उपलब्ध चार्ट के प्रकार

How To Create A Graph In Excel
MS-excel में ग्राफ को create करना उपलब्ध चार्ट के प्रकार बहुत ही simple और easy है। MS-excel में चार्ट और ग्राफ़ का उपयोग करके किसी भी calculations को ग्रफिकल फॉर्मेट मे represent करना बहुत उपयोगी है।
MS-excel में graph और chart की बहुत सारी varieties उपलब्ध हैं जिनका उपयोग जरुरत के अनुसार किया जाता है। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि ग्राफ और चार्ट में अंतर होता है।
ग्राफ और चार्ट ( Graphs Vs. Charts )
ग्राफ और चार्ट दोनों technically इंटरडेपेंडेंट होते हैं और एक दूसरे से भिन्न हैं, लेकिन दोनों data value को Analyze करके ग्रफिकल फॉर्मेट मे represent करते हैं। पाई चार्ट जैसे चार्ट का उपयोग किसी particular data में एक relative share को represent करने के लिए किया जाता है।
particular time duration के लिए दिए गए डेटा value में भिन्नता को represent करने के लिए एक ग्राफ का उपयोग किया जाता है। एक चार्ट की तुलना में एक ग्राफ सरल है।
Creating Graph in Excel
Step 1 : अपने system पर एमएस एक्सेल को उपलब्ध चार्ट के प्रकार उपलब्ध चार्ट के प्रकार open करे , ग्राफ का फीचर एक्सेल के हर वर्जन में उपलब्ध है। MS – Excel को open करने के लिए search bar मे excel टाइप करे।
open excel
Step 2 : excel spreadsheet मे उस डाटा को import करे जिसे आप ग्राफ के रूप मे represent करना चाहते है।
Step 3 : डेटा कॉलम में सही उपलब्ध चार्ट के प्रकार data type को assign करने के लिए home के under आपको नंबर सेक्शन पर क्लिक करें। सही डेटा प्रकार assign करने से आपको data values को सही ढंग से सेट करने और उनको represent करने में मदद मिलेगी। जैसे स्निपेट नीचे दिखाया गया है:
यहां, हमने अपने डेटा के लिए general type assign किया है।
Step 4 : अब, अपने डाटा को सेलेक्ट करे और insert मे जा के अपने डेटा के अनुसार, उपयुक्त ग्राफ़ चुनें, जैसे हमारे डेटा के लिए, हमने Clustered ग्राफ़ का चयन किया है, जैसा कि आप नीचे दिए गए स्निपेट में देख सकते हैं:
ग्राफ को और अधिक attractive और presentable बनाने के लिए हमे कुछ टूल दिए गए है। एक्सेल के पुराने version मे तीन टूल design tool , Layout tool और format जबकि एक्सेल के नए version मे chart design और format टूल दिए गए है। इन टूल्स की मदत से आप अपने ग्राफ को attractive बना सकते है।
Design tool Graph : After use design tool
उपलब्ध चार्ट के प्रकार
Please help Indian railways and government of India in moving towards a digitized and cashless economy. Eradicate black money.
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यात्री की वर्तमान आरक्षण स्थिति
30-Nov-2022 [21:15:38 IST]
ERROR!Indicates a dangerous or potentially negative action.
