क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग

ट्रेडिंग मुख्य रूप से छोटी अवधी में कंपनियों के स्टॉक्स को खरीद व बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाने से जुड़ा है, इसमें ट्रेडर द्वारा बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ लिया जाता है। बाजार से मुनाफा क्या और कितना होगा यह बाजार के मूड, ट्रेडर की तकनीक और उसकी एनालिसिस स्किल पर निर्भर करता है। भारत में मुख्य दो स्टॉक एक्सचेंज हैं, BSE और NSE इन दोनों में ट्रेडिंग का समय सुबह 9:15 AM से शाम 3:30 PM Monday से Friday तक होता है, इसके बाद मार्केट बंद हो जाता है।
आज के टॉप इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक्स जिनमें हो सकती है जोरदार कमाई
कल के कारोबार में NSE पर वॉल्यूम हालिया औसत के अनुरूप ही रही। बाजार को कल पावर, ऑयल एंड गैस और कैपिटल गुड्स से सहारा मिला था।
सोमवार की भारी गिरावट के बाद मंगलवार को भारतीय बाजार कंसोलीडेशन के मोड में जाते दिखे। कल के कारोबार में निफ्टी 43 अंक टूटकर 17,324 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स 166 अंक गिरकर 58,117 के स्तर पर बंद हुआ। Nifty Bank भी कल 31 अंक गिरकर 36,893 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार जानकारों का कहना है कि अच्छी गिरावट के बाद इस तरह का ट्रेड पैटर्न ट्रेंड रिवर्सल का संकेत दे रहा है। लेकिन उनका क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग ये भी कहना है कि इस ट्रेंड रिवर्सल की पुष्टि का इंतजार किया जाना चाहिए।
कल के कारोबार में NSE पर वॉल्यूम हालिया औसत के अनुरूप ही रही। बाजार को कल पावर, ऑयल एंड गैस और कैपिटल गुड्स से सहारा मिला था। वहीं, telecom, FMCG और auto शेयरों पर दबाव दिखा था। BSE Small-cap index सपाट बंद हुआ था। वहीं, Mid-cap index 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
आज के टॉप इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक्स जिनमें हो सकती है जोरदार कमाई
कल के कारोबार में NSE पर वॉल्यूम हालिया औसत के अनुरूप ही रही। बाजार को कल पावर, ऑयल एंड गैस और कैपिटल गुड्स से सहारा मिला था।
सोमवार की भारी गिरावट के बाद मंगलवार को भारतीय बाजार कंसोलीडेशन के मोड में जाते दिखे। कल के कारोबार में निफ्टी 43 अंक टूटकर 17,324 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स 166 अंक गिरकर 58,117 के स्तर पर बंद हुआ। Nifty Bank भी कल 31 अंक गिरकर 36,893 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार जानकारों का कहना है कि अच्छी गिरावट के बाद इस तरह का ट्रेड पैटर्न ट्रेंड रिवर्सल का संकेत दे रहा है। लेकिन उनका ये भी कहना है कि इस ट्रेंड रिवर्सल की पुष्टि का इंतजार किया जाना चाहिए।
कल के कारोबार में NSE पर वॉल्यूम हालिया औसत के अनुरूप ही रही। बाजार को कल पावर, ऑयल एंड गैस और कैपिटल गुड्स से सहारा मिला था। वहीं, telecom, FMCG और auto शेयरों पर दबाव दिखा था। BSE Small-cap index सपाट बंद हुआ था। वहीं, Mid-cap index 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
शेयर बाजार में Trend को कैसे पहचाने ? up trend down trend । Stock technical analysis
किसी भी स्टॉक के ट्रेंड (Trend) को पहचानने के लिए हमे एक लाइन खींचनी पड़ती है इसे ही ट्रेंडलाइन कहते है ट्रेंडलाइन खींचने के लिए हमे स्टॉक के रिसेंट हाई या रिसेंट लो को मिलना होता है ट्रेंड लाइन यदि ऊपर की क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग ओर जाती हुई दिखाई दे तो इसे अपट्रेंड कहते है, और अगर ट्रेंड लाइन नीचे की ओर जाती हुई दिखाई दे तो हमे मालूम चलता है की ये स्टॉक डाउनट्रेंड में है।
ट्रेंड 3 प्रकार के होते है।
ट्रेंड एक technique है जिसका उपयोग टेक्निकल एनालिसिस करने में किया जाता है इससे हम किसी भी स्टॉक में आगे क्या होंगा वो ऊपर जाए गा या नीचे इसका पता लगा सकते है और ये सब पिछले डाटा के हिसाब से ज्ञात होता है पिछले कुछ समय में कितना खरीदा गया या कितना बेचा गया किस प्राइस तक गया और नीचे आ गया इत्यादि
डे ट्रेडिंग गाइड- क्या सप्ताह के आखिरी दिन थमेगा बाजार में गिरावट का सिलसिला? आज कौन से शेयरों में करें ट्रेडिंग
