account क्या होता है (What is trading account in hindi)? कैसे आप भी Trading Account खोल सकते है ? इसके क्या क्या फायदे है ?बाजार में निवेश करने के लिए Trading Account क्यों जरुरी है ?आईये विस्तार में जानते है |
Trading Account क्या होता है (What is Trading Account in Hindi )?
ट्रेडिंग खाते का उपयोग शेयरों को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए किया जाता है। यदि आप शेयर बाजार में शेयर्स की लेन-देन करना चाहते हैं तो आपके पास ट्रेडिंग खाता होना अनिवार्य है।
ट्रेडिंग खाते की मदद से आप शेयर्स खरीदने की पेमेंट कर पाते है और शेयर्स बेचने पर बेचे हुए शेयर्स की राशि आपके ट्रेडिंग अकाउंट में आ जाती है | जिसे सेविंग बैंक अकाउंट में भी स्थानांतरित किया जा सकता है |
शेयर्स की लेन देन करने की प्रक्रिया को पूरा के लिए केवल ट्रेडिंग अकाउंट का होना ही काफी नहीं है आपके पास डीमैट अकाउंट और सेविंग बैंक अकाउंट का भी होना भी अनिवार्य है ताकि आपका ब्रोकर आपके खरीदे हुए शेयर्स को डीमैट अकाउंट में रख सके और शेयर्स खरीदेने पर उनके पैसे को सेविंग अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर कर सके और शेयर्स बेचने पर पैसो को ट्रेडिंग अकाउंट में रख सके और आप ट्रेडिंग अकाउंट से वह पैसे अपने सेविंग अकाउंट में भी ट्रांसफर कर सकते है |
Trading Account खुलवाने के लिए कौन कौन से Documents की जरुरत पड़ती है ?
ट्रेडिंग खाता खुलवाने के लिए आपके पास नीचे दिए गए डाक्यूमेंट्स की जरुरत पड़ती है|
- पैन कार्ड (Pan Card)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- २ पासपोर्ट फोटो (2 Passport Size Photos)
- बैंक विवरण (6 month bank statement or ITR filing)
Trading Account को कैसे Open किया जाता है?
Trading Account सिर्फ स्टॉक ब्रोकर के द्वारा ही खोला जाता है और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने किये आपके पास Demat Account जरुर होना चाहिए |
Discounted Brokers के आ जाने से Demat और Trading अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया काफी किफायती हो गयी है तो आप अपना Demat और Trading अकाउंट Upstox,Zerodha जैसे Discounted Brokers के पास भी खुलवा सकते है | यहाँ तक की ब्रोकर्स तो फ्री में डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा के देते है वह भी एक साल फ्री Maintenance के साथ फ्री में अकाउंट खुलवाने के लिए आप Upstox and Angel Broker जैसे Discounted Brokers पास जा सकते है |
- Trading Account खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड का होना अनिवार्य है और उसके साथ पहचान पत्र और एक सेविंग अकाउंट भी होना चाहिए ताकि ऑनलाइन ट्रेडिंग के एक ट्रेडिंग खाता क्या है? लिए आप इसमें से फंड ट्रांसफर कर सके.
- सबसे पहले आपको एक ब्रोकर खोजने की आवश्यकता है जिसके साथ आप एक ऑनलाइन Trading Account खोलना चाहते हैं।
- एक बार जब आप सारे आवश्यक दस्तावेजों के साथ इस फॉर्म को upload कर लेते हैं तो आपकी ब्रोकिंग कंपनी के पास यह फॉर्म आ जाता है और सब कुछ सही होने पर इसके तुरंत बाद वो आपको Login Credentials प्रदान कर देते है |
Trading Account के फायदे
- Trading Account आपको Margin Money की सुविधा प्रदान करता है जिसके मदद से आप कम पैसे में ज्यादा मूल्य वाले स्टॉक्स पे ट्रेड कर सकते है |
- Trading Account से आप दुनिया में कई भी रहते हुए सिर्फ मोबाइल के एक क्लिक से शेयर्स खरीद और बेच सकते है |
- Online Trading Account की मदद से जब एक स्थान से दूसरे स्थान पर धनराशि स्थानांतरित करने की बात आती है तो इसमें कोई कठिनाई नहीं होती है ।
- Trading account खोलते ही देश के विभिन्न प्रकार के स्टॉक एक्सचेंजों तक आप की पहुंच हो जाती है। जिससे आपको अपने निवेश को बेहतर और मजबूत बनाने में मदद मिलते है और निश्चित रूप से आपके पास shares को तलाशने के लिए अधिक विकल्प होते है ।
- Trading account की मदद से आप कभी भी अपने मोबाइल से खाते तक पहुंचने का लाभ उठा सकते हैं ।
यह भी पढ़े
Conclusion
आज हमने जाना की Trading Account क्या एक ट्रेडिंग खाता क्या है? होता है किसी निवेशक के लिए यह कितना जरुरी है | अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमे कमेंट कर सकते है |
Trading Account Kya hai? | ट्रेडिंग एकाउंट कैसे खोले? | Trading Account Kaise Khole?
