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डीमैट अकाउंट में डिजिटल मोड में शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) आदि जैसी फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ होती हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना पहला चरण है. समय के साथ, महंगाई निवेशित पैसे की कीमत को कम करती है. स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने से आपको अपने पैसे को काम पर लगाने का और उसे सही तरीके से बढ़ाने का अनुकूल अवसर मिलता है. बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड के साथ आप ऑनलाइन मुफ्त* डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं.
बिनोमो एप - ऑनलाइन ट्रेडिंग में सालों से विश्वसनीयता का दूसरा नाम, जुड़ चुके हैं 1 मिलियन ट्रेडर
बिनोमो एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जिस पर पहले से ही 1 मिलियन ट्रेडर जुड़ चुके हैं. बिनोमो एप ट्रेडिंग में एसेट्स की मुख्य कैटगरीज तक डायरेक्ट एक्सेस प्रदान करता है.
बिनोमो एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जिस पर पहले से ही 1 मिलियन ट्रेडर जुड़ चुके हैं। बिनोमो एप ट्रेडिंग में एसेट्स की मुख्य कैटगरीज तक डायरेक्ट एक्सेस प्रदान करने के अलावा, ऐप टूर्नामेंट को प्रमोट करता है और एक काल्पनिक अकाउंट के जरिए वित्तीय शिक्षा को प्रोत्साहित करता है। बिनोमो दरअसल व्यापारियों के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो एक सप्ताह में 133 देशों के यूजर्स के साथ 30 मिलियन से भी अधिक का ट्रांजेक्शन करता है।
2014 में स्थापित बिनोमो एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो भारत समेत 130 से अधिक देशों में मौजूद है। बिनोमो मेन एसेट्स जैसे कमोडिटी, स्टॉक और फॉरेन एक्सचेंज की इंटरनेशनल मार्केट में ट्रेडर एक्सेस देता है। यह दुनिया में सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है जिसमें करेंसी डेरिवेटिव में 1 से 3 ट्रिलियन डॉलर का डेली बिजनेस होता है।
एक सहज और सरल जानकारी वाले ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर बिनोमो पहले से ही नए और अनुभवी दोनों तरह के 1 मिलियन से अधिक व्यापारियों को एकत्र कर चुका है।ये वो लोग हैं जो व्यापार करने के लिए आजादी और अच्छे मौके चाहते हैं और वो भी बिना दलालों या स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से।
ऐसा इसलिए है क्योंकि निवेशक फिक्स्ड-टाइम ट्रेडिंग (एफटीटी) तक सीमित नहीं रहना चाहते हैं। ट्रेडिंग के मेकेनिक्स में भी मार्केट का सिद्धांत बताया गया है कि निवेशक यह तय करता है कि एसेट्स की कीमत ऊपर या नीचे जाएगी या नहीं। उन्हें केवल ट्रेडिंग का क्लोजिंग टाइम चुनना है और अगर उनका अनुमान सही निकला तो वो प्रॉफिट कमाएंगे। इसलिए यहां व्यापार का एक सेट है जो जोखिम के साथ साथ रिटर्न भी ऑफर करता है।
डेमो अकाउंट विद क्रेडिट
निवेश की फ्री क्लासेस और ट्रेनिंग के अलावा बिनोमो अपने यूजर्स को एक बेहद यूजफुल टूल ऑफर करता है एक डेमो अकाउंट यानी कि डेमो खाता, जो काल्पनिक क्रेडिट के साथ यूजर को अपने पैसे से ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग सीखने की आजादी देता है। ये एक तरीका है जिसके जरिए यूजर प्लेटफॉर्म पर इन्वेस्ट करने से पहले फ्रेंडली हो जाए।
इसकी एक और विशेषता है कि बिनोमो रियल टाइम मार्केट और प्राइज में एक्सेस देता है और टूर्नामेंट जिसके जरिए ट्रेडर्स अपने देश के लिए खेलते हैं और यहां उनके प्राइज और बोनस जीतने के चांस बनते हैं।