बुकिंग की वर्तमान स्थिति प्राप्त करने के लिए नीचे अपना पीएनआर दर्ज करें। आप इसे टिकट के शीर्ष बाएं कोने पर उपलब्ध चार्ट के प्रकार पाएंगे।
आपकी पूछताछ : पीएनआर संख्या:
गाड़ी संख्या | गाड़ी का नाम | बोर्डिंग तिथि (DD-MM-YYYY) | कहां से | कहां तक | कहां तक आरक्षित | बोर्डिंग स्थल | श्रेणी |
---|
क्रमांक | बुकिंग स्थिति (कोच संख्या, बर्थ संख्या, कोटा) | * वर्तमान स्थिति (कोच नं, बर्थ नं) | कोच स्थिति |
---|
कुल किराया | चार्टिंग स्थिति | कोई टिप्पणी ? | गाडी स्थिति |
---|
*कृपया ध्यान दें कि यदि अंतिम चार्ट तैयार नहीं हुई हैं तो बाद मे वर्तमान स्थिति बदल सकती है।
प्रतीक | विवरण |
---|---|
CAN / MOD | रद्द या संशोधित यात्री |
CNF / Confirmed | पुष्टि (कोच / बर्थ संख्या चार्ट तैयार करने के बाद उपलब्ध होगी) |
RAC | रद्द होने पर आरक्षण |
WL # | प्रतीक्षा सूची संख्या |
RLWL | रिमोट स्थान प्रतीक्षा सूची |
GNWL | सामान्य प्रतीक्षा सूची |
PQWL | जमा कोटा प्रतीक्षा सूची |
REGRET/WL | अधिक बुकिंग की अनुमति नहीं है |
RELEASED | टिकेट कॅन्सल नही है लेकिन वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराया गया |
R# # | आरएसी कोच संख्या बर्थ संख्या |
WEBCAN | यात्री ने इंटरनेट से रेलवे काउंटर टिकेट रद्द किया और रिफंड प्राप्त नहीं किया |
WEBCANRF | यात्री ने इंटरनेट से रेलवे काउंटर टिकेट रद्द किया और रिफंड प्राप्त किया |
RQWL | रोडसाइड प्रतीक्षा सूची |
DPWL | ड्यूटी पास प्रतीक्षा सूची |
TQWL | तत्काल कोटा प्रतीक्षा सूची |
PNR Prediction
The information displayed here is purely indicative and is based on analysis of current and past trends. At times, the predication may differ from actual status. Indian Railways will not be liable in case of any such deviation as confirmation of reserved accommodation is based on varying factors.
शारीरिक शिक्षकों के दायित्व अथवा जॉब चार्ट (Job chart of Physical Education Teachers)
विद्यालय में स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा संबंधित कार्यक्रमों को व्यवस्थित ढंग से संचालित करने की दृष्टि से प्राथमिक से लेकर सीनियर माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षकों के दायित्व अथवा जॉब चार्ट निम्न प्रकार रहेंगे –
शारीरिक शिक्षकों के दायित्व अथवा जॉब चार्ट (Job chart of Physical Education Teachers)– कालांश व्यवस्था –
शारीरिक शिक्षक को अन्य सामान्य अध्यापकों के पद की श्रेणी के अनुसार शारीरिक शिक्षा विषय के कालांश लेने होंगे पदवार कालांश आवंटन निम्नानुसार रहेगा-
तृतीय श्रेणी शारीरिक शिक्षक | 42 कालांश प्रति सप्ताह |
द्वितीय श्रेणी शारीरिक शिक्षक | 36 कालांश प्रति सप्ताह |
व्याख्याता शारीरिक शिक्षक | 30 कालांश प्रति सप्ताह |
उपरोक्त कालांश का कक्षावार निम्नांकित रूप से शारीरिक शिक्षकों को आवंटित होंगे-
1 | कक्षा 1 से 5 | 6 कालांश प्रति सप्ताह प्रति कक्षा |
2 | कक्षा 6 से 8 | 4 कालांश प्रति कक्षा |
3 | कक्षा उपलब्ध चार्ट के प्रकार 9 से 10 | 2 कालांश प्रति कक्षा |
4 | कक्षा 11 से 12 | 2 कालांश प्रति सप्ताह प्रति कक्षा |
उपरोक्त कालांश में से निम्नांकित कार्य हेतु उनके सामने अंकित संख्या अनुसार कालांश को आवंटित कालांश में सम्मिलित समझा जाएगा-