Trading Account in Hindi: बहुत से लोग डीमैट एकाउंट और (Demat Account) और ट्रेडिंग एकाउंट (Trading Account) को एक ही समझते है। लेकिन दोनों में अंतर है। इस लेख में आप जनेंगे कि Trading Account Kya Hai? (What एक ट्रेडिंग खाता क्या है? is Trading Account in Hindi) और Trading Account Kaise Khole? (How To Open a Trading Account in Hindi)
Trading Account in Hindi: अगर आप शेयर मार्केट से जुड़े हैं तो आपने ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) के बारे में तो सुना ही होगा। अक्सर एक ट्रेडिंग एकाउंट डे ट्रेडर का मुख्य खाता होता है। Trading Account का उपयोग नियमित रूप से इक्विटी शेयर खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है। जैसे-जैसे इंटरनेट दुनिया के हर पहलू पर कब्जा कर रहा है, वैसे ही स्टॉक एक्सचेंज सिस्टम भी अब ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में बदल गई है। तो स्टॉक का ऑर्डर देने के लिए, आप एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं, और एक रजिस्टर्ड स्टॉक मार्केट ब्रोकर की एक ट्रेडिंग खाता क्या है? मदद से, आप आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है।
अब बहुत से लोग डीमैट एकाउंट और (Demat Account) और ट्रेडिंग एकाउंट (Trading Account) को एक ही समझते है। लेकिन दोनों में अंतर है। इस लेख में हम यह समझेंगे कि दोनों के बीच क्या अंतर है। यह भी जनेंगे कि Trading Account Kya Hai? (What is Trading Account in Hindi) और Trading Account Kaise Khole? (How To Open a Trading Account in Hindi)
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? | Trading Account Kya Hai? | What is Trading Account in Hindi
Trading Account in Hindi: ट्रेडिंग एकाउंट अनिवार्य रूप से एक ऐसा खाता है जिसका उपयोग आप सिक्योरिटीज में ट्रांजेक्शन करते समय कर सकते हैं। अगर आपके पास ऐसे एसेट है जिसे आप बेचना या खरीदना चाहते हैं, तो आप एक Trading Account के साथ बहुत आसानी से ऐसा कर सकते हैं। यह प्रक्रिया न केवल सुविधाजनक है बल्कि सुरक्षित भी है और बिना किसी परेशानी के शेयर मार्केट में निवेश करने में मदद करती है।
डिजिटल युग आने से पहले निवेशकों सिस्टम के माध्यम से व्यापार किया करते थे जहां वे वर्बल कम्युनिकेशन या हाथ के इशारों का उपयोग करते थे, लेकिन अब इंटरनेट के आ जाने से यह सुविधा बहुत ही आसान और सुलभ हो गई हैं।
डीमैट बनाम ट्रेडिंग अकाउंट | Demat vs trading Account
डीमैट एकाउंट (Demat Account) आपको अपने शेयर, बांड, ईटीएफ आदि को इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर करने की अनुमति देते हैं, जबकि एक ट्रेडिंग खाता आपको सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने के लिए इंटरफेस प्रदान करता है।
Demat आपको किसी भी पॉइंट पर आपके शेयरों और सिक्योरिटीज का पूरा अधिकार दिखाता है, जबकि Trading Account आपके कुल ट्रांजेक्शन को दर्शाता हैं।
निवेशकों के लिए एक Trading Account आपके Demat और बैंक खाते के बीच एक ब्रिज का काम करता है। अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं, तो आप अपने Trading Account के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं। यह ट्रांजेक्शन स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेस्ड हो जाता है।