बिनोमो ने फंड के फास्ट विदड्रावल के मामले में भी यूजर्स का दिल जीता है। वो वक्त, जब कोई ट्रेडर विदड्रॉअल करता है, बिनोमो प्लेटफॉर्म उसी वक्त उस ट्रांजेक्शन को अप्रूव करता है और यूजर के पेमेंट प्रोवाइडर को भेज देता है और विदड्रॉअल को प्रोसेस करता है ताकि फंड उपलब्ध हो सके।
एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म
बिनोमो में कामकाज सातों दिन और 24 घंटे चलता है ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेशक विश्व में कहीं से भी और किसी भी वक्त ट्रेडिंग कर सकें। बिनोमो इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म वित्तीय आयोग यानी फाइनेंशियल कमीशन (एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संगठन जो वित्तीय बाजार विवाद समाधान में विशिष्ट भूमिका निभाता है) द्वारा रेगुलेटेड है।
बिनोमो 2008 से इस एजेंसी की 'ए' कैटेगरी का सदस्य रहा है और ये कंपनी की विश्वसनीयता को दर्शाता है और ट्रेडर्स को एक स्वतंत्र प्रोफेशनल संगठन से पारदर्शिता और सुरक्षा की गारंटी देता है।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो यदि ट्रेडर धोखाधड़ी का शिकार है, तो वो £20,000 तक के इन्श्योरेंस कवर से सुरक्षित है। इसके एवज में यूजर्स को प्लेटफ़ॉर्म के नियमों का पालन जरूर करना चाहिए और नियमों के उल्लंघन के लिए अपने अकाउंट को ब्लॉक होने से बचाना चाहिए। ब्लॉक करने के सबसे सामान्य कारणों में जाली कागजात और डुप्लिकेट अकाउंट्स शामिल हैं, क्योंकि प्लेटफ़ॉर्म पर एक यूजर को केवल एक अकाउंट खोलने की अनुमति है।
सेफ्टी और विश्वसनीयता के मामले में भी, बिनोमो को Verify My Trade द्वारा ऑडिट और प्रमाणित किया गया है। ये ट्रेडिंग की क्वालिटी को प्रमाणित करने वाली एक सर्टिफाइड सर्विस है।
अपने बनने के आठ सालों के भीतर ही बिनोमो वैश्विक वित्तीय बाजार में कम से कम दो अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुका है। इनमें आईएआईआर अवार्ड्स ( एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता जो कंपनियों की एक्सीलेंस को उजागर करती है) द्वारा सर्वश्रेष्ठ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का पुरस्कार शामिल है। दूसरा पुरस्कार है एक्सीलेंस अवॉर्ड, जो फंड्स यूरोप पब्लिकेशन की तरफ से प्रदान किया गया था।
ऐसी पहचान के साथ बिनोमो ऐसे निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रहा जो ने केवल सुरक्षित और सुलभ प्लेटफॉर्म में अपनी ट्रेडिंग स्किल को बेहतर बनाना चाह रहे हैं बल्कि मिनिमम $ 10 से शुरू होने वाले डिपॉजिट के साथ डायरेक्ट और सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं।
(अस्वीकरण : इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति/ संस्थान की है।)
रबर बोर्ड का इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ‘mRub’ लाइव होगा
रबर बोर्ड द्वारा प्रवर्तित इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म mRube 8 जून से लाइव हो जाएगा। अहमदाबाद स्थित आई-सोर्सिंग टेक्नोलॉजीज प्रौद्योगिकी भागीदार है। mRub एक साधारण वन-टाइम पंजीकरण का अनुसरण करता है। केएन राघवन, कार्यकारी निदेशक, रबर प्रोड्यूसर सोसाइटी और अन्य उद्योग प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एक समारोह में इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म के बीटा संस्करण को लॉन्च करेंगे।