मंगलवार को बाजार में बढ़त के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर भारी गिरावट को देखने को मिली। एनएसई निफ्टी 167 अंक टूटकर 17,110 पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 581 अंक टूटकर 57,276 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि, बैंक निफ्टी इंडेक्स 275 अंक बढ़कर 37,982 के स्तर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, गुरुवार को निचले स्तर पर स्थायी खरीदारी देखने को मिली और कारोबार के दूसरे सत्र में बाजार में तेजी आई। इस कारण ओपनिंग डाउनसाइड गैप आंशिक रूप से भर गया है। उनके मुताबिक, यहां से फॉलो-थ्रू अपसाइड मूव अल्पावधि से एक स्थायी उल्टा उछाल आ सकता है।
Trading kise kahate hain | ट्रेडिंग कैसे करते हैं | ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं
यदि आप स्टॉक मार्किट में जरा भी दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने ट्रेडिंग शब्द जरूर सुना होगा, क्या आप जानते हैं, ट्रेडिंग क्या होता है, Trading kise kahate hain, ट्रेडिंग क्यों की जाती है, और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है। तो ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
दरअसल जब आप स्टॉक मार्किट में अपनी शुरुवात करते हैं, तो आप के लिए कई शब्द बिलकुल नए होते हैं, जिनके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं होती है, जैसे स्टॉक एक्सचेंज, आईपीओ, सेंसेक्स, निफ़्टी, इन्वेस्टर, रिटेलर इत्यादि, और इन्ही में से एक शब्द Trading भी है। तो चलिए जानते हैं, Trading क्या होता है।
पिछले कुछ समय में जिस गति से लोगों के बीच स्टॉक मार्किट में इन्वेस्टमेंट को लेकर चलन बड़ा है, खास करके युवा वर्ग की स्टॉक मार्किट में काफी दिलचस्पी देखि गई है, इस से पता चलता है, की आने वाले समय में भारत में नए निवेशकों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी होने वाली है।
ट्रेडिंग क्या होता है | Trading kise kahate hain
ट्रेडिंग का हिंदी में अर्थ होता है, व्यापार, जब दो संस्थाओं के बीच आम तोर पर मुनाफे के उद्देश्य से वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान होता है, तो वह ट्रेडिंग केहलाता है। ट्रेडिंग यानि व्यापार द्वारा ही धन प्राप्त होता है, और यही समाज में प्रगति के चक्र को भी नियंत्रित करता है। ट्रेड वस्तुओं या सेवाओं के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लगभग एक समान ही होती है।
अब यदि फाइनेंसियल मार्किट या स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को समझें, की ट्रेडिंग क्या होती है? तो यहाँ पर आम बाजार की तरह प्रोडक्ट और सेवाओं के जगह क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग कंपनियों के स्टॉक्स, शेयर्स, बांड्स इत्यादि को ख़रीदा व बेचा जाता है। वह व्यक्ति जो कपनियों के स्टॉक्स को मुनाफे के उद्देश्य से खरीदता व क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग बेचता है, उसे Trader कहा जाता है, और बाजार जहाँ पर ट्रेडिंग की क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग जाती है, वह शेयर बाजार केहलाता है।
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Stock market Trading in Hindi
स्टॉक मार्किट ट्रेडिंग के मुख्य तीन प्रकार हैं।
Intraday Trading :-
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, जब कोई निवेशक एक ही दिन के भीतर कोई स्टॉक्स खरीदता और बेचता है, तो वह Intraday trading केहलाता है। इसका अर्थ हुवा की यदि आपने आज के दिन में किसी कंपनी के स्टॉक्स ख़रीदे हैं, तो मार्किट बंद होने तक आज ही आपको उन स्टॉक्स को बेचना होगा। इस प्रकार की ट्रेडिंग अनुभवी ट्रेडर्स के द्वारा की जाती है, क्योंकि इसमें रिस्क अधिक होता है, और तेजी से निर्णय लेने पड़ते हैं।
Position Trading :-
पोजीशन ट्रेडिंग में इंट्राडे की तुलना में निवेशक को ट्रेडिंग के लिए क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग अधिक समय मिल जाता है, क्योंकि यह Buy और Hold रणनीति पर निर्भर करता है। इसमें निवेशक लंबे समय तक के लिए स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है, जब तक की स्टॉक्स के दाम में वृद्धि ना हो क्या है ट्रेंड ट्रेडिंग जाए, यानि इसमें निवेशक हफ़्तों और महीनों तक स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है।