यह हो जाने के बाद, आपके डीमैट खाते में आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों की संख्या क्रेडिट हो जाएगी और आपके बैंक एकाउंट से राशि काट ली जाएगी। जब आप कुछ बेचना चाहते हैं, तो इस प्रक्रिया का उल्टा होता है। आप उन शेयरों की संख्या चुनते हैं जिन्हें आप बेचना चाहते हैं और अपने ट्रेडिंग एकाउंट के माध्यम से बिक्री काआदेश पोस्ट करें। जब स्टॉक एक्सचेंज में लेन-देन पूरा हो जाएगा, तो आपके डीमैट एकाउंट से उतने ही शेयर काट लिए जाएंगे। फिर उन शेयरों के लिए आनुपातिक राशि आपके बैंक एकाउंट में जमा हो जाएगी।
ट्रेडिंग एकाउंट के प्रकार | Types of Trading Account in Hindi
मुख्य रूप से ट्रेडिंग एकाउंट दो प्रकार के होते हैं। आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार किसी एक को चुन सकते हैं -
2) मानक ट्रेडिंग खाता (Standard Trading Account)
इसे सिक्योरिटीज ट्रेडिंग अकाउंट के रूप में भी जाना जाता है। इसके माध्यम से आप इक्विटी, EFT, म्यूचुअल फंड, F&O, करेंसी फ्यूचर्स और इंट्राडे ट्रेडिंग प्लस डिलीवरी का व्यापार करने में सक्षम होंगे। अगर आप एक शार्ट टर्म इन्वेस्टर हैं तो आप इस Trading Account का उपयोग अपने फंड को अधिक बार निवेश करने के लिए कर सकते हैं।
2) कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट (Commodity Trading Account)
अगर आप कच्चे तेल, सोना, चांदी या तांबे जैसी वस्तुओं का व्यापार करने की योजना बनाते हैं, तो आपको एक कमोडिटी ट्रेडिंग एकाउंट (Commodity Trading Account) खोलना होगा। कमोडिटी ट्रेडिंग एकाउंट खोलने के लिए आपको कमोडिटी ब्रोकर की आवश्यकता होगी। ब्रोकर की मदद से आप कमोडिटी फ्यूचर्स में ट्रेड करने के लिए अपने कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल कर पाएंगे। इस एकाउंट को डीमैट एकाउंट से जोड़ने की जरूरत नहीं है।
याद रखें कि एक इन्वेस्टर ब्रोकर के माध्यम से केवल एक ट्रेडिंग एकाउंट खोल सकता है। कई ट्रेडिंग एकाउंट खोलने के लिए आपको कई ब्रोकर्स की भी जरूरत होगी।
ट्रेडिंग एकाउंट के लाभ | Benefits of Trading Account in Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट के कई फायदे हैं, जो नीचे बताएं गए है -
- एक ट्रेडिंग एकाउंट आपके सभी इन्वेस्टमेंट को एक ही मंच पर लाएगा। आप इस एक एकाउंट के माध्यम से अपने सभी एक्सचेंजों तक पहुंच सकते हैं। प्रक्रिया तेज और टेंशन फ्री हो जाती है।
- ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को महत्व देते हैं और इस प्रकार 24 घंटे सहायता प्रदान करते हैं। आप इन्क्वारी के लिए हमेशा उनकी टीम से संपर्क कर सकते है।
- स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए आपको उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है। आप इसे अपने घर में आराम से कर सकते हैं।
- एक ट्रेडिंग एकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग आपके दरवाजे पर आती है। सभी ऐप-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपनी पसंद के किसी भी डिवाइस के माध्यम से अपने एकाउंट तक पहुंच सकते हैं।
ट्रेडिंग एकाउंट कैसे खोले? | Trading Account Kaise Khole?