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प्रमुख बिंदु:
- रबर के लिए ई-मार्केट रबर मार्केटिंग सिस्टम में गेम-चेंजर साबित होगा। यद्यपि रबर व्यापार में उच्च-स्तरीय विपणन दक्षता का एक सहज लाभ होता है, उपभोक्ता क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं के साथ व्यापार प्रणाली उन्नत नहीं हुई है।
- रबर बाजार एक मनोरंजन को फिर से एक रबर विज्ञापन और विपणन प्रणाली में बदल देगा।
- हालांकि रबर वाणिज्य में प्रभावशीलता को बढ़ावा देने के अत्यधिक चरण का अंतर्निहित लाभ है, लेकिन संरक्षक क्षेत्र की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए खरीद और बिक्री प्रणाली में सुधार नहीं हुआ है।
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को उच्च पारदर्शिता और बाजार दृश्यता लाकर प्रचलित खरीद और बिक्री प्रणाली को पूर्ण करने के बारे में सोचा जा रहा है।
- ई-कॉमर्स से दूर-दराज के स्थानों में भी नए विक्रेताओं/संरक्षकों तक पहुंच कर मौजूदा रबर विक्रेताओं, प्रोसेसरों और उत्पादकों के लिए अतिरिक्त उद्यम करने की उम्मीद है।
रबर बोर्ड के बारे में:
रबड़ बोर्ड देश में रबड़ उद्योग के समग्र विकास के लिए रबड़ अधिनियम 1947 के तहत भारत सरकार द्वारा गठित एक वैधानिक निकाय है। प्रधान कार्यालय कोट्टायम, केरल में है; रबर बोर्ड की स्थापना: 18 अप्रैल 1947 में हुई थी ।
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सरकार ने लांच किया ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, बदलेगी किसानों-मछुआरों की किस्मत
देश के एक्वा किसानों और मछुआरों को खरीदारों और निर्यातकों से जोड़ने के लिए सरकार ने मंगलवार को ई-संता नामक एक ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया. इसके जरिए खरीदार और विक्रेता सीधे तौर पर जुड़ सकेंगे. 'ईटीवी भारत' के वरिष्ठ संवाददाता कृष्णानंद त्रिपाठी की रिपोर्ट में जानिए और क्या खास है इस ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में.
नई दिल्ली : ई-संता पोर्टल एक्वाकल्चर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म किसानों के व्यापार को संवर्धित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक समाधान है. इसका नोडल निकाय नेशनल सेंटर फॉर सस्टेनेबल एक्वाकल्चर (NaCSA) वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (MPEDA) का एक हिस्सा है.
पोर्टल की लांचिंग अवसर पर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ई-संता आय, जीवनशैली, आत्मनिर्भरता, गुणवत्ता स्तर, ट्रेसबिलिटी को बढ़ाएगा और हमारे एक्वा किसानों के लिए नए विकल्प प्रदान करेगा. गोयल ने कहा कि मंच औपचारिक रूप से व्यापार करने के पारंपरिक तरीके को बदल देगा.
मंत्री ने कहा कि नया ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जोखिम कम करके किसानों की आय बढ़ाएगा. उत्पादों और बाजारों के बारे में जागरुकता पैदा करेगा. गलत प्रथाओं के खिलाफ ढाल बनेगा और देश से एक्वा और समुद्री उत्पादों के व्यापार और निर्यात प्रक्रिया को आसान बनाएगा.
गोयल ने कहा कि नया टूल खरीदारों और विक्रेताओं के बीच बाजार से बिचौलियों को खत्म करेगा. यह किसानों और निर्यातकों के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बीच कैशलेस, कॉन्टैक्टलेस और पेपरलेस इलेक्ट्रॉनिक ट्रेड प्लेटफॉर्म प्रदान करके पारंपरिक एक्वा खेती में क्रांति लाएगा.