प्रार्थना सभा पश्चात शाला में स्वास्थ्य वातावरण का निरीक्षण हेतु | एक कालांश प्रति सप्ताह |
शारीरिक शिक्षक जिसे खेल प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है उसे सामग्री के रखरखाव हेतु | एक कालांश प्रति सप्ताह |
सायंकाल समय में यदि शारीरिक शिक्षा कार्यक्रम जैसे खेल, सामूहिक व्यायाम, योग शिक्षा, भारतीयम, अंतर सदस्य प्रतियोगिता आदि संपादित करने पर | 3 कालांश प्रतिदिन |
उपरोक्त समस्त कालांश लेने के पश्चात यदि शारीरिक शिक्षा अध्यापक के समय विभाग चक्र में निर्धारित कालांश पूरे ना होने पर अन्य सामान्य विषयों के सामान्य विषयों के कालांश देकर पूर्ण किए जाएंगे।
उपरोक्त कालांश अनुसार अपने कार्यक्रम की वार्षिक योजना पाठ्यक्रम अनुसार तैयार कर सत्र प्रारंभ में ही संस्था प्रधान को प्रस्तुत करेंगे कक्षा वार पाठ्यक्रम निम्नानुसार रहेगा-
कक्षा 1 से 8 | स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा शीर्षक के अंतर्गत शिक्षा क्रम में वर्णित |
कक्षा 9 से 10 | स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा संदर्शिका में वर्णित |
कक्षा 11 से 12 | शिक्षा निदेशालय के द्वारा प्रसारित पाठ्यक्रम |
शारीरिक शिक्षक के कार्यक्षेत्र–
01.शाला की प्रार्थना सभा के कार्यक्रम को संपादित कराना ।
02- शाला के स्वास्थ्य वातावरण का निरीक्षण करना ।
03. विद्यालय में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय पर्व विभिन्न उत्सवों उपलब्ध चार्ट के प्रकार के आयोजन का सामान्य अध्यापक की भांति कार्य संपादन करना ।
04. सत्र में दो बार जुलाई एवं मार्च में छात्रों के स्वास्थ्य का परीक्षण अधिकृत चिकित्सक से कराएंगे तथा उसका पूर्ण अभिलेख रखेंगे ।
05. छात्रों की स्वास्थ्य संबंधी प्रगति उनके अभिभावकों को समय.समय पर देना ।
06.अन्य अध्यापकों की भांति शारीरिक शिक्षक विभागीय निर्देशानुसार दैनिक पंजिका पूर्ण करेंगे ।
07. शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रम एवं आवंटित कालांश अनुसार वार्षिक योजना का निर्माण एवं क्रियान्वयन करना ।
08.पाठशाला में उपलब्ध मैदान तथा उपकरणों की सुविधा अनुसार सायं कालीन समय हेतु खेलकूद कार्यक्रम बनाना तथा उनका संपादन करना।
09. अन्य विषयों की तरह जिला समान परीक्षा योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा विषय की सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक परीक्षा लेकर मूल्यांकन करना।
10. स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा कार्यक्रम के व्यवस्थित एवं सफल संचालन के दायित्व का निर्वहन करना ।
फ्लो चार्ट
फ्लो चार्ट (Flow chart) एक एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया का एक योजनाबद्ध निरूपण है जिसमें किसी समस्या के चरण-दर-चरण समाधान होते है। प्रवाह चार्ट प्रवाह आरेख का सबसे आम प्रकार है। यह आरेख का सबसे आम प्रकार है। फ्लोचार्ट्स का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किसी प्रक्रिया या कार्यक्रम के विश्लेषण, डिजाइन, दस्तावेज या प्रबंधन में किया जाता है।
सरल प्रोसेस या कार्यक्रमों के डिजाइन और दस्तावेज में फ्लोचार्ट का उपयोग किया जाता है। अन्य प्रकार के डाइग्राम की तरह, फ्लोचार्ट कल्पना करने के मदद करते हैं कि प्रोसेस में क्या चल रहा है। कई अलग-अलग प्रकार के फ्लोचार्ट होते हैं और प्रत्येक प्रकार के बक्से और सूचनात्मक प्रतीक की अपनी की सूची होती है। फ्लोचार्ट में दो सबसे आम प्रकार के बॉक्स हैं:
- प्रोसेसिंग स्टेप
- निर्णय स्टेप
इसके सामान्य वैकल्पिक नामों में फ्लो चार्ट, प्रोसेस फ्लोचार्ट, कार्यात्मक फ्लोचार्ट, प्रोसेस मैप, प्रोसेस चार्ट, फ़ंक्शनल प्रोसेस चार्ट, बिजनेस प्रोसेस मॉडल, प्रोसेस मॉडल, प्रोसेस फ्लो आरेख, वर्क फ्लो आरेख, बिजनेस फ्लो आरेख शामिल हैं।
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया का प्रारम्भ और अंत करने में अंडाकार आकृति का उपयोग किया जाता है।
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया के प्रवाह (Flow) को दर्शाने में तीर की आकृति का उपयोग किया जाता है। यहाँ प्रवाह से अर्थ है कि कौन सा स्टेप कब होगा। साधारण शब्दो में कहे तो इसका उपयोग सभी फ्लो चार्ट प्रोसेस को आपस में जोड़ने में आता है।
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया के इनपुट और आउटपुट दर्शाने में समानांतर चतुर्भुज आकृति का उपयोग किया जाता है।
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रोसेस के ऑपरेशन को दर्शाने में आयत आकृति का उपयोग किया जाता है।
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रोसेस में निर्णय को दर्शाने में हीरे की आकृति का उपयोग किया जाता है। इसका ज्यादातर प्रयोग if, else, ifelse आदि कथनो में होता है।
लीप वर्ष संपादित करें
इस उदाहरण में हम जानेंगे कि यदि हमे कोई वर्ष दे दिया जाए तो हमे कैसे पता करेंगे कि यह लीप वर्ष है या नहीं तो आइये देखते है।
- स्टेप 1:- एक संख्या वाला चर (variable) ले।
- स्टेप 2:- उस चर में वर्ष कि संख्या को भरे। जैसे: 2015, 1999 आदि
- स्टेप 3:- अब यह चेक करे कि क्या वह वर्ष 4 से भाग होता है यदि वह 4 से भाग हो जाता है तो यह चेक करे कि कही वह 100 से भी तो भाग नहीं हो रहा। अगर वह 100 से भी भाग हो जाता है तो वह लीप वर्ष नहीं है। अर्थात आपको दो चीजे चेक करनी है वर्ष 4 से भाग होना चाहिए और वर्ष 100 से भाग नहीं होना चाहिए। वर्ष/4 = 0 और वर्ष/100 ≠ 0 यदि दोनों शर्ते सही हो जाती है तो लीप वर्ष का संदेश आउटपुट दे।
- स्टेप 4:- या अब यह चेक करे कि क्या वह वर्ष 400 से भाग होता है यदि वह 400 से भाग हो जाता है। तो लीप वर्ष का संदेश आउटपुट दे।
- स्टेप 5:- अगर ऊपर कि दोनों शर्तो में दोनों ही विफल रहती है तो लीप वर्ष न होने का संदेश आउटपुट में दे।
यह स्टेप लीप वर्ष चेक करने में उपयोग होते है तो आइये देखते है कि इसके लिए फ्लो चार्ट कैसे बनाते है।
सम या विषम संपादित करें
इस उदाहरण में हम जानेंगे कि यदि हमे कोई संख्या दे दिया जाए तो हमे कैसे पता करेंगे कि यह सम (Even) है या विषम (Odd)। तो आइये देखते है।
- स्टेप 1:- एक संख्या वाला n चर (variable) ले।
- स्टेप 2:- उस n चर में कोई संख्या को ले। जैसे: 56, 35 आदि
- स्टेप 3:- अब यह चेक करे कि क्या संख्या 2 से पूर्ण भाग को सकती है। अर्थात भाग होने के बाद भागफल 0 होना चाहिए।
- स्टेप 4:- अगर संख्या 2 से पूर्ण भाग हो जाती है तो "संख्या उपलब्ध चार्ट के प्रकार सम है" का संदेश आउटपुट दे।
- स्टेप 5:- अगर संख्या 2 से पूर्ण भाग नहीं होती है तो "संख्या विषम है" का संदेश आउटपुट दे।
यह स्टेप संख्या सम है या विषम है चेक करने में उपयोग होते है तो आइये देखते है कि इसके लिए फ्लो चार्ट कैसे बनाते है।
ध्यान दे:- प्रोग्रामिंग भाषाओ में module का अर्थ भाग से ही होता है और इसे if (n % 2 == 0) के रूप में लिखा जाता है।