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एमएसई को डॉलर

एमएसई को डॉलर
एमएसई को यूरो-यूएसडी, जीबीपी-यूएसडी और यूएसडी-जेपीवाई के क्रॉस मुद्रा जोड़े पर वायदा और विकल्प पेश करने की अनुमति देती है। क्रॉस मुद्रा जोड़े पर ये वायदा और विकल्प एमएसई पर व्यापार के दिनों के लिए 9.00 बजे से 7.30 बजे तक कारोबार के लिए उपलब्ध होंगे।

एमएसई को डॉलर-रुपये साप्ताहिक एमएसई को डॉलर विकल्प शुरू करने को सेबी की मंजूरी

MSE

नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमरीकी डॉलर-भारतीय रुपए और अन्य दो मुद्राओं से संबंधित साप्ताहिक विकल्प शुरू करने को लेकर मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) को मंजूरी प्रदान की है। एमएसई अमरीकी डॉलर-भारतीय रुपए को लेकर साप्ताहिक हेजिंग प्रोडक्ट शुरू कर रहा है, जो बाजार हिस्सेदारों को हेजिंग (वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा) लागत में कटौती करने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक होगा। एमएसई के सीएफओ कुणाल सांघवी ने कहा, "यह वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा (हेज) की छोटी अवधि के कारण वायदा या विकल्प उपकरण की 'समय लागत' को कम करता है। इस तरह की एक महत्वपूर्ण लागत में कटौती भारतीय बाजारों के लाभ के लिए काम करती है, जो हेजिंग व बीमा उत्पादों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं।"

एमएसई को डॉलर-रुपये साप्ताहिक विकल्प शुरू करने को सेबी की मंजूरी

एमएसई को डॉलर-रुपये साप्ताहिक विकल्प शुरू करने को सेबी की मंजूरी

नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये और अन्य दो एमएसई को डॉलर मुद्राओं से संबंधित साप्ताहिक विकल्प शुरू करने को लेकर मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) को मंजूरी प्रदान की है। एमएसई अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये को लेकर साप्ताहिक हेजिंग प्रोडक्ट शुरू कर रहा है, जो बाजार हिस्सेदारों को हेजिंग (वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा) लागत में कटौती करने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक होगा। एमएसई एमएसई को डॉलर के सीएफओ कुणाल सांघवी ने कहा, "यह वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा (हेज) की छोटी अवधि के कारण वायदा या विकल्प उपकरण की 'समय लागत' को कम करता है। इस तरह की एक महत्वपूर्ण लागत में कटौती भारतीय बाजारों के लाभ के लिए काम करती है, जो हेजिंग व बीमा उत्पादों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं।"

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About TReDS

TReDS is an online electronic institutional mechanism for facilitating the financing of trade receivables of MSMEs through multiple financiers. The TReDS Platform will enable.

aboutRXIL

To be an integrated provider of financing platform par excellence benchmarked with एमएसई को डॉलर global best for supporting the growth and development of Micro. Small and Medium enterprises for their inclusive.

Banks, NBFC Factors, and such other institutions as may.

Compliance with MSMED Act, 2006, Efficient cash flow management.

Benefits to Seller

Best discount rate due to participation of Multiple Financiers in auction.

The TReDS platform offers solutions for mitigating the issues faced by MSMEs. I am confident that all PSUs will actively participate in the TReDS platform for augmented growth, in line with the GOI objective of transparency and ease of doing business

Shri T Suvarna Raju

MSMEs are critical engines of growth for the economy. HAL's commitment to the segment, demonstrated by its participation in the transformational TReDS initiative in partnership with RXIL, is indeed commendable.

Shri Mohammad Mustafa

MSMEs are engines of growth and employment generation in the country. To further their cause, we are proud to be among the key shareholders of RXIL, India’s First TReDS Exchange, to provide digital and convenient access for trade receivables financing for MSME suppliers. I believe that this initiative, conceptualised by the Govt. of India and RBI, will go a long way to meet the objective of providing immediate access to cash एमएसई को डॉलर against MSME trade receivables based on Buyers credit rating at much lower rates. I wish RXIL all the very best for its endeavors and envision that it will play an active role in helping growth of MSMEs. SBI being the largest PSU bank, is committed to the growth of RXIL TReDS Exchange

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नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय एमएसई को डॉलर बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये और अन्य दो मुद्राओं से संबंधित साप्ताहिक विकल्प शुरू करने को लेकर मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) को मंजूरी प्रदान की है। एमएसई अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये को लेकर साप्ताहिक हेजिंग प्रोडक्ट शुरू कर रहा है, जो बाजार हिस्सेदारों को हेजिंग (वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा) लागत में कटौती करने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक होगा। एमएसई के सीएफओ कुणाल सांघवी ने कहा, “यह वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा (हेज) की छोटी अवधि के कारण वायदा या विकल्प उपकरण की ‘समय लागत’ को एमएसई को डॉलर कम करता है। इस तरह की एक महत्वपूर्ण लागत में कटौती भारतीय बाजारों के लाभ के लिए काम करती है, जो हेजिंग व बीमा उत्पादों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं।”

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नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये और अन्य दो मुद्राओं से संबंधित साप्ताहिक विकल्प शुरू करने को लेकर मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) को मंजूरी प्रदान की है। एमएसई अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये को लेकर साप्ताहिक हेजिंग प्रोडक्ट शुरू कर रहा है, जो बाजार हिस्सेदारों को हेजिंग (वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा) लागत में कटौती करने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक होगा। एमएसई के सीएफओ कुणाल सांघवी ने कहा, “यह वित्तीय हानि से बचाव हेतु वायदा (हेज) की छोटी अवधि के कारण वायदा या विकल्प उपकरण की ‘समय लागत’ को कम करता है। इस तरह की एक महत्वपूर्ण लागत में कटौती भारतीय एमएसई को डॉलर बाजारों के लाभ के लिए काम करती है, जो हेजिंग व बीमा उत्पादों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं।”

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