ई-संता सामूहिक रूप से उन उत्पादों का विज्ञापन करने का एक उपकरण बन सकता है, जिस तरह के उत्पाद, खरीदार, मछुआरे और मछली उत्पादक संगठन कर रहे हैं. इसलिए भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोग जान सकते हैं कि क्या उपलब्ध है. यह भविष्य में एक नीलामी मंच बन सकता है.
गोयल ने कहा कि किसानों को एकाधिकार और शोषण का सामना करना पड़ रहा था. निर्यातकों को खरीदे गए उत्पादों में असंगति और गुणवत्ता की कमी का सामना करना पड़ रहा था. एक्वा उत्पादों की ट्रेसबिलिटी अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक बड़ा मुद्दा था जो इस मंच के उपयोग के साथ बदल जाएगा.
ई-संता प्लेटफार्म
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल द्वारा लॉन्च किया गया ई-संता पोर्टल एक्वा किसानों और निर्यातकों के बीच एक पूरी तरह से कागज रहित और एंड-टू-एंड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है. वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार अब किसानों को अपनी उपज को सूचीबद्ध करने और उनकी कीमत को उद्धृत करने की स्वतंत्रता होगी.
जबकि निर्यातकों को अपनी आवश्यकताओं को सूचीबद्ध करने और अपनी आवश्यकताओं के आधार पर उत्पादों का चयन करने की स्वतंत्रता होगी. जैसे वांछित आकार, स्थान, फसल और तारीखें आदि. नया ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म किसानों और खरीदारों को प्रत्येक उत्पाद सूची के विस्तृत विनिर्देश प्रदान करके व्यापार पर अधिक नियंत्रण रखने में सक्षम करेगा.
नया प्लेटफॉर्म एनसीएसए के साथ एंड-टू-एंड इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली द्वारा एक एस्क्रो एजेंट के रूप में समर्थित है. जिसका अर्थ है एक सरकारी एजेंसी भुगतान को अपने खाते में रखेगी और प्रसंस्करण केंद्र में उत्पादन के सफल वितरण पर विक्रेता को जारी करेगी.
ट्रेसेबिलिटी व ऑनलाइन भुगतान
मंत्रालय के अनुसार यदि एक बार किसी सौदे को अंतिम इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म रूप दिया जाता है और अग्रिम भुगतान किया जाता है तो एक इलेक्ट्रॉनिक चालान तैयार किया जाएगा. साथ ही क्राॅप की तारीख तय की जाएगी. खरीदार निर्धारित तिथि पर फार्म पर जाएगा और खरीदार की उपस्थिति में उपज काटी जाएगी. एक बार जब फसल पूरी हो जाती है तो अंतिम गणना और सामग्री की मात्रा को सत्यापित किया जाता है.
फिर अंतिम राशि तय की जाएगी और वितरण चालान जारी किया जाएगा. मंत्रालय ने कहा कि अंतिम चालान तब उत्पन्न होगा जब सामग्री प्रसंस्करण संयंत्र तक पहुंच जाएगी और निर्यातक शेष भुगतान कर देगा.
Gold trading: अब शेयरों की तरह होगी गोल्ड की ट्रेडिंग, उतारचढ़ाव का उठा सकते हैं फायदा
नवभारत टाइम्स 26-10-2022
मुंबई:
अब आप आसानी से एक्सचेंज पर गोल्ड की ट्रेडिंग कर सकेंगे। स्टॉक एक्सचेंज BSE ने अपने प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट (EGR) लॉन्च किया है। इसमें आप गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा ठीक उसी तरह ले सकेंगे, जैसे आप शेयरों की ट्रेडिंग में लेते रहे हैं। मार्केट रेगुलेटर सेबी द्वारा एक्सचेंजेज को EGR की अनुमति दिए जाने के बाद बीएसई को अपने प्लेटफॉर्म पर दिवाली की मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान 95 और 999 शुद्धता के दो नए प्रॉडक्ट्स के साथ इसे लॉन्च किया। बीएसई ने बताया कि ट्रेडिंग 1 ग्राम के मल्टीपल में और डिलिवरी 10 ग्राम और 100 ग्राम के मल्टीपल में होगी। जानकारों का कहना है कि हालांकि दिवाली के दिन ईजीआर को शुभ मुहूर्त के हिसाब से शुरू कर दिया गया है, लेकिन इसमें तब तक सफलता नहीं मिल सकती, जब तक कि सरकार जीएसटी की मैकेनिज्म इसमें सॉल्व नहीं करती। धनतेरस के दिन 2000 इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट जनरेट हुई और दिवाली के दिन इसमें निवेशकों ने ट्रेडिंग की।
कैसे जनरेट होती है इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट?