How to Open Trading Account in Hindi: अगर आप नियमित रूप से सिक्योरिटीज में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको अपने डीमैट एकाउंट के साथ एक Trading Account की जरूरत होगी। भारत में आपको पहचान, पते और आय के प्रमाण की आवश्यकता होगी। उसके बाद, आपको अपनी निवेश आवश्यकताओं के अनुसार ब्रोकर ढूंढना होगा।
आपको एक स्मूथ और यूजर फ्रेंडली इंटरफेस वाला एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म खोजने की भी जरूरत होगी, ताकि आप इस प्रक्रिया में आसानी कर सकें। इसके बाद आपको डीमैट एकाउंट खोलने के लिए एक फॉर्म भरना होगा और एक KYC फॉर्म भी भरना होगा। आप अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों काम कर सकते हैं।
डेटा वेरिफिकेशन हो जाने के बाद और सभी दस्तावेज़ीकरण प्रक्रियाएं पूरी हो जाने के बाद, आपको अपने ट्रेडिंग एकाउंट के बारे में सभी डिटेल प्राप्त होंगे। उसके एक ट्रेडिंग खाता क्या है? समाप्त होने के साथ, आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने में सक्षम होंगे।
Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? [In Detail] Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट शेयर बाजारों में इनवेस्ट करने के लिए आवश्यक टूल बन गया है। यह शेयर ट्रेडिंग की पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित और तेज बनाता है। यहां हम आपको बताएंगे कि Trading Account क्या है? इसके फायदे और Trading Account कैसे खोले?
- ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading एक ट्रेडिंग खाता क्या है? Account Kya Hai?
- Trading account कैसे काम करता है?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? (what is trading account In Hindi) Trading Account Kya Hai?
Trading Account Kya Hai
ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर बाजार में इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है। पहले, स्टॉक एक्सचेंज ओपन आउटरी सिस्टम पर काम करता था। इसमें व्यापारियों ने अपने खरीद-बिक्री के फैसले को बताने के लिए हाथ के संकेतों और बोलकर कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया।
शेयर बाजारों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को अपनाने के तुरंत बाद, ट्रेडिंग अकाउंट को खुली outcry सिस्टम मे बदल दिया। ऑनलाइन जमाने में, खरीदारों और विक्रेताओं को ऑर्डर देने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में फिजिकली रुप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है।
इसके बजाय वे एक रजिस्टर स्टॉक मार्केट ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलते हैं; जो उनकी ओर से ट्रेडिंग करता है। हर ट्रेडिंग अकाउंट में एक विशिष्ट ट्रेडिंग आईडी होती है जिसका उपयोग ऑनलाइन लेने देने के लिए होता है।
Trading account कैसे काम करता है?
एक ट्रेडिंग अकाउंट एक इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट के बीच एक चैन की तरह काम करता है। जब कोई इन्वेस्टर शेयर खरीदना चाहता है, तो वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ऑर्डर देता है। लेनदेन स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेसिंग के लिए जाता है। उस पर काम करने के लिए, जरुरी संख्या में शेयर उसके डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं और उसके बैंक अकाउंट से एक उतना पैसा काट ली जाती है।
इक्विटी शेयरों को बेचने के लिए इसी तरह की नियमो को फॉलो किया जाता है। इन्वेस्टर अपने ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से 100 शेयरों के लिए सेल ऑर्डर देता है। यह संबंधित स्टॉक एक्सचेंज में आगे के लिए जाता है।
जब ऑर्डर आगे दिया जाता है, तो उसके डीमैट अकाउंट से आवश्यक संख्या में शेयर डेबिट कर दिए जाते हैं और एक बराबर पैसा उसके बैंक अकाउंट में जमा हो जाती है।
ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?