इसमें गोल्ड कमोडिटी को सिक्योरिटी ईजीआर में कन्वर्ट करते हैं। जिसके पास फिजिकल गोल्ड का रिसपॉन्सिबल सोर्स है, वह उस गोल्ड को वोल्ट में जाकर जमा करवाएगा। वहां उसे इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट मिलेगी। जिसे वह एक्सचेंज पर खरीद-बिक्री के लिए रखेगा। अब गोल्ड की कीमतों और डिमांड के आधार पर उसकी ट्रेडिंग होगी। एक्सचेंज पर निवेशकों को ये ईजीआर उपलब्ध होगी। जिस तरह निवेशक बीएसई पर शेयरों की खरीद-बेच करते हैं, वैसे ही गोल्ड की इन रिसिट की ट्रेडिंग कर सकेंगे। जहां निवेशकों को बाय-सेल करने के लिए डिलिवरी लेने की जरूरत नहीं है। निवेशक डीमैट अकाउंट में अपनी ये ईजीआर रख सकेंगे।
क्यों जरूरत महसूस हुई?
बीएसई के सीबीओ समीर पाटिल ने बताया कि इससे प्रीसियम मेटल की प्रभावी और पारदर्शी कीमत का पता लगाने में मदद मिलेगी और निवेशक गोल्ड के उतार-चढ़ाव का फायदा ले सकेंगे। यहां न तो गोल्ड की प्योरिटी और न ही किसी तरह का रिस्क है।
कौन हो सकते हैं पार्टिसिपेंट?
इनडिविजुअल इन्वेस्टर्स, इंपोर्टर, बैंक, रिफाइनर्स, सर्राफा कारोबारी, आभूषण बनाने वाले और रिटेलर्स सोने की खरीद बिक्री कर सकेंगे। शेयरों की तरह ही बीएसई पर किसी खास समय पर सोने की कीमत दिखेगी। अगर आप सोना खरीदना या बेचना चाहते हैं तो अपनी मर्जी से आप गोल्ड की खरीद-बिक्री कर सकेंगे। खरीदा गया सोना आपके डीमैट खाते में जमा हो जाएगा।
क्या हैं इसके माइनस पॉइंट?
इस प्रॉडक्ट के माइनस पॉइंट के बारे में पूछने पर IBJA के नैशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता कहते हैं, ‘उदाहरण के लिए एक्स ने फिजिकल गोल्ड को 3 पर्सेंट जीएसटी भरकर लिया था और उसे बोल्ट पर जमा किया। अब उसे वापस वह 3 पर्सेंट जीएसटी का पैसा तब मिलेगा, जब कोई वाई उस ईजीआर को वोल्ट पर जाकर फिजिकल गोल्ड में कन्वर्ट करवाएगा। ऐसे में कोई क्यों अपना पैसा इतने लंबे समय के लिए फंसाएगा? सरकार इस मुद्दे को सॉल्व करे, ताकि यह प्रॉडक्ट बहुत सफल हो सके।’
क्या होती है EGR?
EGR यानी इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट अन्य सिक्योरिटीज जैसा ही होगा। इसकी ट्रेडिंग क्लियरिंग और सेटलमेंट भी दूसरी सिक्योरिटीज की तरह किया जा सकेगा। अभी भारत में सिर्फ गोल्ड डेरिवेटिव्स और गोल्ड ईटीएफ का कारोबार होता है।