वन-पॉइंट एक्सेस
आपको भारत में कई एक्सचेंज मिल सकते हैं जो तरह तरह के सिक्योरिटी और सामानों में बिजनेस करते हैं। कुछ प्रमुख एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX), और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) हैं। एक online trading account होने से इन सभी एक्सचेंजों को सामान्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक्सेस करने में मदद मिलती है।
विश्वसनीय जानकारी
इक्विटी में इनवेस्ट सही समय पर सही डिसीजन लेने के बारे में है। ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अनुभवी और जानकार पेशेवरों द्वारा तैयार की गई रिसर्च रिपोर्ट जैसी valuable सर्विस का विस्तार करते हैं। रिपोर्ट इन्वेस्टर को इनफॉर्म्ड इनवेस्ट डिसीजन लेने में योग्य बनाती हैं। अंततः, हाई रिटर्न कमाने की अधिक संभावना है।
नोटिफिकेशन और कस्टमाइजेशन
ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म द्वारा नियुक्त ट्रेंड अधिकारी ग्राहकों को चौबीसों घंटे सहायता प्रदान करते हैं। ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को संभालने में टेक्नोलॉजी प्रॉब्लम या कोई अन्य प्रॉब्लम हो सकती है।
इसके अलावा, खरीद और बिक्री टारगेट के बारे में सूचना प्राप्त करने के लिए sms या ईमेल के माध्यम से अलर्ट सेट किया जा सकता है।
FLEXIBILITY
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ऐप-बेस्ड हो जाने के बाद, लैपटॉप, स्मार्टफोन और अन्य हैंड-हेल्ड डिवाइस की मदद से उन तक पहुंचना आसान हो गया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कहीं से भी और किसी भी समय एक ट्रेडिंग खाता क्या है? इन्वेस्ट पर नज़र रखने के लिए बहुत अच्छी शुरुआत की है।
बिना रुकावट लेनदेन
ऑनलाइन ट्रेडिंग ने फंड ट्रांसफर और इक्विटी ट्रेडिंग करने की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है। एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से, ग्राहक आसानी से सेव और इनवेस्ट करने के लिए स्थिति में हैं।
ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
ट्रेडिंग खाता इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट और बचत बैंक अकाउंट के बीच एक इंटरफेस के रूप में काम करता है। ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रक्रिया और आवश्यक जरूरी डॉक्यूमेंट्स सभी ऑर्गेनाइजेशन में समान हैं।
एक्सपायर डेट वाले किसी भी डॉक्यूमेंट्स को जमा करने से पहले, सुनिश्चित करें कि यह जमा करने की तारीख पर मान्य है। यहां उन डॉक्यूमेंट्स की डिटेल लिस्ट दी गई है जिनकी आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यकता है।
आय का प्रमाण
आप आय के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं।
वेतन स्लिप, पिछले 6 महीनों के इनकम हिस्ट्री वाले बैंक खाते का लेटेस्ट स्टेटमेंट, कोई भी डॉक्यूमेंट्स जो खुद के माध्यम से संपत्ति के ownership को साबित करता है।
पहचान का प्रूफ
आप किसी एक चीज़ को पहचान के प्रमाण के रूप में जमा कर सकते हैं।
एड्रेस का प्रूफ
आप एड्रेस के प्रमाण के रूप में इनमें से कोई एक जमा कर सकते हैं:
पासपोर्ट/वोटर आईडी कार्ड/राशन कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/फ्लैट मैनेजमैंट बिल।
पति / पत्नी के नाम का पता प्रमाण
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग करने के लिए, आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ एक ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। हजारों ग्राहकों के बीच, ब्रोकर को आपका पर्सनल ध्यान देना मुश्किल हो सकता है। ट्रेडिंग अकाउंट पूरे इन्वेस्ट के काम को बहुत आसान बना देता है। आप इन स्टेप्स का पालन करके एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं।
- एक ब्रोकर को सलेक्ट करें जिसकी समय पर ऑर्डर पूरा करने की अच्छी रेप्यूटेशन हो। अवसर के सही समय का लाभ ले।
- प्रत्येक ब्रोकर आपके ऑर्डर को प्रोसेस करने के लिए एक कन्फर्म फीस लेता है। इसलिए, पूरे क्षेत्र में ब्रोकरेज दरों की तुलना करना बेहतर है। उचित दरों पर बेहतर सर्विस को एंजॉय करने के लिए मौजुद डिस्काउंट के बारे में भी पूछें।
- ब्रोकरेज फर्म खोजें और ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रोसेस के बारे में पूछताछ करें।
- फर्म का एक काम करने वाला खाता खोलने के फॉर्म और अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) फॉर्म के साथ आपके घर आएगा। आपको इन दोनों फॉर्मों को भरना होगा और इसके साथ संबंधित डॉक्यूमेंट्स जोडने होंगे।
- सबमिशन के बाद, फर्म आपके पर्सनल डिटेल को या तो पर्सनल तरीके से चेक या फोन पर कन्फर्म करेगी।
- एक बार आपका एप्लीकेशन पूरा हो जाने के बाद, आपको ट्रेडिंग खाते का डिटेल दे दिया जाएगा।
यहा आपने जाना की Trading Account Kya Hai और Trading Account कैसे खोले? अगर इससे जुड़ी कोई भी सवाल या फीडबैक है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
- ट्रेडिंग खाते के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स क्या हैं?
- ट्रेडिंग अकाउंट के क्या फायदे हैं?